बिहार के किसानों पर नीलगाय का कहर, लगाई सरकार से गुहार
बाढ़ की तबाही तो बरसात के मौसम में ही आती है, जबकि नीलगायों की कहर सालों-साल या कहें कि कई दशकों से जारी है। जंगलों में रहने वाली नीलगाय जब किसानों के खेतों में पहुँचने लगे तो ये खड़ी फसल तो बहुत नुकसान पहुँचाती हैं। चूँकि इन्हें मारा नहीं जा सकता, इसलिए बिहार के किसानों के लिए ये भयंकर संकट बन चुकी हैं। नीलगाय झुंड में बहुत तेज़ दौड़ती हैं। इनके सड़कों और रेलवे ट्रैक पर आने दिन से आये दिन दुर्घटनाएँ भी होती रहती हैं और तमाम लोग मारे भी जाते हैं।