Horse Semen Lab: कैसे ICAR-NRCE के सहयोग से इस शख्स ने खड़ी की घोड़ों के प्रजनन की लैब?

आज नवनीत मुरुगेश के घोड़ों के प्रजनन की लैब में देसी और विदेशी दोनों ही नस्लों के घोड़ों का वीर्य संग्रहण, उनका क्रायोप्रिजर्वेशन और फिर कृत्रिम गर्भाधान होता है।

घोड़ों के प्रजनन की लैब

आपने कई अनोखे बिज़नेस के बारें में सुना होगा लेकिन आज हम आपको एक बिल्कुल ही अलग बिज़नेस और उसको शुरू करने वाले के बारें में बता रहे हैं। इससे ना केवल उनका बिज़नेस ग्रो कर रहा है, साथ ही उनकी आमदनी भी बढ़ी है। बेंगलुरु के नवनीत मुरुगेश ने घोड़ों के प्रजनन की पहली लैब शुरू की है। इस लैब में घोड़ों का वीर्य उपलब्ध है। नवनीत मुरुगेश और उनकी टीम ने घोड़ों के वीर्य इकट्ठा करने और उसे जमाने की ट्रेनिंग ICAR के नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वाइंस से की है। वो बेंगलुरु में पहले ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने इस तरह की लैब खोलने के बारें में सोंचा। उनके इस अनोखे आइडिया को ICAR के विशेषज्ञों ने पूरा करने में मदद की।

कैसे शुरू की घोड़ों के प्रजनन की लैब? (Horse Breeding Lab)

घोड़ों के प्रजनन की लैब शुरू करने के लिए नवनीत मुरुगेश ने ICAR-NRCE (ICAR-National Research Centre on Equines) बीकानेर से दो टेक्नोलॉजी खरीदीं- ‘स्वदेशी घोड़ों में वीर्य संग्रहण और क्रायोप्रिजर्वेशन’ (Semen Collection and Cryopreservation in Indigenous Horses) और ‘घोड़ों से वीर्य जमा करने के लिए कस्टमाइज्ड एवी (Customized AV for semen collection from Stallions)।

ये तकनीकें डॉ टी.आर. तलुरी और उनकी टीम ने डेवलप की थी। इसके बाद उन्होंने येलहंका, बेंगलुरु में एक अत्याधुनिक लैब तैयार की। इसमें घोड़ों के वीर्य लेने और क्रायोप्रिजर्वेशन के लिए ICAR-NRCE की तकनीकी मदद ली गई। उन्होंने 1000 से अधिक घोड़ों के वीर्य को सफलतापूर्वक फ्रीज किया और प्रशिक्षण के दौरान जमे और ठंडे वीर्य से घोड़ियों का गर्भाधान भी किया। क्रायोप्रिजर्वेशन एक ऐसी तकनीक है जिसमें कोशिकाओं और टिशूज़ को निष्क्रिय कर बेहद कम तापमान में सालों तक संरक्षित करके रखा जाता है। 

देसी-विदेशी दोनों ही नस्लों के घोड़ों का वीर्य (Indian and Foreign Horse Semen Are Available)

आज नवनीत मुरुगेश के घोड़ों के प्रजनन की लैब में देसी और विदेशी दोनों ही नस्लों के घोड़ों का वीर्य संग्रहण, उनका क्रायोप्रिजर्वेशन और फिर कृत्रिम गर्भाधान (Artificial Insemination) होता है। उन्होंने अपनी लैब से घोड़ों के जमे हुए वीर्य के डोज़ तैयार किए और उनका प्रचार-प्रसार किया। इससे यंग एंटरप्रेन्योर को भी प्रेरणा मिली है।    

सीमेन कलेक्शन से लेकर सीमेन स्टोरेज (Semen Collection To Semen Storage)

नवनीत मुरुगेश की स्थापित निजी इक्वाइन सीमेन लैब (Private Equine Semen Lab) कई महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करती है, जो घोड़ों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सहायक होती हैं। सबसे प्रमुख सेवा सीमेन कलेक्शन की है, जिसमें स्वस्थ और उच्च गुणवत्ता वाले सीमेन का संग्रह किया जाता है। इस प्रक्रिया में विशेष ध्यान रखा जाता है कि सीमेन की गुणवत्ता और पोषणता बनी रहे, ताकि घोड़ों की प्रजनन क्षमता में कोई कमी न आए।

