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कृषि क्षेत्र में तकनीक का उपयोग किसानों की मेहनत और लागत दोनों को कम करता है। फसल कटाई के बाद खेतों में बची नरवाई (फसल अवशेष) अक्सर किसानों के लिए समस्या बन जाती है। कई बार किसान इन्हें जलाने पर मजबूर हो जाते हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता कम होती है और वातावरण भी प्रदूषित होता है। इसी समस्या को हल करने और खेत की मिट्टी को और उपजाऊ बनाने के लिए कृषि यंत्र अनुदान के तहत कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा आधुनिक यंत्र किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
कौन-कौन से यंत्र अनुदान पर मिल रहे हैं?
सरकार किसानों को नरवाई प्रबंधन और फसल अवशेषों के सही उपयोग के लिए कई आधुनिक यंत्र उपलब्ध करा रही है। इन यंत्रों पर कृषि यंत्र अनुदान भी मिलता है। इनमें शामिल हैं:
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हैप्पी सीडर – बिना जुताई के सीधे बुवाई करता है और साथ ही फसल अवशेषों को काटकर खेत में ही फैला देता है। इससे खेत की नमी बची रहती है और खरपतवार पर नियंत्रण होता है।
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सुपर सीडर – हल्की जुताई और बुवाई एक साथ करता है। इससे समय और लागत दोनों की बचत होती है।
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स्मार्ट सीडर – सिर्फ बीज वाली लाइन में जुताई करता है। इससे मेहनत और खर्च काफी कम हो जाता है।
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जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल – बिना जुताई के सीधे बुवाई करता है और खाद डालने का काम भी साथ में करता है।
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मल्चर – फसल के अवशेषों को काटकर खेत में फैला देता है, जिससे वे जल्दी खाद में बदल जाते हैं।
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स्लेशर – कटाई के बाद खेत में बची नरवाई को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटता है।
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हे–रेक – फसल अवशेषों को एक जगह लाइन में एकत्र करता है, जिससे बाद में इन्हें आसानी से उठाया जा सके।
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बेलर – फसल अवशेषों को 16 से 25 किलो तक के गट्ठों (बेल) में बदल देता है, जिन्हें किसान चारे या अन्य काम में उपयोग कर सकते हैं।
इन यंत्रों की मदद से रबी की फसल की बुवाई सामान्य से 15–20 दिन पहले हो सकती है। इससे खेत की नमी का बेहतर उपयोग होता है, सिंचाई की जरूरत कम पड़ती है और खेती की लागत घटती है।
कितनी मिलेगी अनुदान राशि?
सरकार इन यंत्रों पर कृषि यंत्र अनुदान के रूप में 50% या निर्धारित अधिकतम राशि तक सहायता देती है। कुछ यंत्रों पर मिलने वाली अनुदान राशि इस प्रकार है:
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हैप्पी सीडर – ₹81,400 से ₹86,400 तक
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सुपर सीडर – अधिकतम ₹1,20,000
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स्मार्ट सीडर – ₹84,150 से ₹90,200 तक
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जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल – ₹24,800 से ₹33,000 तक
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मल्चर – ₹72,500 से ₹95,700 तक
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स्लेशर – अधिकतम ₹27,500
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हे–रेक – अधिकतम ₹1,65,000
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बेलर – ₹2,20,000 से ₹6,60,000 तक
कृषि यंत्र अनुदान के लिए आवेदन कैसे करें?
इन यंत्रों का लाभ उठाने के लिए किसान को farmer.mpdage.org पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
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आधार कार्ड
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जमीन की खतौनी / बी-1 (आवेदक के नाम पर कृषि भूमि होना जरूरी)
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ट्रैक्टर का पंजीयन प्रमाणपत्र (50 HP से ज्यादा क्षमता वाले ट्रैक्टर – हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, स्मार्ट सीडर और बेलर के लिए अनिवार्य)
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SC/ST वर्ग के लिए जाति प्रमाण पत्र
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बैंक खाते की कॉपी
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सहायक कृषि यंत्री मंदसौर के नाम से निर्धारित राशि का डिमांड ड्राफ्ट
कहां से मिलेगी जानकारी?
किसान विस्तृत जानकारी farmer.mpdage.org पोर्टल पर देख सकते हैं। इसके अलावा कार्यालय सहायक कृषि यंत्री, मंदसौर से भी संपर्क कर सकते हैं।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

