कृषि स्टार्टअप: बेकरी का काम आसान बनाने वाली ख़ास मशीनें बना रही गुडलाइफ कंपनी

कृषि स्टार्टअप के तहत गुडलाइफ कंपनी बेकरी व्यवसाय के लिए विशेष मशीनें बना रही है, जो कम लागत में तेजी से उत्पादन और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करती हैं।

कृषि स्टार्टअप Agriculture Startup

बेकरी के बिज़नेस में कई तरह की मशीनों की ज़रूरत होती है, जिससे काम कम लागत में और जल्दी हो जाता है। गुडलाइफ कंपनी बेकरी का काम आसान करने वाली ऐसी ही कई मशीनें बना रही हैं। खेती-किसानी के अलावा कमाई और स्वरोजगार का एक अच्छा विकल्प बेकरी व्यवसाय भी है। जिसे अगर सही तरीके से किया जाए तो अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। अगर आप भी बेकरी का बिज़नेस करते हैं या बिज़नेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको बेकरी के लिए ज़रूरी कुछ मशीनों के बारे में पता होना चाहिए। ब्रेड से लेकर कुकीज़ बनाने तक कई मशीनें मार्केट में उपलब्ध हैं।

दरअसल, आज के समय में जब श्रम की समस्या खेती से लेकर व्यवसाय तक में हो रही है, ऐसे में मशीनों पर निर्भऱता बढ़ गई है। गुड़लाइफ कंपनी भी बेकरी बिज़नेस के लिए कई तरह की मशीनें बना रही हैं। साथ ही बेकरी का व्यवसाय शुरू करने वाले युवाओं को ट्रेनिंग भी दे रही है। ये कंपनी कौन-कौन सी ऑटोमेटिक मशीनें बनाती है और ये कैसे काम करती हैं इस बारे में कंपनी की ब्रिक्री प्रबंधक पायल यादव ने बात की किसान ऑफ इंडिया के संवाददाता सर्वेश बुंदली से।

कृषि स्टार्टअप और बेकरी व्यवसाय (Agriculture Startup and Bakery Business)

कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startup) के लिए भी बेकरी व्यवसाय एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है, जहां किसान अपनी खेती से जुड़े हुए व्यवसायों को बढ़ाकर अतिरिक्त आय कमा सकते हैं। खेती-किसानी से जुड़ी कमाई को कृषि स्टार्टअप में बदलने का यह एक शानदार तरीका है। बेकरी उद्योग भी ऐसे कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startup) के लिए उपयुक्त है जो स्थानीय स्तर पर किसानों को रोजगार प्रदान करते हैं और उन्हें बेहतर आजीविका का रास्ता दिखाते हैं।

कुकीज़ और डोनट मशीन (Cookies and Donut Machine)

बच्चों को कुकीज़ और डोनट बहुत पसंद आते हैं, इसलिए तो हर बेकरी वाले ये दोनों आइटम की ढेर सारी वैरायटी ज़रूर रखते हैं। गुडलाइफ नामक कंपनी कुकीज़ और डोनट बनाने की मशीनें बनाती है जिससे बेकरी का व्यवसाय करने वालों का काम आसान हो जाए। कंपनी की बिक्री प्रबंधक पायल यादव अपनी डोनट मशीन को यूनीक मानती हैं उनका कहना है कि मार्केट में फिलहाल ज़्यादा कंपनी इस तरह की मशीन नहीं बना रही हैं। वो बताती हैं कि डोनट एक तरह का केक है जिसे बनाने वाली मशीन गुडलाइफ कंपनी ने हाल ही लॉन्च की है।

फिलहाल मार्केट में इसके प्रतिस्पर्धी नहीं हैं, क्योंकि अभी तक ज़्यादा किसी कंपनी की डोनट मशीन बाज़ार में नहीं है। उनका कहना है कि गुडलाइफ कंपनी की इस मशीन से उन लोगों को फायदा होगा जो डोनट बनाने या बेकरी का काम शुरू करना या उसे काम आगे बढ़ाना चाहते हैं। इस मशीन की मदद से वो अपनी बेकरी को अपग्रेड कर सकते हैं और काम को आगे बढ़ा सकते हैं। इसमें मार्जिन भी अच्छा मिलता है।

ऑटोमैटिक प्राइम मशीन (automatic prime machine)

पायल यादव गुडलाइफ कंपनी द्वारा बनाई जाने वाली एक मशीन के बारे में बताते हुए कहती है कि, हैडमेंड कुकीज़ के लिए कंपनी ECP (Extruder with cutter, paneer) लेकर आई है जिससे उत्पादन अधिक होगा। वो बताती हैं कि पहले लोग कुकीज़ हाथ से बनाते थें जिसमें समय और मेहनत ज़्यादा लगती थी, लेकिन इस मशीन से कम समय में ज़्यादा उत्पादन ले सके।

इसमें हॉपर में गूंधा आटा डालते हैं, फिर इसमें लगी डाइज़, जो अलग-अलग डिज़ाइन की होती है, उससे कुकीज़ को शेप दिया जाता है, शेप क्लाइंट की ज़रूरत और मांग के हिसाब से बनाया जाता है। इस मशीन में कटर है, पैनर है जिससे कुकीज़ बनकर ट्रे में बाहर आती है। फिर इसे बेक किया जाता है।

कृषि स्टार्टअप के लिए बेकरी मशीनें (Bakery Machines for Agriculture Startup)

