Tractor Certificate: ट्रैक्टरों के सर्टिफिकेट को लेकर सीएम नायब सिंह सैनी का ऐलान,कृषि मशीनरी भी मिलेगी आराम से

भारत के अन्नदाताओं के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Naib Singh Saini)  की ओर से ज़बरदस्त खुशख़बरी है। अब ट्रैक्टरों के सीएमवीआर (केंद्रीय मोटर वाहन नियम) प्रमाणीकरण का सर्टिफिकेट (Tractor Certificate) सीधे हिसार के उत्तरी क्षेत्र फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (Farm Machinery Training & Testing Institute) से मिलेगा। इस बड़े कदम से हरियाणा में कृषि जगत से जुड़े निर्माताओं को सीधा लाभ होगा। और इसी के साथ, किसानों के लिए एक और शानदार सौगात भी मिली है वो है कस्टम हायरिंग सेंटर। इसकी शुरूआत होने जा रही है।

Tractor Certificate: ट्रैक्टरों के सर्टिफिकेट को लेकर सीएम नायब सिंह सैनी का ऐलान,कृषि मशीनरी भी मिलेगी आराम से

भारत के अन्नदाताओं के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Naib Singh Saini)  की ओर से ज़बरदस्त खुशख़बरी है। अब ट्रैक्टरों के सीएमवीआर (केंद्रीय मोटर वाहन नियम) प्रमाणीकरण का सर्टिफिकेट (Tractor Certificate) सीधे हिसार के उत्तरी क्षेत्र फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (Farm Machinery Training & Testing Institute) से मिलेगा।

इस बड़े कदम से हरियाणा में कृषि जगत से जुड़े निर्माताओं को सीधा लाभ होगा। और इसी के साथ, किसानों के लिए एक और शानदार सौगात भी मिली है वो है कस्टम हायरिंग सेंटर। इसकी शुरूआत होने जा रही है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Naib Singh Saini) ने इस अहम फैसले का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि अब छोटे और सीमांत किसान भी रोटावेटर, सुपर सीडर, लैंड लेवेलर, हल और ट्राली जैसी आधुनिक कृषि मशीनरी को किराए पर लेकर अपनी पैदावार बढ़ा सकेंगे।

कृषि को मिलेगी नई ताकत

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि वो खुद किसान का बेटे हैं इसलिए वे किसानों की जरूरतों को अच्छी तरह समझते हैं। आधुनिक मशीनों और नई तकनीकों से कृषि कार्य न केवल आसान होगा, बल्कि उत्पादन लागत में भी भारी कमी आएगी।

नई तकनीकों की ओर बढ़ता हरियाणा

हिसार के उत्तरी क्षेत्र फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान में आयोजित तीन दिवसीय कृषि दर्शन प्रदर्शनी का भव्य शुभारंभ सीएम ने किया है। इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य हरियाणा सरकार के कृषि मशीनरीकरण अभियान को नई गति देना और किसानों को आधुनिक तकनीकों से परिचित कराना है।

ये प्रदर्शनी किसानों को अपने खेतों में नई मशीनों और वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी, जिससे वे ज़्यादा प्रोडक्शन, कम लागत और बेहतर गुणवत्ता मिल सकेगी।

जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान-जय अनुसंधान

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नारा दिया था ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ और अब प्रधानमंत्री मोदी ने इसमें एक और महत्वपूर्ण शब्द जोड़ते हुए कहा है ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान’ इसी विजन को आगे बढ़ाते हुए, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कृषि यंत्र निर्माताओं से आग्रह किया है कि वे ऐसे किफायती और उपयोगी उपकरण विकसित करें, जो किसानों के लिए फायदेमंद साबित हों।

इनोवेशन और टेक्नोलॉजी का संगम

कृषि क्षेत्र के इंजीनियर और फार्म मशीनरी निर्माता अगर मिलकर इनोवेटिव आइडिया पर काम करें, तो खेती को और ज्यादा उन्नत और फ़ायदेमंद बनाई जा सकती है।

स्प्रिंकलर और ड्रिप इरिगेशन तकनीकों को अपनाना बेहद ज़रूरी

किसानों से ये भी आग्रह किया गया है कि वे नई तकनीकों, उन्नत बीजों और जैविक खेती को अपनाएं और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं। जिस तरह से पानी का स्तर नीचे जा रहा है, उसे ध्यान में रखते हुए स्प्रिंकलर और ड्रिप इरिगेशन जैसी आधुनिक सिंचाई तकनीकों को अपनाना बेहद जरूरी है। सबसे अच्छी बात ये है कि सरकार इन योजनाओं पर 70 से 80 फीसदी तक की सब्सिडी भी दे रही है।

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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