कृषि स्टार्टअप: जैविक बीज क्रांति के एक प्रेरणास्रोत हैं मनीष कुमावत

मनीष कुमावत ने अपनी मेहनत और इनोवेशन से कृषि स्टार्टअप "इनोवेटिव फार्मर्स इंडिया" की स्थापना की, जो किसानों की पैदावार और मुनाफा बढ़ाने में मदद कर रहा है।

कृषि स्टार्टअप agriculture startups

राजस्थान के सीकर जिले के दांता गांव से ताल्लुक रखने वाले मनीष कुमावत ने अपनी मेहनत, विज्ञान और इनोवेशन के बल पर कृषि के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाई है। मनीष ने न केवल किसानों की समस्याओं को समझा, बल्कि उनका स्थायी समाधान ढूंढने के लिए एक कृषि (Agri Startups)स्टार्टअप, इनोवेटिव फार्मर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (IFIPL), की स्थापना की। इस कंपनी ने किसानों को बेहतर बीज और उन्नत तकनीकों से जोड़ा, जिससे उनकी पैदावार और मुनाफा बढ़ा।

इनोवेटिव फार्मर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत (Launch of Innovative Farmers India Pvt. Ltd.)

मनीष की कंपनी IFIPL का मुख्य उद्देश्य किसानों के लिए उन्नत और स्थानीय स्तर पर विकसित बीज उपलब्ध कराना है।

  • स्थापना वर्ष: यह कंपनी हाल ही में शुरू हुई है, लेकिन इसकी जड़ें किसानों की समस्याओं और उनकी जरूरतों में गहराई तक जुड़ी हैं।
  • मुख्य कार्य:
    1. सरसों, चने, क्लस्टर बीन्स और मूंग जैसे बीजों की नई और उन्नत किस्में तैयार करना।
    2. उच्च उपज देने वाले, तेल और गोंद की अधिक मात्रा वाले, रोग प्रतिरोधी और बेहतर गुणवत्ता के बीज तैयार करना।
    3. किसानों को अपनी फ़सल की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ाने में मदद करना।

सरकारी सहयोग और सफलता की कहानी (Government support and success story)

मनीष की इस कंपनी को कृषि मंत्रालय की RKVY-RAFTAAR (रफ्तार योजना) के तहत 25 लाख रुपये की ग्रांट मिली।

  • रफ्तार योजना: यह योजना उन कृषि स्टार्टअप (Agri Startups) को समर्थन देती है, जो किसानों की समस्याओं के लिए नवीन समाधान पेश करते हैं।
  • इस अनुदान का उपयोग मनीष ने अपनी कंपनी के विस्तार और उन्नत बीजों के विकास के लिए किया।

विज्ञान और तकनीक का योगदान (contribution of science and technology)

मनीष का काम पूरी तरह विज्ञान और तकनीक पर आधारित है।

  1. प्लांट ब्रीडिंग:
    • बीजों की नई किस्में विकसित करने के लिए 10-15 साल तक की मेहनत लगती है।
    • प्रत्येक बीज को जैविक और जैनेटिक परीक्षणों से गुजारा जाता है, ताकि वे रोग प्रतिरोधी और उच्च उपज देने वाले हों।
  2. जैविक शुद्धता:
    • बीजों की जैविक शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए हर किस्म का कई बार परीक्षण किया जाता है।
  3. परीक्षण:
    • बीजों को किसानों के खेतों में प्रयोग करके उनकी प्रभावशीलता जांची जाती है।

मनीष का मानना है कि विज्ञान और कृषि का मेल ही किसानों के लिए स्थायी समाधान ला सकता है।

बीजों की विशेषताएं (Features of seeds)

मनीष की कंपनी द्वारा विकसित बीज किसानों को कई मायनों में लाभ पहुंचाते हैं:

  1. सरसों:
    • उच्च तेल सामग्री।
  2. क्लस्टर बीन्स:
    • गोंद की अधिक मात्रा।
    • रोग प्रतिरोधक क्षमता।
  3. चना:
    • डॉलर गुणवत्ता और अधिक वजन।
  4. मूंग:
    • अधिक उत्पादन और रोग प्रतिरोधक।

इन बीजों से किसानों को न केवल बेहतर उत्पादन मिलता है, बल्कि उनकी फ़सल की गुणवत्ता भी बेहतर होती है।

सम्मान और उपलब्धियां (Honours and achievements)

मनीष को उनके कार्यों के लिए कई स्तरों पर सम्मानित किया गया है।

  1. विश्व रिकॉर्ड:
    • क्लस्टर बीन्स की सबसे ऊंची फ़सल उगाने का रिकॉर्ड।
  2. उपखंड स्तरीय पुरस्कार:
    • कृषि में नवीन कार्यों के लिए।
  3. श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर से पुरस्कार:
    • विश्वविद्यालय स्तर पर उनके योगदान के लिए।

इन उपलब्धियों ने मनीष की पहचान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित की है।

चुनौतियां और समाधान (Challenges and Solutions)

मनीष का यह सफर आसान नहीं था।

  1. शुरुआती चुनौतियां:
    • उच्च गुणवत्ता वाले बीजों को विकसित करने के लिए समय और संसाधन।
    • किसानों के बीच जागरूकता की कमी।
  2. समाधान:
    • किसानों के बीच सीधे जाकर जागरूकता फैलाना।
    • सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपने स्टार्टअप को मजबूती देना।

भविष्य की योजनाएं (future plans)

मनीष का सपना है कि उनकी कंपनी कृषि स्टार्टअप (Agri Startups) के रूप में भारत के हर किसान तक पहुंचे।

  1. बीजों का विस्तार:
    • अधिक फ़सल के लिए नई किस्में विकसित करना।
  2. किसानों के साथ साझेदारी:
    • देशभर के किसानों को उन्नत बीज और तकनीक प्रदान करना।
  3. वैश्विक विस्तार:
    • अपने बीजों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में ले जाना।

किसानों के लिए संदेश (Message for farmers)

मनीष का मानना है कि “किसान हमारे देश की रीढ़ हैं।” वे किसानों से अपील करते हैं कि वे उन्नत बीज और तकनीकों को अपनाएं, ताकि वे कम लागत में अधिक उत्पादन कर सकें और अपनी आय बढ़ा सकें।

मनीष कुमावत की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो कृषि क्षेत्र में इनोवेशन लाने की इच्छा रखते हैं। उनकी मेहनत, समर्पण और वैज्ञानिक दृष्टिकोण ने यह साबित किया है कि यदि सही दिशा में प्रयास किए जाएं, तो खेती को एक लाभकारी और टिकाऊ व्यवसाय बनाया जा सकता है।

उनकी कंपनी, इनोवेटिव फार्मर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, न केवल किसानों की समस्याओं का समाधान कर रही है, बल्कि उन्हें सशक्त बनाकर आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रही है। मनीष का सपना है कि हर किसान अपनी जमीन पर गर्व करे और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में देखे।

कृषि स्टार्टअप के साथ सफल भविष्य की दिशा (Successful future direction with agriculture startup)

मनीष कुमावत और उनका कृषि स्टार्टअप (Agri Startups) एक उदाहरण है कि कैसे विज्ञान, तकनीक और किसानों के लिए समर्पण से कृषि क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छुई जा सकती हैं।

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सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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