e-NAM 2.0 New Digital Platform: सरकार किसानों को कर रही ई-नाम इस्तेमाल करने को प्रोत्साहित

किसान ई-नाम पोर्टल (e-NAM Portal) या मोबाइल ऐप (Android and iOS) पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपना आधार कार्ड, बैंक खाता और दूसरी ज़रूरी दस्तावेज जमा करने होंगे। रजिस्ट्रेशन और बिजनेस प्रोसेस को समझाने के लिए कृषि उपज बाजार समितियों (APMC) (Agricultural Produce Market Committees) में प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

e-NAM 2.0 New Digital Platform: सरकार किसानों को कर रही ई-नाम इस्तेमाल करने को प्रोत्साहित

केंद्र सरकार की ओर से छोटे और सीमांत किसानों को राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) (e-NAM 2.0 New Digital platform) में हिस्सा लेने के लिए बढ़ावा देने के लिए कई पहलें की गई हैं। जिससे किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके। ई-नाम पोर्टल और मोबाइल ऐप (e-NAM Portal and Mobile App) के ज़रीये से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Online Registration) की सुविधा दी गई है।

रजिस्ट्रेशन और व्यापार की प्रोसेसिंग में किसानों की मदद के लिए कृषि उपज बाजार समितियों (Agricultural Produce Market Committees) और टोल-फ्री नंबर (18002700224) में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

ई-नाम क्या है? (What is e-NAM?)

e-NAM (National Agriculture Market) एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जहां किसान अपनी उपज को सीधे ऑनलाइन बेच सकते हैं। इसके जरिए किसान बिचौलियों की भूमिका को कम कर सकते हैं और अपने प्रोडक्ट्स का सही मूल्य पा सकते हैं।

ये प्लेटफॉर्म किसानों को उनकी उपज की बिक्री के लिए डिजिटल सुविधा प्रदान करता है। जिससे वे मंडियों में फिज़िकली गए बिना भी व्यापार कर सकते हैं।

किसानों के लिए ई-नाम के लाभ (Benefits of e-NAM For Farmers)

1.बेहतर कीमत: किसान अपनी उपज को पूरे देश में बेच सकते हैं और अच्छे दाम प्राप्त कर सकते हैं।

2.डिजिटल लेन-देन: नकद भुगतान की समस्या से बचने के लिए ऑनलाइन भुगतान की सुविधा उपलब्ध है।

3.सीधे खरीददार से संपर्क: बिचौलियों के बिना व्यापारी और किसान सीधा संपर्क कर सकते हैं।

4.सुविधाजनक व्यापार: मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिए किसान अपनी उपज की जानकारी दे सकते हैं।

5.समय और लागत की बचत: किसानों को मंडी जाने की जरूरत नहीं होती, जिससे उनका समय और पैसा बचता है।

ई-नाम पर पंजीकरण कैसे करें? (How to register on e-NAM?)

किसान ई-नाम पोर्टल (e-NAM Portal) या मोबाइल ऐप (Android and iOS) पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपना आधार कार्ड, बैंक खाता और दूसरी ज़रूरी दस्तावेज जमा करने होंगे। रजिस्ट्रेशन और बिजनेस प्रोसेस को समझाने के लिए कृषि उपज बाजार समितियों (APMC) (Agricultural Produce Market Committees) में प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) की भूमिका (Role of Farmer Producer Organization (FPO))

छोटे और सीमांत किसानों के लिए व्यक्तिगत रूप से अपनी उपज बेचना कठिन हो सकता है। इसलिए सरकार ने किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) की व्यवस्था की है। एफपीओ कई किसानों की उपज को एक साथ इकट्ठा करता है और इसे ई-नाम प्लेटफॉर्म पर बेचता है। इससे किसानों को बड़े पैमाने पर व्यापार करने का फ़ायदा मिलता है। अब तक 4,392 एफपीओ ई-नाम से जुड़ चुके हैं।

ई-नाम 2.0 की विशेषताएं (Features of e-NAM 2.0)

 

ई-नाम 2.0 को अधिक प्रभावी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाया जा रहा है। इसकी कुछ खास विशेषताएं हैं:

1.ई-केवाईसी (e-KYC): किसानों के बैंक खाते का सत्यापन और आधार का उपयोग करके डिजिटल पहचान सुनिश्चित की जाएगी।

2.लॉजिस्टिक्स सेवाएं: किसानों को अपनी उपज को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए परिवहन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

3.बेहतर ट्रेडिंग सिस्टम: ऑनलाइन नीलामी को अधिक पारदर्शी और आसान बनाया जाएगा।

4.231 कृषि उत्पादों के लिए व्यापार योग्य मानक: 28 फरवरी 2025 तक विभिन्न कृषि उत्पादों के लिए व्यापार योग्य मानकों को तय किया गया है।

5.इंटर-स्टेट ट्रेडिंग: राज्यों के बीच व्यापार को आसान बनाने के लिए आवश्यक नीतियों को लागू किया जाएगा।

सरकार की योजना और लक्ष्य (Government Plans And Goals)

ई-नाम को और अधिक कुशल, समावेशी और मजबूत बनाने के लिए सरकार इसे ओपन-नेटवर्क के रूप में विकसित कर रही है। इससे किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य मिलेगा और कृषि व्यापार की प्रक्रिया तेज और पारदर्शी होगी।

ई-नाम 2.0 किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल है, जिससे वे बिना किसी बिचौलिए के अपनी उपज बेच सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म न केवल किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि कृषि व्यापार को भी डिजिटल और पारदर्शी बनाएगा। सरकार की इस पहल से कृषि क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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