आजकल कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startup) में बहुत सारे नए विचार आ रहे हैं, जिनमें बेकरी व्यवसाय भी एक आकर्षक विकल्प बनकर सामने आ रहा है। किसानों को यह समझने की ज़रूरत है कि कृषि स्टार्टअप के माध्यम से बेकरी उद्योग में शामिल होने से उन्हें ना केवल अतिरिक्त आय मिल सकती है, बल्कि यह रोजगार के अवसर भी पैदा करता है। कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startup) और बेकरी का संयोजन, खासकर उन इलाकों में जहां कृषि प्रधान व्यवसाय है, बहुत प्रभावी हो सकता है।

ड्रॉपिंग मशीन का सीमित काम (Limited work of dropping machine)

ECP मशीन की खासियत बताते हुए पायल पहले ड्रॉपिंग मशीन की लीमिटेशन के बारे में भी बात करती हैं, इस मशीन की सबसे बड़ी खामी ये है कि इसमें कुकीज के लिए गूंधे आटे में कोई भी ड्राई फ्रूट्स या सख्त सामग्री नहीं डाली जा सकती है, क्योंकि इसमें प्लास्टिक के नोज़ल लगे होते हैं जिसके टूटने की संभावना रहती है।

जबकि ECP मशीन का फायदा ये है कि अगर क्लाइंट आटे में कोई सामग्री जैसे चेरी या ड्राई फ्रूट्स मिलाना चाहते हैं, तो आसानी से मिला सकते हैं। इसमें डाइज़ या मशीन को नुकसान पहुंचने का कोई डर नहीं होता है। इससे कम समय में अच्छे बिस्किट बन जाते हैं। क्लाइंट को जिस भी डिज़ाइन का बिस्किट चाहिए वो उस डिज़ाइन का डाइज़ सिलेक्ट कर सकता है।

कितना होता है उत्पादन (How much is the production)

पायल मेहता का कहना है कि ECP मशीन 150 से 200 किलो प्रति घंटे के हिसाब से उत्पादन देती है। अगर कोई चाहे तो इस मशीन को 24 घंटे तक भी चला सकता है। उनका कहना है कि उनकी मशीनों से तैयार बिस्किट की सेल्फ लाइफ आमतौर पर 6 महीने होती है।

कैसे जुड़ सकते हैं आप गुडलाइफ से (How can you join Good Life?)

पायल का कहना है कि उनकी कंपनी का मकसद सिर्फ मशीन बेचना नहीं है। उनका कहना है कि  अगर कोई नया ग्राहक आता है और बेकरी का बिज़नेस करना चाहता है, तो उनकी कंपनी उसे 10-12 दिन की ट्रेनिंग देते हैं। उनकी किडिज़ नाम की बेकरी भी है, जिसका रोज़ाना का उत्पादन करीब 12-15 टन होता है।

उनका कहना है कि वो लोग अपने बेकरी का अनुभव ग्राहकों के साथ शेयर करते हैं और अगर उन्हें कोई सामान नहीं मिल रहा है तो वेंडर का कॉन्टेक्ट नंबर भी ग्राहकों को देते हैं। उनका कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति इस व्यवसाय को स्थापित करना चाहता है तो उनकी कंपनी उनको पूरा सहयोग देती है फिर चाहे वो वेंडर का नंबर देना हो या रेसिपी शेयर करना।

युवाओं को संदेश (message to youth)

पायल यादव का कहना है कि अगर कोई युवा अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहता है, तो उनसे संपर्क कर सकता है और उनके प्लांट में विज़िट के लिए जा सकता है, जिससे उसे आइडिया होगा कि कौन-सी मशीन लेनी है और ये कैसे काम करती हैं। अगर आप भी किडीज़ बेकरी का प्लांट विज़िट करना चाहते तो नीचे दिए पते पर जा सकते हैं।

प्लॉट A-81, 82, नोएडा सेक्टर -58

बेकरी बिज़नेस की अहम बातें (Important points of bakery business)

  • पहले आपको जनना होगा कि ग्राहक किस तरह के बेकरी प्रोडक्ट पसंद करते हैं। इसके लिए आपको थोड़ा मार्केट रिसर्च करना होगा।
  • फिर लोकेशन तय करना होगा और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना होगा।
  • आपको ये भी तय करना होगा कि आप एक बड़ा रिटेल-आधारित बेकरी खोलना चाहते हैं या किसी सड़क किनारे छोटी बेकरी।
  • फिर आपको सभी महत्वपूर्ण चीज़ों जैसे लाभ, खर्च, रेवन्यू जेनरेशन आदि के लिए फायनांशियल प्लानिंग करनी होगी। और अपना बजट देखना होगा कि आप पैसों का इंतज़ाम कैसे करेंगे।
  • याद रखें कि बेकरी व्यवसाय में सफल होने के लिए ग्राहकों की संतुष्टि बहुत ज़रूरी है, इसलिए जो भी प्रोडक्ट आप बनाएं उसकी गुणवत्ता और स्वाद का खास ध्यान रखें।

निष्कर्ष (Conclusion)

कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startup) और बेकरी उद्योग के संयोजन से नए रास्ते खुल सकते हैं, और ये युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकता है। अगर सही दिशा और मार्गदर्शन मिले तो यह व्यवसाय कृषि स्टार्टअप के लिए ना केवल फायदे का सौदा साबित हो सकता है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

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सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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