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क्या आप जानते हैं कि अब बकरी का वजन नापने के लिए तराजू की जरूरत नहीं? जी आपने सही पढ़ा.. अब सिर्फ एक फोटो खींचकर आप अपनी बकरी का सटीक वजन और उसका बाजार भाव पलभर में जान सकेंगे। ये कोई कल्पना नहीं, बल्कि Indian Council of Agricultural Research (ICAR) के तहत काम करने वाले केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (Central Institute for Research on Goats) द्वारा विकसित एक बकरियों के लिए AI आधारित स्मार्टफोन ऐप (AI based smartphone app for goats) तैयार किया है।
इस ऐप के आने से बकरी पालक किसानों को बड़ी राहत मिलने वाली है, खासकर छोटे और मझोले किसानों को, जो अक्सर बाजार में बकरियों का सही दाम नहीं पा पाते। तो आइए, आज विस्तार से जानते हैं कि यह ऐप कैसे काम करेगा और किसानों को इससे क्या-क्या फायदे होंगे।
कैसे काम करेगा ये AI ऐप?
इस ऐप को इस्तेमाल करना बेहद आसान होगा। किसानों को बस इतना करना है:
- बकरी की तीन अलग-अलग कोणों (साइड, फ्रंट और बैक) से फोटो लेनी होगी।
- ऐप AI और इमेज प्रोसेसिंग तकनीक की मदद से बकरी के शरीर की लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई का विश्लेषण करेगा।
- फिर उसके वजन का सटीक अनुमान लगाकर बताएगा।
- साथ ही, बाजार के हिसाब से उसकी अनुमानित कीमत भी दिखाएगा।
सबसे ख़ास बात? अब किसानों को बकरियों का वजन करने के लिए भारी-भरकम तराजू की जरूरत नहीं पड़ेगी। बस एक मोबाइल के ज़रीये काम हो जाएगा।
किसानों को क्या-क्या फायदे मिलेंगे?
1. बाजार में पारदर्शिता बढ़ेगी
आज भी कई जगहों पर बकरियों का सौदा “गिनती के हिसाब से” होता है, न कि वजन के अनुसार। इस वजह से किसानों को उनकी बकरियों का सही दाम नहीं मिल पाता। लेकिन इस ऐप के आने के बाद किसान सही वजन के आधार पर सही मोलभाव कर पाएंगे।
2. धोखाधड़ी की संभावना कम होगी
बाजार में अक्सर व्यापारी किसानों से कम वजन बताकर बकरियां सस्ते में खरीद लेते हैं। लेकिन अब किसान खुद ही ऐप से वजन चेक करके सही कीमत तय कर सकेंगे।
3. छोटे किसानों को सबसे ज्यादा लाभ
जिन किसानों के पास संसाधन कम हैं, उनके लिए यह ऐप वरदान साबित होगा। अब उन्हें बकरियों को दूर-दराज के बाजार तक ले जाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे ही उनका सही मूल्य पता चल जाएगा।
भारत में बकरी पालन: क्यों जरूरी है यह ऐप?
भारत में लगभग 15-16 करोड़ बकरियां हैं, जिनमें से 12 करोड़ से ज्यादा मांस उत्पादन के लिए पाली जाती हैं। लेकिन अभी भी बकरी बाजार असंगठित है और किसानों को उनकी मेहनत का पूरा दाम नहीं मिल पाता।
इस ऐप के आने से:
- किसान वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन कर पाएंगे।
- बाजार में पारदर्शिता बढ़ेगी और किसानों को उचित मूल्य मिलेगा।
- बकरी पालन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
बकरी पालन में अब टेक्नोलॉजी का सहारा
यह ऐप न सिर्फ किसानों के लिए बल्कि पूरे बकरी उद्योग के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाला है। AI और मोबाइल टेक्नोलॉजी की मदद से अब किसान अपने व्यवसाय को और अधिक पेशेवर तरीके से चला पाएंगे।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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