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भारत सरकार (Government of India) की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में लगभग 6.1 करोड़ टन कोल्ड स्टोरेज (cold storage) की मांग है लेकिन अभी तक सिर्फ 2.9 करोड़ टन कैपिसिटी ही विकसित हो सकी है। भारत एक उष्ण कटिबंधीय देश (Tropical Country) है, यहां के अधिकांश भागों में गर्मी रहती है, जिसकी वजह से हर साल बड़ी मात्रा में फ़ल, सब्ज़़ियां और इससे जुड़े खाद्य पदार्थ खराब हो जाते हैं।
विश्व में फलों और सब्जियों के प्रोडक्शन के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (National Horticulture Board) के डाटाबेस के मुताबिक, चीन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा फ़ल और सब्जियों का उत्पादन अपने देश में होता है। अहम बात ये है कि भारत भले ही प्रगति कर रहा है लेकिन भंडारण असुविधाओं के कारण सालाना 500 बिलियन के तिहाई फ़ल और सब्ज़ियां बर्बाद हो जाती हैं।
फलों और सब्जियों रक्षित रखने के संसाधन बहुत कम (Very Few Resources To Preserve Fruits And Vegetables)
यहां जिस हिसाब से फ़लों और सब्ज़़ियों को स्टोर करने के संसाधन होने चाहिए उतने नहीं है, जिसकी वजह से किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ जाता है। भारत में फलों और सब्जियों का उत्पादन बढ़ रहा है, लेकिन संरक्षित रखने के संसाधन बहुत ही कम मात्रा में है।
इन सभी को सही तरीके से देश के दूसरे इलाकों में पहुंचाने के लिए कई रेफ्रिजरेटर सिस्टम व मशीनरी की जरूरत पड़ती है। इस परेशानी को दूर करने के लिए भारत सरकार नये-नये इनिशिएटिव ले रही है, जिससे किसानों और बागवानों को परेशानी ना हो, साथ ही बड़ी और छोटी दुकानों पर उपभोक्ताओं को फल और सब्जियां ताज़ी मिल सकें।
कोल्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट रिपोर्ट (Cold Storage Project Report)
कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए आपको कोल्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करनी होगी। आलू, टमाटर, मटर, गोभी जैसी फसलें सीजन के अनुसार होती हैं, लेकिन ये मिलती पूरे साल है। हर सब्जी के ठेले पर आप इसे आराम से ख़रीदते हैं, क्योंकि इस तरह की सब्जियों को कोल्ड स्टोरेज में रखा जाता है, जिसके वो ताज़ा रहती हैं।
कोल्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट रिपोर्ट आपको अपने उद्देश्यों के अनुसार बनानी होती है। जिससे प्रोजेक्ट के बारें में सभी तरह की जानकारी एकत्र करने में आसानी हो।
क्या होता है कोल्ड स्टोरेज ? (What Is Cold Storage?)
