कोरोना महामारी ने बता दिया है कि स्वस्थ होना कितना ज़रूरी है। इसलिए लोगों का रुझान पिछले दो साल में जैविक उत्पादों के इस्तेमाल की ओर बढ़ा है। इस वजह से बाज़ार में जैविक उत्पाद की मांग भी बढ़ी है, लेकिन लोगों को एक बात का डर रहता है कि जो उत्पाद वो खरीद रहे हैं, वो तय मानकों के साथ तैयार किया गया है या नहीं। सौ फ़ीसदी शुद्ध जैविक उत्पाद है या नहीं। कहीं कोई अतिरिक्त प्रिजर्वेटिव तो नहीं मिले हुए हैं। लोगों की इन्हीं परेशानियों को ध्यान में रखते हुए झारखंड के एक छोटे से शहर देवघर के रहने वाले मित्रेश शर्मा ने फ़र्स्ट बड ऑर्गेनिक्स (First Bud Organics) नाम से अपने एग्री-स्टार्टअप ब्रांड की शुरुआत की।
एक आइडिया आया और बस लग गए काम पर
इस स्टार्टअप ब्रांड को शुरू करने से पहले उन्हें ऑर्गेनिक तरीके से तैयार होने वाले प्रॉडक्ट्स की ज़्यादा जानकारी नहीं थी। उनके दिमाग में बस ये आइडिया था कि लोगों तक बिना किसी केमिकल प्रोसेसिंग के ऑर्गेनिक प्रॉडक्ट्स पहुंचाना है।
फिर इसके बाद उन्होंने इस क्षेत्र से जुड़ी काफ़ी रिसर्च की। कई जानकार लोगों से मिले और फिर उत्तराखंड के देहरादून से अपने इस स्टार्टअप की नींव रख डाली। जहां कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से कई धंधों पर ताला लग गया, वहीं उस दौरान फ़र्स्ट बड ऑर्गेनिक्स के उत्पादों की बिक्री में दो से तीन गुना तक का इज़ाफ़ा हुआ।
सीधा किसानों से खरीदते हैं कच्चा माल
इस स्टार्टअप की ख़ास बात ये है कि इससे कई किसान सीधा जुड़े हैं। फ़र्स्ट बड ऑर्गेनिक्स, प्रॉडक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल को सीधा किसानों से ही खरीदता है। बीच में किसी बिचौलिये की भूमिका नहीं होती। इससे पैसा सीधा किसान के हाथ में पहुंचता है।
केमिकल फ़्री प्रॉडक्ट्स होते हैं तैयार
फ़र्स्ट बड ऑर्गेनिक्स हर्बल टी, शहद, सुपर सीड्स, अचार, मसाले, इम्यूनिटी बूस्टर और पर्सनल केयर से जुड़े कई केमिकल फ़्री प्रॉडक्ट्स तैयार करता है। इसमें से दो उत्पाद अचार और चाय मसाला सीधे उनकी माँ की रसोई में तैयार हुए हैं।
पारंपरिक प्रोसेसिंग विधि से तैयार होते हैं 100 फ़ीसदी ऑर्गेनिक प्रॉडक्ट्स
कंपनी ने उत्तराखंड और झारखंड के कुछ हिस्सों में मधुमक्खी पालन की भी शुरुआत की। जहां कंपनी ने किसानों के साथ सोसाइटी बनाकर रोज़गार के अवसर पैदा किए। फ़र्स्ट बड ऑर्गेनिक्स पारंपरिक प्रोसेसिंग विधियों को अपनाकर छोटे बैच में अपने प्रोडक्ट्स तैयार करता है।
फाउंडर मित्रेश शर्मा कहते हैं कि सीधा किसान के बागान से केमिकल फ़्री प्रोडक्टस कस्टमर तक पहुंचाना, इसी लक्ष्य के साथ फ़र्स्ट बड ऑर्गेनिक्स काम कर रहा है।
उपभोक्ताओं के भरोसे ने दिलाई सफलता
आज फ़र्स्ट बड ऑर्गेनिक्स ने अपने ऑर्गैनिक उत्पादों से बाज़ार में अपनी अलग पहचान बनाई है। कई तो उनके रोजाना के कस्टमर बन चुके हैं, जो सीधा उनसे ही प्रोडक्टस खरीदते हैं। मितरेश कहते हैं कि इस ब्रांड की सफलता के पीछे प्रोडक्टस की शुद्धता, गुणवत्ता और कस्टमरों का भरोसा है।
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