भारत दुनिया के सबसे बड़े दूध उत्पादकों (Milk producers) में से एक है और सबसे ज्यादा दूध उपभोगी (milk consumer) भी यही हैं। कृषि और किसान मंत्रालय की कल्याण की रिपोर्ट के अनुसार भारत में पिछले कुछ वर्षों में दूध का उत्पादन बढ़ा है। वहीं, अगर डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) की बात करें तो डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) आज के वक्त में पारंपरिक व्यवसाय से निकल एक बिजनेस का रूप लेने लगा है।
डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) बिजनेस ने पिछले कुछ सालों में जबरदस्त बढ़ोत्तरी की है। डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) आधुनिक तरीके से हजारों पशुपालकों को डेयरी प्रबंधन में मदद करता है। डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) में डेयरी प्रबंधन के कारण बहुत सारी नौकरियां पैदा की हैं। लेकिन कई डेयरी फार्म अभी भी अधिकतर गांवों में डेयरी फार्मों (Dairy Farming) का मैनेजमेंट करते हैं और बड़ी कंपनियों को दूध की आपूर्ति करते हैं, साथ ही खुदरा दुकानों को भी बेचते हैं। लेकिन अपना डेयरी फार्म बनाकर उसे चलाना ज़्यादा मुनाफे का सौदा है।
कैसे करें डेयरी फार्म की शुरूआत
भारतीय डेयरी बाजार (Dairy Market) आज के वक्त में बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट में 5,000 बिलियन का ये उद्योग बन चुका है। इंडिया में डेयरी बाजार (Dairy Market) ) 2018 में INR 9,168 बिलियन का है। आज के युवा भी इस बिजनेस की वैल्यू समझते हुए अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़कर डायरी का व्यवसाय शुरू करने में दिलचस्पी ले रहे हैं।
ऐसे में अगर आप भी डेयरी फार्म (Dairy Farming) खोलने के बारें में विचार कर रहे हैं तो इसकी शुरुआत आप कर सकते हैं और अच्छी कमाई कर सकते हैं, क्योंकि मिल्क प्रोडक्शन कभी भी बंद ना होने वाला बिजनेस है, क्योकि दूध और उससे बनने वाले उत्पादों की मांग हमेशा बनी रहने वाली है।
डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) एक बिजनेस हैं इसकी शुरुआत करने के लिए आपको अपना बिजनेस प्लान बनाना होगा, जिसके तहत आप अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं और उसे आगे बढ़ाने का काम कर सकते हैं। आपको आपकी प्लानिंग और उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल भी करना होगा।
सबसे पहले आपको ये देखना होगा कि आप कितनी गायों या भैंसों के साथ डेयरी फार्म (Dairy Farming) खोलना चाहते हैं। दूध का विपणन,कर्मचारियों की संख्या, डेयरी बिलों का भुगतान, ऋण वगैरह कैसे मैनेज किया जाएगा ? इसके लिए आप डेयरी फार्म प्रोजेक्ट रिपोर्ट (Dairy Farming Project Report) तैयार करनी होगी, जो आपकी इन सबसे मदद करती है।
यहां पर दुधारू पशुओं के लिए डेयरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट (Dairy Farming Project Report) बताई जा रही है। जिसके आधार पर आप अपना डेयरी बिजनेस खोल सकते हैं।
विशेषज्ञों से परामर्श
