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केंद्र सरकार (Central Government) ने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि व्यापार को डिजिटल प्लेटफॉर्म (Digital Platform) से जोड़ने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। अब ई-नाम (e-NAM) पोर्टल पर 238 कृषि उत्पादों की सूची में 7 नई फसलों को शामिल (7 new crops included in the list of 238 agricultural products) किया गया है। इससे लाखों किसानों को सीधे बाजार से जुड़ने और अपनी उपज का बेहतर मूल्य पाने का मौका मिलेगा।
इसमें कौन-कौन सी नई फ़सलें हुईं शामिल?
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन 7 नए कृषि उत्पादों को ई-नाम प्लेटफॉर्म पर जोड़ने की मंजूरी दी है। इनमें शामिल हैं:
- जर्दालू आम (बिहार का फेमस आम)
- शाही लीची (बिहार की मशहूर लीची)
- गन्ना (उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार में बड़े पैमाने पर उगाया जाता है)
- मर्चा चावल (बिहार का ख़ास चावल)
- कतरनी चावल (पारंपरिक भारतीय चावल)
- मगही पान (बिहार का प्रसिद्ध पान)
- बनारसी पान (उत्तर प्रदेश की ख़ास पान का पत्ता)
इसका सबसे ज़्यादा फ़ायदा बिहार और उत्तर प्रदेश के किसानों को होगा, जहां ये फसलें बड़े पैमाने पर उगाई जाती हैं। अब किसान इन्हें सीधे ई-नाम पोर्टल पर बेचकर बिचौलियों के चंगुल से बच सकेंगे।
ई-नाम पोर्टल पर 4 उत्पादों के मापदंडों में भी बदलाव
सरकार ने पहले से ई-नाम पर मौजूद 4 कृषि उत्पादों के ट्रेडिंग मापदंडों में भी बदलाव किया है, ताकि किसानों को उनकी गुणवत्ता के अनुसार बेहतर कीमत मिल सके। ये प्रोडक्ट्स हैं:
- सिंघाड़े का आटा
- सिंघाड़ा
- बेबी कॉर्न
- ड्रैगन फ्रूट
ये बदलाव अलग-अलग राज्यों के किसानों, कृषि विशेषज्ञों और हितधारकों की फीडबैक के बाद किए गए हैं।
किसानों को क्या होगा फायदा?
बिचौलियों की समस्या खत्म :– अब किसान सीधे ई-नाम पोर्टल पर अपनी फसल बेच सकेंगे, जिससे बीच के दलालों की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पारदर्शी व्यापार :– ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कीमतें स्पष्ट होंगी, कोई धोखाधड़ी नहीं होगी।
बेहतर दाम :– किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य मिलेगा, क्योंकि खरीदार सीधे बोली लगा सकते हैं।
राष्ट्रीय बाजार तक पहुंच :– छोटे किसान भी अब देशभर के खरीदारों से जुड़ सकेंगे।
डिजिटल भुगतान:– पैसा सीधे किसान के बैंक खाते में आएगा, नकदी की समस्या खत्म।
कैसे काम करता है ई-नाम पोर्टल?
ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जहां किसान अपनी फ़सल को ई-बिडिंग (इलेक्ट्रॉनिक बोली) के जरिए बेच सकते हैं। इसकी खासियतें हैं:
- फ्री रजिस्ट्रेशन :– किसान और व्यापारी निशुल्क रजिस्टर कर सकते हैं।
- रियल-टाइम मूल्य :– बाजार भाव की लाइव जानकारी मिलती है।
- कई भाषाओं में सुविधा :– हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में पोर्टल उपलब्ध।
- मोबाइल ऐप :– eNAM ऐप से कहीं भी ट्रेडिंग की जा सकती है।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
Step 1 – eNAM.gov.in पर जाएं।
Step 2 -‘रजिस्टर’ पर क्लिक करें।
Step 3 -किसान, व्यापारी या कमीशन एजेंट के रूप में रजिस्ट्रेशन करें।
Step 4 -ज़रूरी दस्तावेज़ जमा करें (आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, ज़मीन के कागज़ात)।
Step 5 -वेरिफिकेशन के बाद ट्रेडिंग शुरू करें।
डिजिटल क्रांति से किसान बनेंगे आत्मनिर्भर
ये कदम ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। ई-नाम पोर्टल पर नई फसलों के शामिल होने से किसानों को अधिक आय, पारदर्शिता और राष्ट्रीय बाजार तक पहुँच मिलेगी। अब किसानों को अपनी मेहनत का सही दाम मिलेगा और वे बिचौलियों के शोषण से मुक्त होंगे।
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