किसान आंदोलन पर बोलते हुए पीएम मोदी ने राज्यसभा में विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने तृणमूल सांसद डेरक ओ ब्रायन और कांग्रेस सांसद बाजवा का जिक्र करते हुए कहा कि वह चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों द्वारा लोकतंत्र पर दिए गए उपदेशों से सहमत नहीं हैं।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के बाजवा साहब काफी बढ़िया बोल रहे थे। ये इस तरह बोल रहे थे कि मानो कुछ ही देर में 1984 और इमरजेंसी तक पहुंच जाएंगे। लेकिन वह वहां तक नहीं पहुंचे। ऐसा देखकर हमें निराशा हुई।
इसी तरह तृणमूल सांसद डेरक ओ ब्रायन की कही बातों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि मुझे लग रहा था कि वे बंगाल की बात बता रहे हैं या देख की बात बता रहे हैं। संभवतया वह जो इधर-उधर सुनते हो, वही बात गलती से यहां बता दी हो।
राज्यसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अभी तक हम श्रमजीवी, बुद्धिजीवी जैसे शब्द सुनते आ रहे हैं। लेकिन अब कुछ समय से एक नई जमात पैदा हो गई है और वो हैं आंदोलनजीवी। इस जमात के लोग जहां कहीं भी आंदोलन होता है, वहीं घुस जाते हैं। ये वकीलों के आंदोलन में नजर आएंगे, मजदूरों के आंदोलन में दिखेंगे, ये पूरी टोली है जो आंदोलनजीवी है। ये दरअसल परजीवी होते हैं।