अपना डेयरी फार्म व्यवसाय शुरू करने के लिए अपना मैनेजमेंट सिस्टम प्रणाली को डिजाइन करना और विशेषज्ञों से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है। किसानों के साथ ही पशु चिकित्सकों, कृषि विज्ञानियों, बैंकरों, पोषण विशेषज्ञों और अन्य लोगों से बात करें जो आपके डेयरी बिजनेस मैनेजमेंट में मदद कर सकते हैं।
डेयरी फार्म (Dairy Farming) की शुरुआत कैसे करें
डेयरी फार्म बिजनेस शुरू करने से पहले आपको स्थान का चुनाव करना होगा, जहां पर आप अपनी गायों या भैंसों को सुरक्षित रख सकते हैं।
1.डेयरी फार्म में आपको किस तरह का दुधारू पशु रखना है उसकी नस्ल का चयन करें। डेयरी फार्म की शुरूआत के लिए आप हमेशा उन्नत किस्मों वाली दुधारू की पशु नस्लों का चयन करें।
2.हमेशा अच्छी नस्ल की गाय व भैंस का चयन करें जो अधिक दूध दे सके।
3.पशुओं की जितनी अच्छी नस्ल होगी दूध भी उतना ही अधिक देगी, इसके लिए उनकी कीमत भी अधिक होती है। अपने बजट के अनुसार पशुओं का चयन करें।
4.दूध के अलावा डेयरी फार्मर्स खाद भी तैयार करके अच्छा आय का स्रोत बना सकते हैं। गोबर से गोबर गैस तैयार की जाती है जिसका इस्तेमाल ईंधन के रूप में किया जाता है।
डेयरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट (Dairy Farming Project Report)
पशुओं की खरीद-फरोख्त
इसमें आपको ये देखना होगा और लिखना होगा कि आप किस तरह के पशु को खरीदना चाहते हैं, चाहे वो गाय हो गाय भैंस। अगर आप 5 पशुओं को खरीद कर अपना डेयरी फार्म शुरू कर रहे हैं तो उसकी राशि इसमें अंकित करनी होगी। ये मूल्य नाबार्ड की ओर से पशु के प्रकार और नस्ल के आधार पर निर्धारित होता है, वहीं मार्केट में मूल्य के अनुसार भी कीमतों में बदलाव होता है। इसमें पशु का दाम और साथ ही उसकी बीमा राशि भी शामिल होती है।
पशुओं के रहने के आवास की लागत
इसमें आप अपने दुधारू पशुओं के आवास निर्माण की लागत लिखें। अगर आप डेयरी फार्म लोन लेकर शुरू कर रहे हैं तो उसमें लागत के साथ लोन की किश्तों को भी लिखें। आवास के लिए बुनियादी जरूरतों वाले उपकरणों के खरीदने की लागत, शेड बनाने की लागत भी शामिल करें। इस योजना रिपोर्ट में आप गाय या भैंस की संख्या के अनुसार, दूध निकालने की मशीन, सुखाने के बर्तन, साइलेज सिस्टम, चारा रखने का स्थान को भी जरूर लिखें। बिजली आपूर्ति, पानी की आपूर्ति का बिल भी लिखना ना भूलें।
पशुओं के फीड की लागत
पशुओं के दूध उत्पादन से लेकर उनके गर्भावस्था के दौरान तक उनके लिए हरा चारा, सूखा चारा व दूसरे प्रकार के खाद्य आपूर्ति की आवश्यकताओं और लागत के बारें में लिखें।
पशुओं के स्वास्थ्य पर कितना व्यय होगा
आप पांच पशुओं के साथ डेयरी फार्म (Dairy Farming) बना रहे हैं तो उनके लिए चिकित्सा की क्या व्यवस्था है इसके बारें में भी रिपोर्ट में लिखना होगा। पशुओं का टीकाकरण, डीवर्मिंग, दवा व स्वास्थ्य देखभाल की लागत इसमें शामिल होती है।
डेयरी फार्म के लिए लोन
नाबार्ड डेयरी फार्म (Dairy Farming) के लिए किसानों को लोन दिलवाती है। डेयरी उद्यमिता विकास योजना के अंतर्गत पशु खरीदने के लिए 50 हजार रुपये से लेकर 12 लाख रुपये लोन मिलता है। वहीं डेयरी फार्म (Dairy Farming) के लिए 10 लाख रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक लोन मिल सकता है।
