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हम भारतीयों के भोजन में अचार का विशेष महत्व होता है। हमारे देश में शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां अचार न बनता हो। गांव में तो कई महिलाएं मिलकर एक-दूसरे के घर जाकर अचार बनाने में मदद करती थी, मगर शहरी लोग अचार बनाने की बजाय खरीदना पसंद करते हैं। ऐसे में घर के स्वाद वाले अचार का बिज़नेस (Pickle Business) करना मुनाफ़े का सौदा साबित हो सकता है।
बिहार से लेकर महाराष्ट्र तक कई ऐसे ब्रांड्स है जिनकी शुरुआत छोटे पैमाने पर हुई, मगर अब इनके अचार का स्वाद हर किसी की ज़ुबान पर चढ़ चुका है। उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले राम बिहारी भी करीब 15 सालों से अचार बनाने का व्यवसाय कर रहे हैं, साथ ही वो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में भी मदद कर रहे हैं। अपने इस सफर और महिलाओं के योगदान पर राम बिहारी से चर्चा की किसान ऑफ इंडिया के संवाददाता सर्वेश बुंदेली से।
गांव की महिलाओं की मदद से शुरू किया काम (Work started with the help of village women)
कम बजट में शुरू किए जाने वाले आसान बिज़नेस में एक अचार बनाना भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले राम बिहारी पिछले 15 साल से अचार का बिज़नेस (Pickle Business) कर रहे हैं। उनके बिज़ने की खास बात ये है कि इससे बहुत सी महिलाएं जुड़ी हुई हैं। ये कहना गलत नहीं होगा कि महिलाएं ही उनके बिज़नेस का बैकबोन है। राम बिहारी कहते हैं कि उन्होंने अपने बेटे को पहले फूड प्रोसेसिंग में डिप्लोमा करवाया और फिर गांव की महिलाओं की मदद से अमूल्य फूड प्रोडक्ट नामक कंपनी बनाकर अचार बनाने का काम शुरू किया।
20-25 तरह के अचार (20-25 types of pickles)
राम बिहारी बताते हैं कि वो तरह-तरह के अचार और मुरब्बे बनाते हैं। फिलहाल उनके पास 20-25 तरह के अचार हैं जिसमें लहसुन का अचार, हरी मिर्च, भरवां मिर्च का अचार, हींग वाला आम, कटहल, करेला, लसोड़ा, अदरक आदि के अचार शामिल हैं। उनके एक खास प्रोडक्ट है अदरक- लहसुन की चटनी जो सबसे ज़्यादा बिकता है। इसके अलावा वो आंवले का मुरब्बा, सेब का मुरब्बा, बेल का मुरब्बा और मीठा आम व मीठा नींबू आदि भी बना रहे हैं।
महिलाओं को रोज़गार (employment to women)
राम बिहारी के अमूल्य फूड प्रोडक्ट कंपनी के साथ करीब 10 महिलाएं जुड़ी हुई हैं, जो अलग-अलग तरह के काम करती हैं। जैसे कुछ महिलाएं लहसुन छीलने, आम, कटहल, मिर्च आदि को काटती हैं, यानी कुछ महिलाएं सिर्फ़ कटिंग का काम करती हैं, वही कुछ महिलाएं मसाला मिलाकर अचार बनाने का काम करती हैं और कुछ पैकिंग का काम करती हैं। खास बात ये है कि अचार की मार्केटिंग भी महिलाएं ही करती हैं। राम बिहारी कहते है कि आने वाले समय में उनकी योजना अचार के डिब्बा पैकिंग करने की है।
प्रिज़र्व करते हैं मौसमी चीज़ें (Preserve seasonal items)
आम, कटहल, आंवला, करेला जैसी चीज़ें सीज़नल मिलती हैं, तो पूरे साल इनका अचार बनाने संभव नहीं होता है। इसलिए राम बिहारी बताते है कि वो ऐसी चीज़ों को बड़ी मात्रा में खरीदकर प्रिज़र्व करके रख देते हैं और फिर जब ज़ररूरत होती है, तो मसाला मिलाकर अचार बना लेते हैं।
कैसे करते हैं मार्केटिंग (how to do marketing)