आपको बता दें कि कोल्ड स्टोरेज एक जगह या केबिन होता है, जहां पर खाद्य उत्पादों और दवाओं का भंडारण कर सकते हैं जिसमें आप फ्रीजर का उपयोग करते हैं। कोल्ड स्टोरेज यूनिट एक रेफ्रिजरेशन सिस्टम का एक सेटअप है जो एक निर्धारित स्तर पर तापमान को सेट और कंट्रोल रखता है। कोल्ड स्टोरेज का मुख्य उद्देश्य माइक्रोबियल ग्रोथ (Microbial growth) को कम करना और खाद्य पदार्थों को सेफ रखना है।
कोल्ड स्टोरेज यूनिट स्थापित करने के पीछे दो तरह के फैक्टर काम करते हैं। इसमें वेपर अब्जॉर्वन सिस्टम (Vapor Absorption System) और पर कंप्रेशन सिस्टम (vapor compression system) शामिल हैं, जो तीन तरह की कोल्ड स्टोरेज यूनिट को बनाने में हेल्प करती हैं। पहला इंडस्ट्रियल रूम , मॉड्यूलर रेफ्रिजरेटर रूम और कॉम्बीनेशन रेफ्रिजरेटर रूम।
भारत में कोल्ड स्टोरेज का महत्व (Importance Of Cold Storage In India)
भारत में सब्जियां और फलों के साथ ही समुद्री उत्पादों का भी उत्पादन होता है, जिसमें कोल्ड स्टोरेज बहुत ही ज़रूरी हो जाता है। वहीं आज के वक्त में रेडी-टू-सर्व ड्रिंक, फलों के रस, वेजिटेबल्स प्रोडक्ट का निर्यात बड़ी मात्रा में हो रहा है, इन सभी के लिए कोल्ड स्टोरज जरूरी हो जाता है। ऐसे में खराब होने वाले खाद्य पदार्थों के लिए कोल्ड स्टोरेज सुविधाएं बुनियादी जरूरत बन जाता है।
कोल्ड स्टोरेज किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को लाभ और सुविधाएं देने में अहम भूमिका अदा करता है। किसान अपने उत्पादन को आराम से बिना ये सोंचे की वो खराब हो सकते हैं अच्छे दाम पर बेच सकते हैं।
वहीं, दूसरी तरफ बारिश,ओलावृष्टि या फिर किसानों पर मौसम की मार की वजह से भी फसलें खराब हो जाती हैं। ऐसे में किसान अगर अपनी फसलों को कोल्ड स्टोरेज में रखते हैं तो वो सेफ रहती हैं, और बड़े आराम से शहर की मंडियों में पहुंच जाती हैं।
भारत सरकार प्लांट और कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए आपको बैंक से लोन दिलाने में मदद कर रही हैं। नेशनल कॉपरेटिव डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन की मदद से आप कोल्ड स्टोरेज बना सकते हैं।
अगर 1000 एमटी कोल्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो यहां दी गई जानकारी आपकी मदद करेगी।
कोल्ड स्टोरेज या कोल्ड रूम की जगह की कमी इस बिजनेस को शुरू करने के एक बड़े कारण में से एक है। देश में कोल्ड स्टोरेज या कोल्ड चेन फैसिलिटी डेवलप करने से बागवानी प्रोडक्ट्स को आर्थिक रूप से लाभ होगा, साथ ही आपको निवेश पर अच्छा रिटर्न भी मिलेगा। देश की ज्यादातर आबादी जीविकोपार्जन के लिए कृषि पर निर्भर हैं, किसानों और बागवानी करने वाले लोगों के साथ इस उद्योग से जुड़े लोगों की फाइनेंशियल कंडीशन में भी सुधार होगा।
कोल्ड स्टोरेज बिजनेस के लिए पात्रता (Eligibility For Cold Storage Business)
- जो शख्स कोल्ड स्टोरेज का बिजनेस करना चाहता है उसकी आयु कम से कम 18 साल होनी चाहिए और अधिकतम आयु 65 साल तक हो सकती है।
- शख्स के पास पास कम से कम 750 या उससे अधिक का बैंक क्रेडिट स्कोर होना चाहिए। लोन लेने के लिए अच्छा क्रेडिट हिस्ट्री अहम होती है।
- ऋण या लिए गए ऋण का भुगतान न करने का कोई खराब रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।
कोल्ड स्टोरेज के लिए लाइसेंस (License For Cold Storage)
