Table of Contents
मक्का को तो हर कोई जानता है, सभी ने मक्का से कॉर्न फ्लेक्स लेकर मक्के की रोटी खाई होगी। इससे और भी किसी तरह के खाद्य पदार्थ तैयार हो जाते हैं। मक्का की फसल का भारत में पूरी दुनिया में सभी बाज़ारों के कुल उत्पादन का 25 प्रतिशत है। मक्के को ‘अनाज की रानी’ भी कहा जाता है। भारत में मक्का की खेती (How To Grow Maize Crop?) 7.27 मिलियन हेक्टेयर है। मक्का की ख़ास बात ये है कि यहां हर तरह की मिट्टी में की जा सकती है। इसका कारण ये है कि केमिकल की खेती में इससे अधिक मात्रा शामिल नहीं है।
मक्का की फ़सल ज़्यादा फायदा देने वाली उपज
मक्का की फसलें और धान की फसलें सबसे ज्यादा फायदे वाली हैं। मक्का की फसल को कच्चे माल के रूप में तेल, साबुन, शराब जैसे कई तरह के कच्चे उत्पाद भी तैयार किये जाते हैं। अब मक्के से इथेनॉल भी तैयार हो गया है।
मक्का की खेती जायद सीजन में भी हो सकती है, लेकिन इसकी खेती रबी के सीजन में भी हो सकती है। मक्का की फसल के लिए 3 महीने की समय योजना जो कि धान की फसल के लिए काफी कम है।
कितने दिन में तैयार होती है फसल?
आपको बता दें कि धान की फसल 145 दिन में तैयार होने में लगती है। मक्का की फसल धान के पौधों में 90 प्रतिशत पानी और 79 प्रतिशत हिस्सेदारी है। मक्का एक प्रमुख फसल है, जो मोटे अनाजों की खेती से आती है। मक्का की खेती भारत में अधिकतर उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, एमपी, छत्तीसगढ़, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, झारखंड, गुजरात राज्यों में होती है।
कृषि विज्ञान केंद्र, ज़िया मक्का जो मक्का का वैज्ञानिक नाम है, फ़सल को मैदानी क्षेत्र से लेकर केरल पर्वत क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर आराम से उपलब्ध सुविधा उपलब्ध है। इसी तरह से भारत में मक्के की कई उन्नत खेती की जाती है।
मक्का की खेती कैसे करें (Maize Cultivation)
मक्के की फसल के निर्माण के लिए जलवायु और मौसम का अच्छा होना काफी अहम है। मक्का के फ़सल की खेती तो वैसे ही गर्म और ठंडी दोनों की खेती एशिया में ही होती है, लेकिन ये उष्ण कटिबंधीय इलाक़ा में अच्छी उपज देती है। कंपनी की वेबसाइट पर बताया गया है कि कंपनी की बिक्री के लिए बिजनेस प्लान तैयार करना जरूरी है। शैक्षणिक संस्थान की ओर से 18 से 23 डिग्री का तापमान, मक्के के मानक में वृद्धि होनी चाहिए। वहीं 28 डिग्री तापमान सबसे अच्छा माना जाता है।
मक्का की फसल के लिए कैसी हो मिट्टी (What should be the soil for maze crop)
मक्का की खेती के लिए पानी की दुकानों की सही व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए बलुई मिट्टी से दोमट मिट्टी उपयुक्त है। इसके साथ ही मिट्टी का ढांचा 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए, जिससे मक्के की फसल का अच्छा निर्माण होता है। पूसा के कृषि उपकरणों के, जिस मिट्टी में खारा पानी की समस्या होती है, वहां पर बिजनेस किनारे-किनारे करना चाहिए, जिस मिट्टी में नमक न पहुंच सके।
मक्का की फसल की खेती ( Maize Crop Cultivation)
मक्के के फ़सल में पूरे समय 400-600 मिमी पानी की ज़रूरत होती है। पुष्पों के आने और दानों के प्रस्ताव के समय पानी देना पता है। गर्मी में 10-15 दिन के बीच सीना करना अहम है। पूरी फ़सल अवधि में 8 से 10 सींच की आवश्यकता होती है।
मक्का की फसल की कटाई कब करें ( Harvesting maize crop)
मक्का की कटाई, मौसम के अंत में यानी अगस्त से अक्टूबर के बीच की जाती है। हालांकि, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि मक्का की खेती किस क्षेत्र में की गई है।
मक्का की फसल में रोग प्रबंधन (Disease management in maize crop)
मक्का की फसल में पत्ती झुलसा, रस्ट, तना गलन, कर्नेल रॉट और डाउन माइल्ड्यू जैसे रोग गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे बचाव के लिए बीजोपचार (ट्राइकोडर्मा या थीरम से), संतुलित उर्वरक, फसल चक्र और उचित जल निकासी अपनाएं। जैविक प्रबंधन में नीम का अर्क, जैविक कवकनाशक और ट्राइकोडर्मा का उपयोग करें। रोग लगने पर कार्बेन्डाजिम या मैंकोज़ेब जैसे फफूंदनाशकों का छिड़काव करें। नियमित निरीक्षण और सही उपाय अपनाने से मक्का की उत्पादकता 20-25% तक बढ़ सकती है
मक्का में पाए जाने वाले खनिज (Minerals Found in Maize)
मक्का में फाइबर (फाइबर), लोह (आयरन), पोटेशियम (पोटेशियम), फेरुलिक एसिड (फेरुलिक एसिड) होता है।
मक्का के फायदे (Benefits Of Maize)
मक्के में विटामिन ए पाया जाता है, जो शरीर के लिए काफी मात्रा में पाया जाता है। भट्टी, बेकरी होना से व्यवसाय है। आंखों की रोशनी के लिए अच्छा है। पेट के कैंसर का खतरा काफी कम होता है। त्वचा में चमक कायम रहती है, साथ ही खराब चॉकलेट के स्तर को भी कम किया जाता है। खून में खासियत होती है। मक्के के सामानों पर प्रतिबंध लगाने की योजना। मेक्सिको में आयरन, ऑस्ट्रिया, फ़ेरुलिक एसिड पाया जाता है।