शिवराज सिंह चौहान ने कहा देश में खाद्यान्न की कोई कमी नहीं है, जवान किसान और मंत्रालय सभी मोर्चों पर हैं तैयार

शिवराज सिंह चौहान बोले खेतों में किसान, सीमाओं पर जवान और मंत्रालय सेवा में जुटा है, देश को कोई कमी नहीं है।

शिवराज सिंह चौहान Shivraj Singh Chouhan

देश इन दिनों जिन परिस्थितियों से गुजर रहा है, उसमें हर नागरिक अपनी भूमिका निभा रहा है। एक ओर जहां हमारे जवान सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं, वहीं किसान खेतों में अनाज उगाने में जुटे हैं। इसी क्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी स्पष्ट किया है कि मंत्रालय कोई कसर नहीं छोड़ेगा। उनका कहना है कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मंत्रालय हर चुनौती के लिए तैयार है।

कृषि मंत्रालय पूरी तरह तैयार – शिवराज सिंह चौहान (Agriculture Ministry is fully prepared – Shivraj Singh Chouhan) 

शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में कृषि मंत्रालय, ICAR और ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि मंत्रालय वर्तमान परिस्थितियों में पूरी तैयारी के साथ काम कर रहा है। उनका साफ कहना था, “भारत माता के चरणों में सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए पूरा देश तत्पर है।” उन्होंने कहा कि जवान सीमा पर, किसान खेत में और वैज्ञानिक अपनी प्रयोगशालाओं में देश सेवा में लगे हैं।

देश में अनाज का भरपूर भंडार (Abundant stock of grains in the country) 

शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया कि देश में खाद्यान्न की कोई कमी नहीं है। चावल, गेहूं, दालों और फल-सब्जियों का भंडार भरपूर है। 2023-24 में कुल खाद्यान्न उत्पादन 3322.98 लाख मीट्रिक टन था, जो 2024-25 में बढ़कर 3474.42 लाख मीट्रिक टन तक पहुँच गया। चावल का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 1378.25 से बढ़कर 1464.02 लाख मीट्रिक टन हो गया है। गेहूं का उत्पादन भी 1132.92 से बढ़कर 1154.30 लाख मीट्रिक टन हो गया है।

शिवराज सिंह चौहान ने यह भी बताया कि यह वृद्धि कृषि वैज्ञानिकों की मेहनत और शोध का नतीजा है, जो बदलते मौसम के बावजूद उत्पादन बढ़ा रहे हैं।

फल-सब्जी, तिलहन और दालों का भी रिकॉर्ड उत्पादन (Record production of fruits, vegetables, oilseeds and pulses)

केवल अनाज ही नहीं, बल्कि दालों और तिलहनों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। शिवराज सिंह चौहान के अनुसार, दालों का उत्पादन 242.46 से बढ़कर 250.97 लाख मीट्रिक टन और तिलहनों का 396.69 से बढ़कर 428.98 लाख मीट्रिक टन हुआ है। बागवानी फ़सलों का उत्पादन भी 3547 से बढ़कर 3621 लाख मीट्रिक टन हो गया है। आलू का उत्पादन 570.53 से बढ़कर 595.70, प्याज 242.67 से 288.77 और टमाटर 213.23 से बढ़कर 215.49 लाख मीट्रिक टन हुआ है।

खरीफ सीजन की तैयारी और किसानों से सीधा संवाद (Preparation for Kharif season and direct communication with farmers)

शिवराज सिंह चौहान ने खरीफ सीजन के लिए विस्तृत योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 8 मई तक 539.88 लाख मीट्रिक टन धान और 267.02 लाख मीट्रिक टन गेहूं किसानों से खरीदा जा चुका है। इसका मतलब यह है कि किसानों को उनकी फ़सल का पूरा मूल्य मिल रहा है और खरीफ सीजन के लिए वे तैयार हैं।

उनका कहना है कि वैज्ञानिक, कृषि कर्मचारी और मंत्रालय के अधिकारी इस बार खेती को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह से मैदान में उतरेंगे।

राज्यों से समन्वय और विशेष परिस्थितियों के लिए योजना (Coordination with states and planning for special circumstances)

शिवराज सिंह चौहान ने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर और पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्यों में उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों को देखते हुए वहां की विशेष जरूरतों को समझा जा रहा है। यदि कुछ इलाकों में गांव खाली कराए जाते हैं, तो वहां किस प्रकार की फ़सल उपयुक्त होगी, इसके लिए बीज और प्लांटिंग मटेरियल की व्यवस्था पहले से की जा रही है।

उन्होंने बताया कि संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों से बातचीत कर उन क्षेत्रों में आवश्यक संसाधन मुहैया कराने की योजना है। शिवराज सिंह चौहान के अनुसार, यदि कहीं से लोग आकर सुरक्षित क्षेत्रों में बसते हैं, तो उनके लिए रोज़गार की भी तत्काल व्यवस्था की जाएगी।

जय जवान-जय किसान से लेकर जय अनुसंधान तक (From Jai Jawan- Jai Kisan to Jai Anusandhan)

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा दिया था, जिसे अटल बिहारी वाजपेयी जी ने ‘जय विज्ञान’ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ‘जय अनुसंधान’ के साथ आगे बढ़ाया। इसी भावना के साथ देश का हर वर्ग तैयार है – जवान, किसान और वैज्ञानिक।

देश सेवा में रक्तदान भी (Donation of blood is also a part of service to the nation)

देश सेवा की भावना को आगे बढ़ाते हुए शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 14 मई को केंद्रीय कृषि मंत्रालय के सभी अधिकारी और कर्मचारी रक्तदान करेंगे। उनका कहना है कि केवल नीति और योजना ही नहीं, बल्कि सेवा भावना से भी मंत्रालय काम कर रहा है।

निष्कर्ष (Conclusion)

शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में कृषि मंत्रालय हर स्थिति से निपटने के लिए न केवल मानसिक रूप से तैयार है, बल्कि व्यावहारिक कदम भी उठाए जा रहे हैं। खाद्यान्न सुरक्षा सुनिश्चित की जा चुकी है, खरीफ की तैयारी हो चुकी है और देश सेवा के लिए हर स्तर पर प्रतिबद्धता दिखाई दे रही है।

आज जब देश को एकजुटता की सबसे अधिक आवश्यकता है, तब शिवराज सिंह चौहान के संकल्प और नेतृत्व में कृषि मंत्रालय उम्मीद की एक मजबूत किरण बनकर सामने आया है।

ये भी पढ़ें : कृषि खरीफ अभियान 2025 में किसानों की तरक्की और देश की खाद्य सुरक्षा का संकल्प

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top