ऋण चुकाना
अगर आपने ऋण लिया है तो उसे बैंक की ब्याज दर के अनुसार हर महीने बैंक को चुकाना भी होगा। आपको इसके लिए धनराशि निश्चित समय सीमा पर अकाउंट में रखनी होगी। आपको किस्तों, ब्याज और बैंक के मूलधन और ब्याज पर कितना लाभ मिल रहा है, इसके बारें में अपनी रिपोर्ट में विस्तार से लिखना होगा।
कैसे होगी आय
- डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) से सबसे अधिक फायदा दूध के उत्पादन से होता है। अच्छी औसत गाय के दूध का निर्धारण एक साल में होता है।
- डेयरी फार्म (Dairy Farming) में खाद को तैयार करके आय का दूसरा स्रोत बना सकते हैं।
- पशु चारा बैग बेचना भी आप अपने आय बढ़ोत्तरी में शामिल कर सकते हैं।
बाज़ार रणनीति
आप अपना खुद को डेयरी फार्म खोल रहे हैं तो इस बात पर भी आपको ध्यान देना होगा कि आप अपने प्रोडक्ट को कैसे मार्केट तक पहुंचाएंगे और दूध के अलावा क्या-क्या प्रोडक्ट तैयार करेंगे, पनीर, घी, मक्खन। दूध और दूध से बने उत्पादों की मांग हमेशा ही बनी रहने वाली है और आज के वक्त में इसकी मांग भी बढ़ी है। भारत के 1.3 बिलियन का लगभग 29 फीसदी लोग शाकाहारी है, दूध और डेयरी प्रोडक्ट पर खाने को लेकर फोकस रखते हैं।
नाबार्ड से डेयरी फार्म का लोन कैसे लें ?
नाबार्ड किसानों के आर्थिक विकास के लिए उनको लोन दिलवाता है। नाबार्ड डेयरी फार्म खोलने के लिए भी किसानों को लोन दिलवाता है। नाबार्ड के डेयरी उद्यमिता विकास योजना में आपको पशु खरीदने के लिए 50 हजार रुपये से लेकर 12 लाख रुपये तक लोन राशि मिलती है, वहीं डेयरी फार्म खोलने के लिए 10 लाख से लेकर 25 लाख तक आपको लोन मिल सकता है।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना में सब्सिडी
इसके तहत नाबार्ड 3.30 लाख तक की सब्सिडी भी देता है। डेयरी फार्म खोलने वाले SC, ST के दायरे में आता है तो 4.40 लाख रुपए तक की सब्सिडी मिलती है। आवेदन करने वाले लाभार्थी को 25 फीसदी राशि खुद देनी होती है।
उपकरणों के लिए लोन
इस योजना के अंतर्गत आप मिल्क प्रोडक्शन प्रोसेसिंग के लिए उपकरण खरीद सकते हैं। मशीन खरीदने के लिए आपको 13.20 लाख रुपये तक लोन मिलता है। आप इस पर 25 फीसदी की सब्सिडी सरकार से ले सकते हैं।
ब्याज दर
डेयरी उद्यमिता विकास योजना में डेयरी फार्म (Dairy Farm) खोलने के लिए लिए गये लोन में आपको ब्याज दर 6.5 फीसदी से सेकर 9 फीसदी प्रति वर्ष से ब्याज देना होगा। वहीं लोन चुकाने की अवधि 10 साल है।
डेयरी फार्म लोन लेने के लिए कौन-कौन से दस्तावेंज़ लगेंगे
नाबार्ड से लोन लेकर डेयरी फार्म (Dairy Farm) खोलने के लिए आपको आवेदन पत्र की फोटोकॉपी जमा करनी होगी।
- पहचान प्रमाण की फोटोकॉपी।
- एड्रेस प्रूफ सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी
- आय प्रमाण पत्र की फोटोकॉपी
- अपने बिजनेस प्लान की फोटोकॉपी।
डेयरी फार्म (Dairy Farm) खोलने के लिए लोन की पात्रता
1.आपको भारत का नागरिक होना चाहिए।
2.डेयरी फार्म (Dairy Farm) शुरू करने के लिए ज़मीन और दूसरे संसाधन होने चाहिए।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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