अगर आप कोल्ड स्टोरेज बना रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखना है कि इसका सरकारी एजेंसी से रजिस्ट्रेशन बहुत अहम है। पंजीकरण के लिए आपको अपने नजदीकी उद्यान विभाग में संपर्क करना होगा। खाद्य सुरक्षा लाइसेंस, खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 92 की धारा 2006 और खाद्य सुरक्षा और मानक विनियम, 2010 के तहत सभी खाद्य व्यवसाय संचालकों के लिए लाइसेंस अनिवार्य है।
आप विभाग में जाकर रजिस्ट्रेशन शुल्क और जरूरी दस्तावेज़ों के साथ रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा करना होगा। बताते चलें कि ये लाइसेंस स्वच्छता, सुरक्षा और समझौते की शर्तों के अंतर्गत होता है।
कोल्ड स्टोरेज के लिए कानूनी परमिट,दस्तावेज़ और प्रोसेस (Legal Permits, Documents and Process For Cold Storage)
आपको FSSAI वेबसाइट पर जाकर फॉर्म-बी भरना होगा। इसे आप ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। फार्म सबमिट करने के बाद रेफरेंस नंबर जरूर नोट करें। आवेदन जमा करने के 15 दिनों के अंदर आपको राज्य प्राधिकरण को अपना लाइसेंस जमा करना होगा। दस्तावेजों में रसीद की कॉपी, शुल्क भुगतान या डिमांड ड्राफ्ट या फिर ऑनलाइन भुगतान की रसीद जमा करानी होगी। भारत में, 1000 मीट्रिक टन कोल्ड स्टोरेज इकाई स्थापित करने के लिए लाइसेंस शुल्क है लगभग 1,00,000 रूपये है।
कोल्ड स्टोरेज व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण आवेदन प्रक्रिया (Loan Application Process For Starting A Cold Storage Business)
कोल्ड स्टोरेज बिजनेस के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट में बैंक से ऋण की आवेदन भी जोड़ना होता है।अलग-अलग बैंकों के पास इसके लिए अलग-अलग ब्याज दरों का अपना सेट होता है। ये आपको देखना होगा कि आप किस बैंक से ऋण लेना चाहते हैं। सबसे उचित ब्याज दरों के साथ ऋण पाने के लिए इन दिशा निर्देश को ध्यान में रखना होगा-
1.अपनी मनी रिक्वायरमेंट और बिजनेस प्लान के अनुसार बैंक को चुनें।
2.अपनी पर्सनल डीटेल, पता, फोन नंबर, ईमेल आईडी, प्रत्याशित व्यापार कारोबार, लाइसेंस नंबर कानूनी परमिट की डीटेल देना होगा।
3.इसके बाद सत्यापन प्रक्रिया वित्तीय संस्थान के प्रतिनिधि पूरी करता है। उसके बाद, बैंक प्रतिनिधी आपके लोन एप्लिकेशन की औपचारिकताओं में आपकी सहायता करेगा।
4.एक बार जब बैंक दिए गए विवरण से संतुष्ट हो जाता है, तो ये लोन को मंजूरी दे देता है और आपके लोन राशि बैंक को हस्तांतरित कर दी जाती है।
कोल्ड स्टोरेज सब्सिडी के लिए आवेदन (Application For Cold Storage Subsidy)
आप सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं। राष्ट्रीयकृत बैंक पूरे निवेश का 80 फीसदी तक ऋण प्रदान करते हैं। अगर आपको एक परिसर किराए पर लेना है तो तो ऋण राशि कुल लागत के 90 फीसदी तक बढ़ा दी जाती है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MOFPI) द्वारा मशीनरी स्थापना, तकनीकी कार्यों, निर्माण कार्यों के साथ-साथ खर्च का लगभग 50-75 फीसदी राशि के रूप में मदद कर रही है।
कोल्ड स्टोरेज व्यवसाय स्थापित करने के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आपको इंडस्ट्रियल प्रमोशन असिस्टेंस (आईपीए) फॉर्म में सभी विवरण दर्ज करने होंगे और सब्सिडी के लिए आवेदन करना होगा।
