उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों पर दे रही भारी सब्सिडी, जानिए अप्लाई करने की लास्ट डेट

'कृषि यंत्रीकरण योजना' (Krshi Yantreekaran Yojana) के तहत प्रदेश के किसानों को अब आधुनिक कृषि उपकरण (modern agricultural equipment) भारी सब्सिडी पर मिलेंगे। ये सिर्फ एक घोषणा नहीं, बल्कि खेती के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला एक ठोस कदम है।

उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों पर दे रही भारी सब्सिडी, जानिए अप्लाई करने की लास्ट डेट

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है। योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath government) ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने और खेती को फायदा का धंधा बनाने के लिए एक बहुप्रतीक्षित योजना (much-awaited scheme)की शुरुआत की है। ‘कृषि यंत्रीकरण योजना’ (Krshi Yantreekaran Yojana) के तहत प्रदेश के किसानों को अब आधुनिक कृषि उपकरण (modern agricultural equipment) भारी सब्सिडी पर मिलेंगे। ये सिर्फ एक घोषणा नहीं, बल्कि खेती के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला एक ठोस कदम है।

क्या है इस योजना का मुख्य उद्देश्य?

इस स्कीम का टारगेट किसान को ‘आत्मनिर्भर’ और ‘मज़बूत’ बनाना है। पारंपरिक खेती में लागत अधिक और मुनाफा कम होता है। इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए, सरकार का लक्ष्य किसानों को कम दरों पर आधुनिक तकनीक से जोड़ना है। प्रदेश के कृषि निदेशक डॉ. पंकज कुमार त्रिपाठी के अनुसार, इससे न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि खेती का तरीका भी वैज्ञानिक और आसान होगा। इसका सीधा फायदा यह होगा कि कम मेहनत में बेहतर प्रोडक्शन मिलेगा और लागत कम आएगी।

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किन-किन उपकरणों पर मिलेगी सब्सिडी?  

ये योजना केवल ट्रैक्टर या हार्वेस्टर तक सीमित नहीं है। इसके दायरा बड़ा है, ताकि खेती के हर चरण में किसान को फायदा मिल सके। इसके तहत मुख्य रूप से 6 स्टेज में  सब्सिडी दी जाएगी- 

1.फार्म मशीनरी बैंक: गांव स्तर पर स्थापित किए जाने वाले ये बैंक छोटे और सीमांत किसानों को महंगे उपकरण किराए पर उपलब्ध कराएंगे।

2.कस्टम हायरिंग सेंटर: ये केंद्र किसानों को आधुनिक मशीनें, जैसे लेजर लैंड लेवलर, रोटावेटर आदि, किराए पर देकर उनकी कृषि लागत कम करेंगे।

3.हाई-टेक हब फॉर कस्टम हायरिंग: ये बड़े केंद्र होंगे जहाँ से उन्नत तकनीक वाले और बहुत महंगे उपकरणों की कस्टम हायरिंग सुविधा उपलब्ध होगी।

4.कृषि ड्रोन: यह इस योजना का सबसे आधुनिक पहलू है। ड्रोन के जरिए कीटनाशकों का छिड़काव करना समय की बचत करेगा और दवा का समान वितरण सुनिश्चित करेगा। इस पर 50% तक की भारी सब्सिडी दी जा रही है।

5.फसल अवशेष प्रबंधन उपकरण: पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, बेलर मशीन जैसे उपकरणों पर सब्सिडी दी जाएगी। ये पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

6.कृषि रक्षा उपकरण: फसल सुरक्षा के लिए ज़रूरी स्प्रेयर और दूसरे उपकरण भी इस योजना के दायरे में शामिल हैं।

कैसे करें अप्लाई? –  

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों के पास 29 अक्टूबर, 2025 तक का टाइम है। अप्लाई करने का प्रोसेस को काफी आसान और डिजिटल बनाया गया है- 

 ऑनलाइन पोर्टल: किसान सीधे www.agridarshan.gov.in पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

CSC सेंटर: डिजिटल सुविधा न होने पर किसान अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर आवेदन भर सकते हैं।

एप्लीकेशन प्रोसेस: पोर्टल पर जाकर ‘किसान कॉर्नर’ के लिंक पर क्लिक करना होगा। वहाँ ‘यंत्र बुकिंग प्रारंभ’ के विकल्प को चुनकर मांगी गई सभी जानकारी जैसे आधार कार्ड, जमीन के कागजात आदि भरने होंगे।

योगी सरकार की अन्य कृषि संबंधी स्कीम्स  

यह योजना योगी सरकार की किसान-केंद्रित नीतियों की एक कड़ी मात्र है। इससे पहले भी सरकार ने कई योजनाएँ शुरू की हैं:

  • किसान सम्मान निधि: इसके तहत प्रदेश के लाखों किसानों के खाते में सीधे 2,000 रुपये हर साल डाले जाते हैं।
  • किसान उत्थान योजना: इसका टारगेट किसानों को टेक्निकल नॉलेज और वित्तीय मदद करता है।
  • प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि: केंद्र सरकार की इस योजना का फायदा उत्तर प्रदेश के किसानों को बिना किसी भेदभाव के मिल रहा है।
  • मुक्त धान योजना: इसके तहत धान की कटाई के लिए मशीनें किराए पर दी जाती हैं, जिससे किसानों की लागत कम होती है।

उत्तर प्रदेश सरकार की ये पहल बताती है कि राज्य में कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने और किसानों की दशा सुधारने के लिए गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। आधुनिक यंत्रों पर 50 फीसदी तक की सब्सिडी सीधे तौर पर किसान की जेब पर पड़ने वाले बोझ को कम करेगी।  

 

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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