Prawn Fish Farming: कैसे पंजाब में झींगा पालन की उन्नत तकनीक अपना रहे अवतार सिंह? किन बातों का रखें ध्यान?

अवतार सिंह कहते हैं कि झींगा पालन शुरू करने से पहले इसकी ट्रेनिंग लेनी ज़रूरी है। झींगा पालन व्यवसाय शुरू करने से पहले तालाब, हैचरी और बीज की सही जानकारी होनी चाहिए। अवतार सिंह कहते हैं कि सरकार की तरफ़ से इस व्यवसाय को करने के लिए ढाई एकड़ पर सब्सिडी मिलती है। हर राज्य की अलग-अलग सब्सिडी होती है।

झींगा पालन prawn farming

झींगा पालन अक्सर समुद्र तट से सटे इलाकों में देखने को मिलता है। पंजाब के शुभान ज़िले के निवासी अवतार सिंह ने झींगा मछली पालन की शुरुआत की। उनके लिए झींगा पालन में आने का कारण इस व्यवसाय़ में मिलने वाला मुनाफ़ा रहा। अवतार सिंह ने मत्स्य विभाग से झींगा मछली पालन की ट्रेनिंग ली। झींगा पालन व्यवसाय से जुड़ी अहम बातों के बारे में किसान ऑफ़ इंडिया ने अवतार सिंह से बातचीत की।

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झींगा पालन पर सब्सिडी और योजना

अवतार सिंह ने बताया कि उनके वहां का पानी झींगा पालन के लिए अनुकूल है। इस कारण उन्होंने झींगा पालन को चुना। अवतार सिंह कहते हैं कि सरकार की तरफ़ से इस व्यवसाय को करने के लिए ढाई एकड़ पर सब्सिडी मिलती है। हर राज्य की अलग-अलग सब्सिडी होती है। अवतार सिंह ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana, PMMSY) और किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card, KCC) के तहत आर्थिक सहायता ली।

झींगा पालन
पंजाब में झींगा पालन की उन्नत तकनीक अपना रहे अवतार सिंह (Photo: KOI)

झींगा पालन में तालाब निर्माण 

झींगा पालन शुरू करने से पहले इसकी ट्रेनिंग लेनी ज़रूरी है। अवतार सिंह बताते हैं कि झींगा पालन व्यवसाय शुरू करने से पहले तालाब, हैचरी और बीज की सही जानकारी होनी चाहिए। तालाब निर्माण से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि तालाब की गहराई 5 से 6 फ़ीट होनी चाहिए। झींगा पालन आप जिस भी क्षेत्र में कर रहे हैं, वहां का तापमान 28 डिग्री से लेकर 32 डिग्री तक का होना चाहिए। क्षेत्र की मिट्टी में जल रिसाव ज़्यादा होने के कारण तालाब को 2.5 से 3.0 मिलीमीटर मोटी पॉलीथिन शीट से ढका जाता है। Kisan of India Facebook

झींगा पालन
अवतार सिंह (Photo: KOI)

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