आपको बता दें कि कोल्ड स्टोरेज के लिए बिहार सरकार एकीकृत बागवानी विकास मिशन स्कीम के तहत कोल्ड स्टोरेज यूनिट (type -2) खोलने का सब्सिडी ऑफर देती है। जिसके तहत किसान गांव में कोल्ड स्टोरेज बना सकते हैं। सरकार कुल लागत का 50 से 75 फीसदी पैसा सब्सिडी में देती है।
वहीं , मध्यप्रदेश में एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत अधिकतम अनुदान सहायता की सीमा परियोजना की निर्धारित लागत का 35 फीसदी सब्सिडी राशि दी जाती है।
कोल्ड स्टोरेज के लिए परिसर (Premises For Cold Storage)
परिसर का आकार आपके बिजनेस पर निर्भर करता है। अगर आप छोटा कोल्ड स्टोरेज खोल रहे हैं तो कम एरिया की जरूरत होगी।बड़े पैमाने पर न्यूनतम आवश्यकता एक एकड़ है। आपका कोल्ड स्टोरेज बिजनेस बड़ी मात्रा में सब्जियों और खाद्य पदार्थों के उत्पादन वाली जगहों, फार्मों के साथ पोल्ट्री फार्मों, फिशरीज़ के पास होना चाहिए।
कोल्ड स्टोरेज की मार्केटिंग और प्रमोशन (Marketing And Promotion Of Cold Storage)
कोल्ड स्टोरेज बिजनेस के लिए एक अच्छी तरह से तैयार मार्केटिंग प्लानिंग काफी अहमियत रखती है। अपने कोल्ड स्टोरेज ब्रांड का प्रमोशन करने में ये मददगार साबित होती है। थोक विक्रेताओं, व्यापारियों, सुपरमार्केट, आसपास के खुदरा दुकानों में अपने कोल्ड स्टोरेज को लेकर जागरूकता बढ़ाना भी बहुत जरूरी होता है।
कोल्ड स्टोरेज की दैनिक जरूरतों के लिए वर्किंग कैपिटल (Working Capital For Daily Needs Of Cold Storage)
शुरूआत के लिए साथ ही छोटी-मोटी टूट-फूट, परिवहन के खर्च के लिए कुछ अमाउंट अलग से रखना जरूरी है। इसके लिए आपके पास उचित मात्रा में धन होना चाहिए।
कोल्ड स्टोरेज सर्विस यूनिट प्रोजेक्ट रिपोर्ट (Project on Cold Storage Service Unit) के अंदर इन बिंदुओं का सबसे ख़ास ध्यान रखनी जरूरी होता है-
- कोल्ड स्टोरेज खोलने का ऑब्जेक्टिव
- प्रमोटर और मैनेजमेंट
- कोल्ड स्टोरेज के लिए परिसर
- बाजार की डिमांड
- प्रोजेक्ट की जगह
- बैलेंस शीट एस्टीमेट
- एस्टीमेट लाभ
- लोन और कवरेज का अनुपात
- ऋण चुकौती
कोल्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट रिपोर्ट किसके लिए उपयोगी हैं? (What Are Cold Storage Project Reports Useful For?)
कोल्ड स्टोरेज बिजनेस प्रोजेक्ट रिपोर्ट चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के साथ ही कर सलाहकार, स्मॉल बिजनेस ओनर, स्टूडेंट्स व इंजीनियर्स के लिए काफी अहम होता है। इस रिपोर्ट के अनुसार ही कोल्ड स्टोरेज को तैयार किया जाता है, जो उसके मिट्रिक टन पर निर्भर करता है।
कोल्ड स्टोरेज वाली किसान रेल (Kisan Rail With Cold Storage)
रेल मंत्रालय ने किसान रेल चलाई है। अभी पूरे देश में 100 किसान रेल चल रही है। ये ट्रेनें फल और सब्जियों समेत खाद्य पदार्थों को देश के एक छोर से दूसरे छोर पर ले जाती हैं, जो जल्दी खराब होने वाली होती हैं। इसकी हर बोगी में कोल्ड स्टोरेज होता है। इसके अंतर्गत किसानों को फलों और बीजों के परिवहन पर 50 फीसदी की छूट भी दी जाती है।
ये सब्सिडी ऑपरेशन ग्रीनटॉप टू टोटल योजना के तहत मिलती है। ट्रेन कंटेनर फ्री है, मतलब कि इसमें कंटेनर चलती हुई गाड़ी से आराम से खींच सकते हैं। इन कंटेनर्स में सब्जियां, फल, मीट, खाद्य पदार्थ होते हैं। एयरकंडीशनिंग सुविधा वाली ये ट्रेन किसानों और छोटी-बड़ी कंपनियों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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