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नागपुर में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ (Vikasit Krishi Sankalp Abhiyan) के अंतर्गत ‘कृषि संवाद’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया और किसानों को नई दिशा देने वाले कई बड़े ऐलान किए। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्य कृषि मंत्री अधिवक्ता माणिकराव कोकाटे, ICAR के महानिदेशक डॉ. एम. एल. जात, और कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
किसानों के लिए नई उम्मीद लेकर आए शिवराज सिंह (Shivraj Singh brought new hope for the farmers)
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह ने कहा, “आज हम महाराष्ट्र से ‘वन नेशन, वन एग्रीकल्चर और वन टीम’ की घोषणा कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि जब केंद्र और राज्य सरकारें, कृषि वैज्ञानिक, सांसद, विधायक, कृषि विभाग और किसान मिलकर एक टीम की तरह काम करेंगे, तभी खेती में चमत्कार संभव है।
शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र के किसानों की सराहना करते हुए कहा कि यह भूमि छत्रपति शिवाजी महाराज की है और यहां के किसान मेहनती, प्रगतिशील और संभावनाओं से भरपूर हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की भी तारीफ की और कहा कि वे किसानों की तकदीर बदलने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
पुणे में खुलेगी राष्ट्रीय स्तर की ‘क्लीन प्लांट’ प्रयोगशाला (National level ‘Clean Plant’ laboratory to be opened in Pune)
कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने ‘क्लीन प्लांट प्रोग्राम’ के अंतर्गत पुणे में एक राष्ट्रीय प्रयोगशाला स्थापित करने की घोषणा की। यह प्रयोगशाला पौधों की मूल और रोगमुक्त प्रजातियों पर अनुसंधान करेगी, जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज मिल सकें।
मृदा स्वास्थ्य के लिए महाराष्ट्र को पहला राज्य बनने का गौरव (Maharashtra has the pride of becoming the first state for soil health)
इस अवसर पर राष्ट्रीय मृदा स्पेक्ट्रल लाइब्रेरी का उद्घाटन भी किया गया, जिसमें मृदा के पीएच मान, घनत्व और रासायनिक संरचना का डेटा हाईपरस्पेक्ट्रल सेंसर तकनीक से एकत्र किया गया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है जिसके पास अपना मृदा मैपिंग है।
विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत 15 दिन चलेगा विशेष अभियान (A special campaign will run for 15 days under the Vikasit Krishi Sankalp Abhiyan)
शिवराज सिंह चौहान ने जानकारी दी कि 29 मई से 12 जून तक चलने वाले विकसित कृषि संकल्प अभियान (Vikasit Krishi Sankalp Abhiyan) के अंतर्गत कृषि वैज्ञानिक गांवों का दौरा करेंगे। वे किसानों को टिकाऊ खेती, मृदा परीक्षण, अच्छे बीजों और लागत कम करने के उपायों के बारे में जागरूक करेंगे।
उन्होंने बताया कि देशभर में ICAR के 113 संस्थान हैं, जिनमें से 11 महाराष्ट्र में स्थित हैं। उन्होंने सभी ICAR संस्थानों के प्रमुखों की एक बैठक नागपुर में बुलाने की घोषणा की, ताकि महाराष्ट्र के कृषि विकास का रोडमैप तैयार किया जा सके।
प्राकृतिक और जैविक खेती करने वाले किसानों को किया गया सम्मानित (Farmers practicing natural and organic farming were honored)
कार्यक्रम में नागपुर डिवीजन के उन किसानों को सम्मानित किया गया जो प्राकृतिक खेती, जैविक खेती और किसान उत्पादक संगठनों में शानदार कार्य कर रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री फडणवीस ने उन्हें मंच पर बुलाकर शुभकामनाएं दीं।
AI आधारित तकनीक और नई परियोजनाएं भी हुईं लॉन्च (AI based technology and new projects were also launched)
कपास की फ़सल पर हमला करने वाले कीट गुलाबी सुंडी से निपटने के लिए AI आधारित स्मार्ट ट्रैप तकनीक की शुरुआत भी इस मौके पर की गई। यह तकनीक किसानों को कीटों की जानकारी पहले ही दे देगी, जिससे समय रहते बचाव हो सकेगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वैनगंगा-नालगंगा नदी जोड़ परियोजना की जानकारी दी, जिससे विदर्भ क्षेत्र की सिंचाई क्षमता बढ़ेगी। राज्य कृषि मंत्री कोकाटे ने बताया कि कपास की तुड़ाई में श्रमिकों की कमी एक चुनौती बन गई है, जिसके समाधान के लिए बैटरी चालित छोटे ट्रैक्टरों पर शोध जारी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
शिवराज सिंह के नेतृत्व में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ (Vikasit Krishi Sankalp Abhiyan) किसानों को नई सोच, नई तकनीक और सरकारी सहयोग से जोड़ने का प्रयास है। इस पहल से किसानों की आमदनी बढ़ाने, लागत घटाने और खेती को वैज्ञानिक रूप देने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाया गया है।
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