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हम आपको राजस्थान के दौसा ज़िले के गनिपुर गांव के रहने वाले किसान अनूप सिंह पुजारी के बारें में बताने जा रहे हैं। जिन्होंने अमरूद की खेती (Guava cultivation in Dausa district of Rajasthan) करके साबित कर दिया कि अगर किसान आधुनिक तरीकों से खेती करे, तो पारंपरिक फसलों के मुकाबले कई गुना ज़्यादा कमाई कर सकता है। आज वो सालाना 5-10 लाख रुपये की कमाई कर रहे हैं, और उनकी सफलता देखकर आसपास के किसान भी बागवानी की ओर रुख कर रहे हैं।
कैसे शुरू हुआ सफर?
अनूप सिंह बताते हैं कि ‘उनके भाई के ससुरालवालों ने सलाह दी थी कि आप अमरूद की खेती करो। इसके बाद वहां से अमरूद के पेड़ लाकर यहां पर लगाया। उन्होंने बताया की 1000 अमरूद के पेड़ लगाए। अब एक हजार पेड़ों से साल में दो बार फ़ल मिलते हैं। वो आगे बताते हैं कि उन्होंने साल 2020 में अमरूद के पौधे लगाए थे। इसके बाद साल 2021 में उसमें फल आने शुरू हो गये थे।’
अनूप सिंह कहते हैं कि ‘अगर माल अच्छा हो जाता है तो कमाई 10 लाख तक भी हो जाती है। वैसे 5 से 6 लाख की कमाई बड़े आराम से हो जाती है। इसमें खर्च बस दवाइयों का है। कीड़े ना लगे इसके लिए कई दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं। इनकी सप्लाई राजस्थान के कई शहरों की मंडियों में है। जयपुर, दौसा, सिकंदरा, महुआ, सिकराय जैसे आस-पास के बाजारों में इनकी अच्छी मांग है।’
कितनी होती है कमाई?
अनूप सिंह बताते हैं कि अमरूद साल में दो बार फल देता है, जिससे उनकी आय दोगुनी हो जाती है। उनके अनुसार:
- नॉर्मल सीजन में 5-6 लाख रुपये की आसानी से कमाई हो जाती है।
- अच्छी पैदावार होने पर 10 लाख रुपये तक का मुनाफा हो सकता है।
- खर्चा सिर्फ दवाइयों और कीटनाशकों तक है, जिससे लागत कम रहती है।
क्यों बेहतर है बागवानी सहायक निदेशक कृषि ने बताया
अशोक कुमार मीणा जो दौसा के सहायक निदेशक कृषि हैं, कहते हैं कि ‘यहां के अधिकतर किसान भाई परंपरागत खेती ही कर रहे हैं जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है। इसके लिए सभी किसान भाइयों को ट्रेनिंग के ज़रिये, फील्ड भ्रमण से सलाह दी जा रही है कि वे परंपरागत फ़सलों के साथ बागवानी फ़सलों को भी लगाना शुरू करें। आम,अमरूद, बेर, आवंला, बेलपत्र समेत कई फ़सलों के बगीचे लगाएं। जिससे किसान भाईयों को कम समय और कम लागत में अधिक आमदनी हो सकती है।’
वो आगे बताते हैं कि ‘इसी कड़ी में हमारे किसान भाई अनूप सिंह हमारे संपर्क में आए। हमने उनको ट्रेनिंग दी और अब वो अपने अमरूद के बगीचे लगाकर शानदार कमाई कर रहे हैं। इसके साथ ही अपने क्षेत्र के दूसरे किसान भाईयों को भी मोटिवेट कर रहे हैं कि वे भी फलों की बगीचें लगाएं। इसकी वजह से उनके क्षेत्र में बगीचे बढ़ रहे हैं।’
कैसे शुरू करें अमरूद की खेती?
अगर आप भी अमरूद की खेती करके अच्छी कमाई करना चाहते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- उन्नत किस्म के पौधे लगाएं: थाईलैंड अमरूद, इलाहाबादी सफेदा, ललित जैसी किस्में अच्छी पैदावार देती हैं।
- मिट्टी और पानी का ध्यान रखें: अमरूद के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। सिंचाई समय-समय पर करें।
- कीटनाशकों का इस्तेमाल: फलों को कीड़ों से बचाने के लिए नियमित रूप से दवाइयों का छिड़काव करें।
- बाजार कनेक्शन बनाएं: स्थानीय मंडियों के साथ-साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी अपनी उपज बेच सकते हैं।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।