लाख कीट पालन: अरहर पर लाख कीट पालन है मुनाफ़े का सौदा, जानिए इसका तरीका

लाख एक कीट है जिसकी खेती आमतौर पर पालस, कुसुम और बेर के पेड़ों पर की जाती है। अरहर पर लाख कीट पालन अन्य पेड़ों की अपेक्षा आसान है और बिना अधिक मेहनत के किसान इससे अतिरिक्त मुनाफ़ा प्राप्त कर सकते हैं।

लाख कीट पालन

लाख कीट पालन किसानों के लिए अतिरिक्त आय का एक बड़ा ज़रिया बन रहा है। लाख, केरिना लाका नामक कीट से प्राप्त होने वाली प्राकृतिक राल है। लाख के कीड़े, पेड़ की शाखाओं से रस चूसकर भोजन प्राप्त करते हैं और अपनी सुरक्षा के लिए राल का स्राव कर कवच बना लेते हैं। यही लाख होती है, जिसे पेड़ की टहनियों से खुरच कर निकाला जाता है।

विश्व की 70 प्रतिशत लाख का उत्पादन हमारे देश में होता है। झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश में ख़ासतौर पर इसका उत्पादन होता है। लाख की दो किस्में होती है, रंगीनी व कुसुमी लाख। इन दोनों ही किस्मों से साल में दो फ़सलें प्राप्त की जाती हैं। रंगीनी किस्म की लाख से अधिक उत्पादन प्राप्त होता है। वैसे तो लाख कीट पालन  आमतौर पर बेर, कुसुम व पलास की कोमल शाखाओं पर ही की जाती है, मगर इनके अलावा अरहर पर भी लाख का उत्पादन किया जा सकता है। ये बेहद  आसान है।

लाख कीट पालन: अरहर पर लाख कीट पालन है मुनाफ़े का सौदा, जानिए इसका तरीका

अरहर पर लाख उत्पादन

अन्य पेड़ों की तुलना में अरहर पर लाख उत्पादन आसानी से किया जा सकता है और इससे किसान आसानी से अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं। अरहर पर लाख उत्पादन के कई तरीके हैं।

लाख कीट पालन
Lac Culture (तस्वीर साभार-wikipedia)

बीहन लाख का चुनाव

लाख उत्पादन के लिए पहले परिपक्व मादा कीट को बीहन लाख कहते हैं, जो कि शिशु कीट का उत्पादन करते हैं। इसमें परिपक्व मादा कीट लगी टहनियों को इकट्ठा करके 2-3 दिनों के अंदर  इस्तेमाल कर लिया जाता है। लाख कीट पालन  के लिए पूरी तरह से परिपक्व ऐसी मादा कीट का चुनाव किया जाता है जिसमें किसी तरह की फफूंद व दूसरे कीट न लगे हों।

रंगीनी लाख के लिए बेहतरीन है अरहर का पौधा 

पूरे साल होने वाला अरहर का पौधा रंगीनी लाख के उत्पादन के लिए बेहतरीन होता है। यह रंगीनी लाख की दोनों फसलों, कतकी और बैशाखी के लिए उपयुक्त है। कतकी फसल के उत्पादन के लिए कीट संचारण जून-जुलाई और बैशाखी फसल के लिए अक्टूबर-नवंबर में किया जाता है। अरहर की टहनियां जब 5-8 मि.मी. की हो जाती हैं, तो कीट संचारण किया जाता है।

कीट संचारण के लिए प्रति पौधे 10-15 ग्राम बीहन लाख की ज़रूरत पड़ती है। कीट संचारण के बाद देखना ज़रूरी है कि कहीं अधिक लाख कीट तो नहीं हो गए, क्योंकि इनकी मात्रा ज़्यादा होने पर पौधे मरने लगते हैं। ऐसा होने पर दूसरी शाखोंओं पर कीट संचारण  करें। यह भी देखें कि शिशु कीट बैठे हैं या नहीं।  यदि नहीं बैठे हैं, तो दूसरे बीहन से दोबारा संचारण करें। यदि आपके पास नायलॉन जाली है तो उसकी थैली में बीहन लाख को भरकर कीट संचारण करें।

Kisan of india facebook

लाख कीट पालन
लाख कीट पालन (तस्वीर साभार-gardenerspath)

लाख फसल की कटाई

लाख कीट पालन में जब लाख तैयार हो जाते हैं तो कोशिकाओं पर पीला धब्बा जैसा दिखता है। पूरी तरह से परिपक्व होने पर लाख को अरी लाख कहते हैं। इस समय फ़सल  की कटाई कर लेनी चाहिए। इसके लिए टहनियों को ज़मीन से 8-10 सें.मी. ऊंचाई से काट लिया जाता है।

Kisan of India Twitter

कटाई तभी करें जब शिशु कीट उत्पन्न हो जाएं। किसी टहनी पर यदि लाख नहीं है तो उसे भी काट देना चाहिए। टहनियों को काटने के बाद लाख को खुरचकर निकाला जाता है। इसे आसानी से निकालने के लिए टहनियों को 10-15 मिनट के लिए पानी में डुबो दें। इससे लाख आसानी से निकल जाते हैं।  बाद में इन्हें हवा में सुखा भी लेना चाहिए।

लाख का इस्तेमाल श्रृंगार के सामान, सील, चपड़ा, वार्निश, फलों व दवा पर कोटिंग, पॉलिश व सजावट के सामान तैयार करने में किया जाता है।  लाख एक ऐसी चीज है जिसका  उपयोग कई कामों  के लिए किया जाता है। इससे  किसानों को इसकी अच्छी कीमत मिल जाती है।

Kisan of India Instagram
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
मंडी भाव की जानकारी
ये भी पढ़ें:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top