Rose Gardening Tips: घर की बगिया में ऐसे उगाएं गुलाब, हमेशा महकती रहेगी ताजा खुशबू

Gulab ki Kheti - आइए जानते हैं गुलाब का पौधा लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि घर की बगिया में पूरे साल गुलाब के फूल खिलते रहे और उसकी खुशबू से आपका घर महकता रहे।

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यूं ही गुलाब को फूलों का राजा नहीं कहा जाता। दुनिया में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे गुलाब का फूल या उसकी सुगंध पसंद ना हो। घर की बगिया (Home Garden) में यदि गुलाब न हो तो बगिया भी अधूरी सी लगती है। आपको बता दें गुलाब पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में अधिक उगाया जाता है। यह बहुवर्षीय पौधा है। इस पौधे को रोपने का सबसे उत्तम ठंडा वातावरण होता है।

सूरज की रोशनी का गुलाब पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वैसे इसे तेज धूप की आवश्यकता होती है लेकिन ज्यादा प्रकाश की तीव्रता और कम तापमान होने पर इसमें फूल नहीं आते। आइए जानते हैं गुलाब का पौधा लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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घर पर गुलाब लगाने का क्रेज़ (Rose Gardening At Home)

झांसी के रहने वाले अनिल कुमार शर्मा ने अपने घर की छत को गार्डन बनाया हुआ है। 700 से भी ज़्यादा गमले उनकी छत पर हैं। इन गमलों में कई तरह के फूल उन्होंने लगा रखे हैं। अकेले गुलाब की 150 किस्में (150 Rose Varieties) लगी हुई हैं। उन्होंने

पेशे से रेलवे में नौकरी करने वाले अनिल कुमार शर्मा बताते हैं कि घर के गार्डन में गुलाब की ब्लैक बकारा, ग्रेट स्कॉट, व्हाइट में टिनकी जैसी किस्में आसानी से लगाई जा सकती हैं। वो खुद इन पौधों की देखभाल करते हैं।

गुलाब लगाते समय मिट्टी की गुणवत्ता (Importance of Soil For Rose Growth)

गुलाब के लिए ऐसी मिट्टी को सर्वोत्तम माना गया है जिसमें कार्बनिक पदार्थ की मात्रा ज्यादा हो। मिट्टी यदि बलुई या दोमट हो तो सर्वोत्तम है। इसके अतिरिक्त गोबर की खाद, फास्फोरस, पोटाश और दूसरे पोषक तत्वों को मिलाकर मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है। उन्हें मिलाने के बाद मिट्टी में क्यारी बना लें तथा ध्यान रहे कि पौधे के लिए मिट्टी को नम रखना आवश्यक होता है। चिकनी मिट्टी में गुलाब सही नहीं लग पाता।

गुलाब घर पर कैसे लगाएं? (Planting And Growing Roses) 

बाजार में गुलाब को सुखाकर बनाए गये बीज उपलब्ध होते हैं लेकिन आप चाहें तो इसे एक साल पुरानी कलम द्वारा भी दोबारा लगा सकते हैं। कलम विधि सबसे सरल और कम लागत की मानी जाती है। कलम लगाने के बाद जब अच्छी तरह जड़ें और तना विकसित हो जायें तो उन्हें दूसरे स्थान पर रोपित कर देना चाहिए।

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गुलाब के पौधे की देखभाल (Rose Plant Care Tips)

गुलाब का पौधा  रोपने के बाद इसकी सिंचाई फुहार विधि से करनी चाहिए। यदि गुलाब का पौधा गमले में लगाया गया है तो उस पर पानी का छिडक़ाव ऊपर की ओर से किया जाना चाहिये। इस विधि से पौधों में शाखाओं का फूटना जल्दी होता है। पानी की मात्रा का ध्यान पौधे के विकास और सूर्य की रोशनी की तीव्रता को ध्यान में रखकर किया जाता है।

माना जाता है कि गुलाब के पौधे में पानी सुबह 9 से शाम 3 बजे के बीच में ही देना चाहिए। जल्दी विकास हेतु पौधे में नाइट्रोजन युक्त खाद डालनी चाहिए। इसके अतिरिक्त खाद में नाइट्रेट, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैग्नीज, सल्फर आदि पोषक तत्वों का भी उपयोग करना चाहिए।

पौधे के आस-पास उगने वाली खरपतवार को समय-समय पर निकल देना चाहिए। यदि पौधा एक ओर झुक रहा है, तो उसे सीधा रखने के लिए प्लास्टिक या लोहे के पाइप का प्रयोग भी किया जा सकता है।

अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि गुलाब के पौधों में इस बात का ध्यान रखें कि गमले में पानी जमा नहीं होना चाहिए। गमले की मिट्टी ऐसी होनी चाहिए जिससे पानी की निकासी अच्छी हो। इसके लिए ज़रूरी है कि मिट्टी मुलायम हो। अगर मिट्टी सख्त हो रही है तो किनारे से खुदाई कर लें। साथ ही मिट्टी तैयार करते वक़्त उसमें बजरी और खंगर भी मिला लें।

गुलाब के पौधों का कीटों से बचाव (Rose Plants Pest Management)

गुलाब के पौधों पर सबसे ज़्यादा हमला एफिड नाम की प्रजातियों का होता है जिसका रंग हरा होता है। इसके अतिरिक्त लाल मकड़ी, रेड स्केल, रोजवेफर जैसे अन्य कीट भी इसकी पत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं। इनसे बचाव के लिए कीटनाशकों का प्रयोग करना चाहिए।

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