बैम्बू का पौधा लाता है “सौभाग्य”, ऐसे आप भी उगा सकते हैं अपने घर में

बांस का पौधा भारत के कुछ हिस्सों में सबसे लोकप्रिय इनडोर प्लांट बन गया है। इसे हाउसप्लांट के रूप में विकसित करना बहुत आसान है। तो आइए जानते हैं चाइनीज बांस के बारे में आवश्यक बातें-

बैम्बू का पौधा (bamboo plant)

बैम्बू का पौधा (bamboo plant): चीनी बांस (ड्रेकेना सैंडरियाना) मध्य अफ्रीका के फूलों के पौधे की एक प्रजाति है। इस पौधे को आमतौर पर ‘भाग्यशाली बांस’ के रूप में जाना जाता है। इसे यूरोप में अब तक का सबसे लंबा बढऩे वाले पौधे का दर्जा दिया गया है। यह 130 फीट तक बढ़ता है। आज यह भारत के कुछ हिस्सों में सबसे लोकप्रिय इनडोर प्लांट बन गया है। इसे हाउसप्लांट के रूप में विकसित करना बहुत आसान है।

तो आइए जानते हैं चाइनीज बांस के बारे में आवश्यक बातें-

  • चाइनीज बांस का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। चाइनीज बांस सबसे तेज बढने वाला पौधा पाया गया है। यह एक दिन में यह 35 इंच तक बढ़ सकता है।
  • यह बहुत मजबूत होता है। इसमें स्टील से अधिक ताकत होती है। मजबूती के साथ-साथ इसका वजन बहुत हल्का होता है।
  • लकी बांस प्राकृतिक रूप से एंटीबैक्टीरियल होता है। बांस 24 घंटे में लगभग सभी जीवाणुओं को मार सकता है।
  • लकी बैम्बू पांडा और मनुष्य दोनों द्वारा खाया जा सकता है। ज्यादातर एशियाई महाद्वीप के लोग बांस का सेवन करते हैं। भले ही बांस से पोषण ज्यादा नहीं मिलता लेकिन शरीर में कैलोरी को कम अवश्य करता है।
  • चीनी बैम्बू डिओडोरेंट के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।

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चीनी बैम्बू को उगाने के लिए जरूरी स्टेप्स

कैसा पौधा चुनें
चमकीले हरे पत्तों वाला पौधा लगाएं। यदि तने या पत्तियां पीले या भूरे रंग की हैं, तो उसे न खरीदें।

कैसे उगाएं
चीनी बैम्बू पानी और पत्थरों में हाइड्रोपोनिक रूप से आसानी से बढ़ता है। आप इसे जिस कंटेनर में उगाना चाहते हैं, उसमें संतुलन बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी या पत्थर होने चाहिए। चीनी बांस को पनपने के लिए कम से कम 1-3 इंच पानी की आवश्यकता होती है। हालांकि इसे मिट्टी में भी उगाया जा सकता है। इसके लिए सूखी और उपजाऊ मिट्टी उचित रहती है। पौधा लगाने के बाद मिट्टी को थोड़ी नम करें, ज्यादा पानी न डालें। पौधा अच्छी तरह बढ़े इसके लिए जैविक उर्वरक का उपयोग करें।

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सही जगह चुनें
इसे उगाने के लिए फिल्टर्ड धूप वाली जगह का चयन करें। पत्तियों के लिए सीधी धूप हानिकारक है। पौधे को एयर कंडीशनिंग दूर रखें क्योंकि इसे 65 से 90 डिग्री के तापमान की आवश्यकता होती है।

इन बातों का भी रखे ध्यान

  • मौसम के अनुसार पौधे के स्थान को बदलें।
  • पानी डालते ही खाद डालें।
  • पौधे को जलने से बचाने के लिए बोतलबंद पानी या फिल्टर्ड पानी का इस्तेमाल करें।
  • पौधे की ट्रिमिंग को न फेंकें। उससे नया पौधा विकसित किया जा सकता है।
  • पत्तियों के रंग की जांच करें। अधिक धूप और उर्वरकों के कारण पत्ते पीले या भूरे रंग के हो सकते हैं।
  • यदि पौधे का कोई हिस्सा सूख रहा हो तो उसे काट दें।

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