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केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Union Agriculture Minister Shivraj Singh Chouhan) ने तेलंगाना (Telangana) के किसानों के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक संवाद किया। ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ (vikasit krshi sankalp abhiyaan) के बारहवें दिन, चौहान ने मंसनपल्ली, रामचंद्रगुड़ा और मंगलपल्ली में किसान चौपाल की और बड़ी सभा को संबोधित किया। उन्होंने तेलंगाना के किसानों की मेहनत औरInnovative Technology की तारीफ करते हुए कहा, ‘किसान ही असली वैज्ञानिक हैं, और उनकी समृद्धि ही देश की तरक्की की नींव है।’
क्या है विकसित कृषि संकल्प अभियान?
ये अभियान भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। पिछले 12 दिनों में देशभर के लाखों किसान इससे जुड़ चुके हैं। इसका मेन टार्गेट है:
–खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना
–किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना
–पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराना
–मिट्टी की सेहत को बचाकर टिकाऊ खेती को बढ़ावा देना
-चौहान ने जोर देकर कहा, ‘कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और किसान इसकी आत्मा’
तेलंगाना के किसानों ने दिखाई मिसाल
तेलंगाना के किसानों ने खेती में विविधीकरण (Diversification) और एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Farming) को अपनाकर नई मिसाल कायम की है। चौहान ने मंगलपल्ली में किसानों से सीधा संवाद करते हुए उनकी सफलता की कहानियां शेयर कीं:
- एक किसान ने पाम और पपीते की इंटरक्रॉपिंग करके प्रति एकड़ 3 लाख रुपये की कमाई की
- टमाटर और फूलों की खेती से छोटे किसानों की आय दोगुनी हुई।
- नर्सरी व्यवसाय से युवाओं को रोजगार मिल रहा है।
कृषि मंत्री चौहान ने कहा, ‘तेलंगाना के किसानों ने साबित किया है कि नई तकनीक और सही मार्गदर्शन से खेती भी करोड़ों का व्यवसाय बन सकती है’
वैज्ञानिकों को गांवों में भेजने की पहल
इस अभियान के तहत देशभर में 2,170 वैज्ञानिक टीमें गांव-गांव जाकर किसानों को मौसम, मिट्टी और फसलों के अनुकूल सलाह दे रही हैं। चौहान ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य है कि वैज्ञानिक शोध और खेतों के बीच की खाई को पाटा जाए।’
उन्होंने भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान (IIMR) को ग्लोबल लेवल पर मिलेट्स (श्री अन्न) के प्रचार-प्रसार में आगे बनाने का आह्वान किया। साथ ही, तेलंगाना में पाम ऑयल की खेती पर शोध को तेज़ करने की बात कही।
बाज़ार हस्तक्षेप योजना (MIS) से टमाटर, प्याज, आलू के किसानों को राहत
किसानों की मांग पर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब टमाटर, प्याज और आलू उगाने वाले किसानों को मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (MIS) का फायदा मिलेगा। इसके तहत:
- राज्यों के बाहर फसल भेजने पर परिवहन लागत सरकार वहन करेगी।
- कोल्ड स्टोरेज और भंडारण सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
चौहान ने कहा, ‘हम छोटे और सीमांत किसानों को एकीकृत खेती के मॉडल से जोड़कर उनकी आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
केंद्र और राज्य सरकार मिल कर कर रहे किसानों के लिए काम
इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री (कृषि) भागीरथ चौधरी, तेलंगाना के कृषि मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव, सांसद कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी, विधायक चमल किरण कुमार रेड्डी और ICAR के डायरेक्टर जनरल डॉ. एम.एल. जाट भी मौजूद रहे।
तेलंगाना के कृषि मंत्री ने कहा, ‘केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों के लिए नई योजनाएं ला रही हैं। हमारा लक्ष्य है कि कोई भी किसान पीछे न छूटे।’
क्या है भविष्य की रणनीति?
- डिजिटल और प्रिसिजन फार्मिंग को बढ़ावा
- फसल बीमा योजनाओं का विस्तार
- किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को मजबूती
- जैविक और प्राकृतिक खेती पर जोर
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