सीमेन कलेक्शन के बाद, अगला महत्वपूर्ण चरण सीमेन स्टोरेज का होता है। लैब में अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करके सीमेन को सुरक्षित और प्रभावी तरीके से स्टोर किया जाता है। इस प्रक्रिया में ही क्रायोप्रिजर्वेशन तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे सीमेन को लंबे समय तक संरक्षित रखा जा सकता है। ये तकनीक सुनिश्चित करती है कि सीमेन की गुणवत्ता समय के साथ कम न हो और प्रजनन के समय उच्च सफलता दर प्राप्त हो सके।

घोड़ों के प्रजनन की लैब से फ़ायदा (Benefits Of Horse Breeding Lab)

घोड़ों के प्रजनन की लैब में कई अत्याधुनिक उपकरण (Modern Equipments) और तकनीकों का उपयोग किया जाता है। इनमें आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन (कृत्रिम गर्भाधान), एम्ब्रयो ट्रांसफर, और जनेटिक टेस्टिंग शामिल हैं। इन तकनीकों की मदद से वैज्ञानिक और प्रजनन विशेषज्ञ घोड़ों की नस्ल सुधारने और उनके स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ज़रूरी कदम उठाते हैं।

इन लैब्स का उद्देश्य घोड़ों की प्रजातियों के संरक्षण और उनके विकास में ध्यान देना होता है। प्रजनन की लैब के माध्यम से न सिर्फ़ उच्च गुणवत्ता वाले घोड़ों का जन्म संभव हो पाता है, बल्कि उन घोड़ों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है जो दुर्लभ या लुप्तप्राय प्रजातियों में शामिल हैं। इसके अलावा, घोड़ों के प्रजनन की लैब में रिसर्च और परीक्षणों के आधार पर घोड़ों को लगने वाली कई बीमारियों और जनेटिक समस्याओं का समाधान भी निकाला जा सकता है।

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आप भी शुरू कर सकते हैं ऐसे अनोखे कारोबार जिससे बढ़ेगी आमदनी

नए और अलग कारोबारी आइडिया अपनाकर आप अपनी आमदनी को कई गुना बढ़ा सकते हैं, जैसा कि नवनीत मुरुगेश ने घोड़ों के प्रजनन की पहली लैब शुरू करके किया।

  • जिस काम को शुरू करना चाहते हैं, उसकी पूरी रिसर्च करें। किसी भी नए कारोबार को शुरू करने से पहले आपको उस पर रिसर्च और स्टडी करनी चाहिए ताकि आप उसके फ़ायदे को समझ सकें।
  • एक डीटेल प्लानिंग बनाएं और फिर काम शुरू करें बिना एक सॉलिड प्लान के शुरू किए गए कारोबार आसानी से फेल हो सकते हैं। इसलिए एक रणनीति बनाना महत्वपूर्ण है।
  • विशेषज्ञों से सलाह लें और उनकी मदद से सही ऑप्शन सेलेक्ट करें। किसी भी एरिया के जानकारों और एक्सपर्ट की राय लेना फ़ायदेमंद होता है ताकि आप सही दिशा में आगे बढ़ सकें।
  • सही तकनीक और तरीकों से ही अपना काम करें। अपने कारोबार को चलाने के लिए आपको उस एरिया की उपयुक्त तकनीकों और सही तरीकों को अपनाना होगा।

कुछ इस तरह के आसान सुझावों पर फोकस करके आप भी अपने कारोबार को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं आपको नवनीत मुरुगेश के घोड़ों के प्रजनन की पहली लैब का ये आइडिया बेहद ही रोचक लगा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पशुपालक राजेश कुमार की कहानी, जिन्होंने बकरी के साथ मुर्गीपालन करके अपनी आमदनी 3 गुना बढ़ा ली। कैसे किया उन्होंने ये सब जानने के लिए नीचे दिया गया ब्लॉग पढ़ें। 

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