किसानों का Digital अड्डा

राहुल और प्रियंका गांधी के लखीमपुर दौरे पर गतिरोध खत्म, मृतक किसानों के परिवारों से मुलाकात

दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने की मांग

पांच सदस्यीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल पीड़ित किसान परिवारों के अलावा लखीमपुर हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से मिलेंगे।

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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गाँव में हुई हिंसा को तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन क्षेत्र के तनाव को देखते हुए वहां भारी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया है। लखीमपुर खीरी हिंसा में चार किसान समेत आठ लोगों की मौत हुई। 12 से 15 लोग घायल हुए।

तिकुनियां बवाल मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के तीन दिन बाद भी नामजद अभियुक्त आशीष मिश्रा की गिरफ़्तारी न होने से किसान नेता और विपक्ष नाराज़ हैं। विपक्ष और किसान नेता लगातार दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।

लखीमपुर बवाल के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह समेत कई नेताओं ने लखीमपुर जाने की कोशिश की थी। पुलिस की ओर से उन्हें रोका गया और हिरासत में ले लिया गया था। आज प्रियंका गांधी और संजय सिंह को रिहा भी कर दिया गया है।

लखीमपुर खीरी ( LAKHIMPUR KHIRI )

लखीमपुर खीरी के लिए रवाना राहुल-प्रियंका

उत्तर प्रदेश एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने लखीमपुर खीरी की घटना पर कहा कि राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा न जाए और पूरे पारदर्शी तरीके से इस मामले की कार्रवाई की जाए। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी में पांच-पांच के गुट में लोगों को जाने की अनुमति दे दी गई है। इसके साथ ही योगी सरकार ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को तीन अन्य लोगों के साथ लखीमपुर खीरी जाने की इजाज़त दे दी।

इसके बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, दीपेंद्र हुड्डा के साथ लखीमपुर खीरी गए। ये लोग पीड़ित किसान परिवार के अलावा मृतक पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से मिलेंगे। वहीं सभी विपक्षी दल एक बार में पांच लोगों के साथ लखीमपुर खीरी का दौरा कर सकेंगे। ताजा खबर है कि लखीमपुर खीरी जा रहे कांग्रेस नेता सचिन पायलट और आचार्य प्रमोद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

किसानों और पत्रकार के परिवार को 50-50 लाख रुपये देने का ऐलान

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि किसानों के साथ खड़ा होना हमारा कर्तव्य है और कांग्रेस हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है। आज किसान संकट में हैं इसलिए हम घर पर नहीं बैठ सकते। साथ ही उन्होंने मारे गए किसानों और पत्रकार के परिवार को 50-50 लाख रुपये देने का भी ऐलान किया है।

उधर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ भी किसानों का प्रदेश है। लखीमपुर में जो घटना हुई उससे पूरा देश दहल गया। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से प्रत्येक पीड़ित किसानों के परिवार को 50-50 लाख रुपये और पीड़ित पत्रकार के परिवार को भी 50 लाख रुपये दिए जाएंगे। बता दें कि लखमीरपुर हिंसा में साधना न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर 35 वर्षीय रमन कश्यप की भी की मौत हो गई थी।

कपिल सिब्बल बोलेउच्चतम न्यायालय खुद लें संज्ञान 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी लखीमपुर खीरी हिंसा मामले कहा कि उच्चतम न्यायालय को इस मामले पर खुद संज्ञान लेते हुए कदम उठाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, “एक ऐसा समय था जब यूट्यूब, कोई सोशल मीडिया नहीं था, तब उच्चतम न्यायालय प्रिंट मीडिया की खबरों के आधार पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कदम उठाता था। उसने उन लोगों की आवाज सुनी, जिनकी कोई नहीं सुन रहा था। आज हमारे नागरिकों पर गाड़ी चढ़ाई जाती है और उनकी हत्या कर दी जाती है। उच्चतम न्यायालय से आग्रह है कि वह इस पर कदम उठाए।”

महाराष्ट्र में 11 अक्टूबर को बंद की घोषणा 

वहीं यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध में महाराष्ट्र में 11 अक्टूबर को बंद का आह्वान किया गया है। ये बंद कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना की तरफ से बुलाया गया है। इसकी जानकारी महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने दी है।

 

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