भारत की 70 फीसदी आबादी गांवों में रहती है और कृषि पर निर्भर है। इसमें महिलाओं की भूमिका अहम (The important role of women) है, क्योंकि वे खेती से लेकर पशुपालन तक हर काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। लेकिन अक्सर उनके योगदान को पूरी तरह से मान्यता नहीं मिलती। कृषि के ज़रीये महिलाओं को सशक्त बनाना सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए फायदेमंद है। अगर उन्हें ज्ञान, संसाधन और अवसर मिलें, तो वे न केवल अपना जीवन बदल सकती हैं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था (Country’s economy) को भी नई दिशा दे सकती हैं।
कृषि में महिलाओं की भूमिका (Role Of Women In Agriculture)
गांवों में महिलाएं खेतों में बीज बोने, फसल काटने, सिंचाई करने, पशुओं की देखभाल और उपज बेचने तक हर काम करती हैं। फिर भी, ज़मीन के मालिकाना हक में उनकी भागीदारी बहुत कम है। अगर उन्हें ज़मीन का अधिकार मिले, तो वे आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
कृषि से सशक्तिकरण के तरीके (Ways To Empowerment Through Agriculture)
ज़मीन और संसाधनों पर अधिकार (Rights To Land And Resources)
- महिलाओं को ज़मीन के कागजात में नाम दर्ज करवाने के लिए जागरूक करना चाहिए।
- सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाना जरूरी है।
प्रशिक्षण और तकनीकी सीख (Training And Technical Learning)
- आधुनिक खेती की तकनीक (जैसे ड्रिप इरिगेशन, ऑर्गेनिक फार्मिंग) सिखाकर उनकी प्रोडक्टिविटी बढ़ाई जा सकती है।
- कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) की ओर से महिला किसानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
स्वयं सहायता समूह (SHG) और सहकारी समितियां (Self Help Groups And Co-Operative Societies)
- महिलाएं समूह बनाकर सामूहिक खेती कर सकती हैं और अपनी उपज को बेचने के लिए बेहतर मूल्य पा सकती हैं।
- बैंकों से लोन लेकर वे छोटे कृषि उद्योग (जैसे मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन) शुरू कर सकती हैं।
डिजिटल और मार्केट से जुड़ाव (Digital And Market Engagement)
- मोबाइल एप्स (जैसे Kisan Suvidha, eNAM) की मदद से महिलाएं मौसम, बाजार भाव और नई तकनीकों की जानकारी ले सकती हैं।
- सीधे बाजार से जुड़कर वे बिचौलियों के शोषण से बच सकती हैं।
महिला किसानों के लिए सरकारी योजनाएं (Government Schemes For Women Farmers)
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि – महिला किसानों को सीधे लाभ।
- महिला किसान सशक्तिकरण योजना – खेती और पशुपालन में प्रशिक्षण।
- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) – महिलाओं को कृषि उद्यम शुरू करने में मदद।
भारतीय महिलाओं को कैसे सशक्त बनाया जा सकता है? (How Can Indian Women Be Empowered?)
1.महिलाओं को कृषि में नेतृत्व देने के लिए ग्राम पंचायतों में उनकी भागीदारी बढ़ानी होगी।
2.बेटियों को कृषि शिक्षा (Agriculture Science) के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
3.महिला किसान दिवस (15 अक्टूबर) को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित करके उनके योगदान को सलाम किया जाना चाहिए।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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