World Dairy Summit 2022: पीएम मोदी ने किया विश्व डेयरी सम्मेलन का उद्धाटन, दूध उत्पादन में 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी

भारत में डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान है। भारत के डेयरी सेक्टर की पहचान “mass production” से ज़्यादा “production by masses” की है।

World Dairy Summit 2022: पीएम मोदी ने विश्व डेयरी सम्मेलन में दूध उत्पादन का ज़िक्र करते हुए कहा कि 2014 से अब तक 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। विश्व में दूध उत्पादन 2 प्रतिशत की रफ़्तार से बढ़ रहा है और भारत में इसकी रफ़्तार 6 प्रतिशत है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा में पहुंच कर विश्व डेयरी सम्मेलन का उद्घाटन किया। यह आयोजन भारत में 48 वर्ष बाद किया जा रहा है। इससे पहले इस तरह का सम्मेलन 1974 में आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में दुनियाभर के कई डेयरी व्यवसायी हिस्सा ले रहे हैं। यह कार्यक्रम ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट (Greater Noida Expo Mart) में आयोजित हो रहा है, जो 12 से 15 सितंबर तक चलेगा।

भारतीय डेयरी सेक्टर की ताकत छोटे किसान

चार दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन पहुंचे पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत में डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान है। इन किसानों ने भारत की डेयरी को सशक्त कर दिया है। भारत के डेयरी सेक्टर की पहचान ‘mass production’ से ज़्यादा ‘production by masses’ की है। भारत आज विश्व में दुग्ध उत्पादन के मामले में पहले स्थान पर है। भारत के 8 करोड़ परिवार से ज़्यादा लोगों को ये सेक्टर रोज़गार मुहैया करा रहा है।

World Dairy Summit 2022
तस्वीर साभार: Dr.L.Murugan\ Twitter

भारत में डेयरी सेक्टर में कॉपरेटिव और महिलाओं अहम योगदान 

पीएम मोदी ने डेयरी सेक्टर में मुख्य भूमिका निभाने वाले भारत के डेयरी को-ऑपरेटिव का ज़िक्र करते हुए कहा कि इसके माध्यम से 2 लाख गाँवों के 2 करोड़ किसानों से दिन में दो बार दूध एकत्रित किया जाता है और उसे ग्राहकों तक पहुंचाया जाता है। इस बीच कोई बिचौलियानहीं होता। दूध से कमाई का 70 फ़ीसदी हिस्सा किसान के खाते में जाता है। भारत में डेयरी सेक्टर सिस्टम में बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने डेयरी सेक्टर में महिला सशक्तिकरण का भी ज़िक्र किया। डेयरी को-ऑपरेटिव सेक्टर में महिलाओं की अधिकता है। महिलाओं की भागीदारी 70 प्रतिशत है।

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तस्वीर साभार: Dr.L.Murugan\ Twitter

भारत में पशुओं की देसी नस्लें मौजूद

पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत के पास गाय और भैंसो की देसी नस्लें हैं। पीएम मोदी ने गुजरात की बन्नी भैंस का उदाहरण दिया। इसके साथ ही अन्य गाय और भैंसों की नस्लों का ज़िक्र किया।  इसके साथ ही बन्नी भैंस की ख़ासियत के बारे में बताया।

दूध उत्पादन में हुई बढ़ोतरी

उन्होंने आगे कहा कि पशुधन और दूध से जुड़े व्यवसाय भारत की हज़ारों वर्ष पुरानी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है। हमारी इस विरासत ने भारत के डेयरी सेक्टर को कुछ विशेषताओं से सशक्त कर दिया है। पीएम ने दूध उत्पादन का ज़िक्र करते हुए कहा कि 2014 के बाद से दूध उत्पादन में 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। विश्व में दूध उत्पादन 2 प्रतिशत की रफ़्तार से बढ़ रहा है और भारत में इसकी रफ़्तार 6 प्रतिशत है।

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तस्वीर साभार: Dr.L.Murugan\ Twitter

गांव और पशुओं की ग्रोथ का किया ज़िक्र

पीएम मोदी ने आगे जिक्र किया कि हम ग्रीन ग्रोथ गाँवों की ओर बढ़ रहे हैं। उनमें से कुछ योजनाओं का ज़िक्र किया जैसे कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन, गोवर्धन योजना आदि। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में पशुओं के यूनिवर्सल वैक्सीनेशन पर भी बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा-

“हमने संकल्प लिया है कि 2025 तक हम शत प्रतिशत पशुओं को फुट एंड माउथ डिजीज़ और ब्रुसलॉसिस की वैक्सीन लगाएंगे। हम इस दशक के अंत तक इन बीमारियों से पूरी तरह से मुक्ति का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।”

भारत, डेयरी का सबसे बड़ा डेटाबेस तैयार कर रहा है। डेयरी सेक्टर से जुड़े हर पशु की टैगिंग हो रही है। आगे उन्होंने कहा कि आधुनिक टेक्नोलॉजी की मदद से पशुओं की बायोमीट्रिक पहचान हो रही है।

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