बात किसानों की हो या छोटे उद्यमियों की उनके लिए मार्केटिंग एक बड़ी समस्या रहती है। किसानों को कुछ भी उगाने के लिए बोलिए वो उगा तो लेंगे, मगर समस्या आती है उसे बेचने में। ऐसे में राम बिहारी अपने उत्पाद की मार्केटिंग कैसे करते हैं, इस बारे में उनका कहना है कि उनके प्रोडक्ट की मार्केटिंग महिलाएं ही करती हैं, जो घर-घर जाकर लोगों को अपने उत्पाद के बारे में बताती हैं कि उनके उत्पाद कि क्या विशेषताए हैं और ये दूसरों से कैसे अलग है।
कई छोटे किसानों से जुड़े हैं (Many are associated with small farmers)
राम बिहारी महिलाओं को तो रोज़गार दे ही रहे हैं, कई छोटे किसानों की मार्केटिंग की समस्या भी हल कर रहे हैं। दरअसल, उनके साथ 8-10 किसान जुड़े हैं जिन्हें वो लहसुन, अदरक, हरी मिर्च, गाजर, करेला जैसी चीज़ों का उत्पादन करने के लिए कहते हैं और वो किसानों को बीज आदि भी उपलब्ध कराते हैं।
यही नहीं राम बिहारी अलग-अलग किसानों को अलग-अलग चीज़ों का उत्पादन करने के लिए कहते है जैसे किसी को करेला, तो किसी को हरी मिर्च और किसी को गाजर का उत्पादन करने के लिए कहते हैं। फिर उनकी फ़सल को खेत से ही खरीद लेते हैं, तो किसानों को मंडी में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। वो किसानों से होल सेल बाज़ार की दर पर फ़सल खऱीदते हैं। राम बिहारी का कहना है कि वो किसानों से कहते हैं कि होल सेल मार्केट में जो रेट हो उसी रेट पर दे देना, या 1 रुपए ज़्यादा ही लेना कम नहीं।
अचार बिज़नेस के लिए ज़रूरी बातें (Important things for pickle business)
क्या आप भी अचार का बिज़नेस (Pickle Business) शुरू करना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए कुछ ज़रूरी बातों का पता होना चाहिए।
- अचार बिज़नेस आप कम बज़ट यानी सिर्फ़ 10000 रुपए से भी शुरू कर सकते हैं।
- शुरुआत में आपको ज़्यादा जगह की ज़रूरत नहीं है, आप घर से भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं। जब बिज़नेस अच्छा चलने लगे, तो आप कोई दूसरी जगह किराए पर ले सकते हैं।
- अचार बनाने की प्रक्रिया में साफ-सफाई का खास ध्यान रखें, वरना अचार जल्दी खराब हो सकता है।
- मौसम के अनुसार अलग-अलग तरह के अचार बनाने चाहिए। इससे लोगों की मांग के हिसाब से बेचना आसान हो जाता है और मुनाफ़ा बढ़ता है।
- अचार बिज़नेस के लिए लाइसेंस की भी ज़रूरत होती है। आपको फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी से लाइसेंस में लेना होगा। इसके लिए आप ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं।
- इस बिज़नेस में सिर्फ़ 10 हजार रुपये लगाकर दोगुना मुनाफ़ा कमाया जा सकता है।
- एक बार अगर आपका बिज़नेस चल जाए तो आप अलग-अलग एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं, जैसे आम, मिर्च, कटहल का अचार अगर अच्छा बिक रहा है तो आप कुछ नया ट्राई कर सकते हैं, जैसे टमाटर, लहसुन, गोभी आदि।
अचार का बिज़नेस (Pickle Business) महिलाओं के लिए एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि इसे वो अपने घर से शुरू कर सकती हैं। इसके लिए न तो उन्हें बहुत बड़े इनवेस्टमेंट की ज़रूरत है और न ही किसी खास तरह के स्किल की, क्योंकि आमतौर पर महिलाएं अचार बनाने में एक्सपर्ट होती है। बस ज़रूरत है बिज़नेस की बुनियादी बातों की जानकारी की और कुछ करने के जज़्बे की।
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