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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने 29 मई 2025 को गुणियाल गांव से ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ (Viksit Krishi Sankalp Abhiyan) की शुरुआत की। ये अभियान न केवल उत्तराखंड (Uttarakhand) बल्कि पूरे देश के किसानों के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाला है। इसके तहत कृषि वैज्ञानिक और अधिकारी राज्य के 95 विकास खंडों, 670 न्याय पंचायतों और 11,440 गांवों में जाकर किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ेंगे।
क्या है विकसित कृषि संकल्प अभियान?
यह अभियान 29 मई से 12 जून तक चलेगा, जिसमें 2,000 से अधिक वैज्ञानिक टीमें देशभर के 700 जिलों में 1.5 करोड़ किसानों तक पहुँच बनाएंगी। उत्तराखंड में प्रत्येक जिले में तीन टीमें गठित की गई हैं, जो रोजाना तीन स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करेंगी। हर कार्यक्रम में 600 से अधिक किसान शामिल होंगे।
किसानों को क्या मिलेगा इस अभियान से?
1. मिट्टी परीक्षण और फसल चयन में मदद
किसानों को उनकी भूमि की गुणवत्ता और जलवायु के अनुसार सही फसल चुनने में मदद मिलेगी। मिट्टी की जाँच करके बताया जाएगा कि कौन-सी फसल उनके खेत के लिए सबसे अधिक लाभदायक होगी।
2. उन्नत कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण
किसानों को आधुनिक खेती के तरीके, जैविक खाद का उपयोग, ड्रिप इरिगेशन और कीट प्रबंधन जैसी तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। इससे उत्पादन बढ़ेगा और लागत कम होगी।
3. कृषि योजनाओं की जानकारी
सरकार की विभिन्न योजनाएं जैसे कृषि सब्सिडी, पशुपालन अनुदान, बागवानी प्रोत्साहन आदि के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
4. किसानों के अनुभव और ज्ञान को महत्व
इस अभियान में किसानों के अनुभव, पारंपरिक ज्ञान और नवाचारों को भी संकलित किया जाएगा, ताकि वैज्ञानिक शोध को और अधिक व्यावहारिक बनाया जा सके।
क्यों है ये अभियान अहम?
उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है, लेकिन अभी भी कई किसान पुराने तरीकों पर निर्भर हैं। इस अभियान के ज़रीये से-
- किसानों की आय बढ़ेगी।
- खेती की लागत कम होगी।
- प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग होगा।
- कृषि में नई टेक्नोलॉजी का प्रसार होगा।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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