पपीते की पौध (Papaya Plant): आज इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि कैसे गांव में रहने वाले एक व्यक्ति ने खेती से इतनी तरक्की कर ली कि आज वह लोगों के लिए एक नईं मिसाल हैं। वे पहले दो वक्त की रोटी को लेकर बेहद परेशान रहते थे लेकिन आज उनके खेत में लाखों रुपए के पपीते उगे हुए हैं।
राम जोंको ने अपने खेत में तकरीबन 800 पपीते की पौध लगाए हुए हैं। इन पर 8-10 लाख रुपए के फल लगे हुए हैं। जहां लॉकडाउन में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनकर सामने आई है। वहीं राम जोंको भी पहले अपने काम-धंधे को लेकर काफी चिंतित थे। फिर राम जोंको ने आत्मनिर्भर होने की ठानी और 4 महीने पहले अपने खेत में पपीते के पेड़ लगाए और आज 50 टन पपीते की उपज तैयार करते हैं।
राम जोंको का कहना है कि उनकी फसल मंडी में जाने के लिए एकदम तैयार है। अब वे उसे मंडी और बाजारों में बेचने सकते हैं। बाजार में पपीता (Papaya) 40 रुपए किलो से ऊपर बिक रहा है। अगर वे अपनी फसल आधी कीमत पर भी बेचे, तो 8-10 लाख रुपए आराम से कमा सकते हैं।
राम जोंको Covid Lockdown में काम-धंधे को लेकर तनाव में थे। फिर उन्होंने JTDS नामक संस्था से संपर्क किया। इसके बाद खेत में 3000 पपीते का पौधा लगाया। इसमें से 800 में फल आ गए हैं। वहीं जेटीडीएस संस्था के जेईई दानिश कमर बताते हैं कि उनकी संस्था किसानों को फसल के लिए हर मदद उपलब्ध कराती है। अगर किसान सही दिशा में काम करें, तो उन्हें दूसरों की नौकरी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।