खेती की बढ़ती लागत और पानी का बढ़ता संकट किसानों के लिए बड़ी चुनौती है। इस स्थिति में लेज़र लैंड लेवलर (Laser Land Leveler) किसानों के लिए बेहद फ़ायदेमंद कृषि यंत्र साबित हो सकता है। इसके इस्तेमाल से किसान खेत को समतल कर सकते हैं, जिससे पानी और उर्वरकों की बचत होती है। इससे खेती की लागत कम होती है और फसलों की पैदावार बढ़ती है। नतीजतन, किसान अधिक मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र, लेदौरा, आज़मगढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. एल. सी. वर्मा बताते हैं कि लेज़र लैंड लेवलर एक उन्नत तकनीक है। ये तकनीक खेत को बिल्कुल सटीक तरीके से समतल करती है। इसमें एक लेज़र ट्रांसमीटर होता है। ये ट्रांसमीटर खेत में एक निश्चित ऊंचाई पर लेज़र किरणें फेंकता है। ट्रैक्टर पर लगे लेवलर या स्क्रैपर पर एक रिसीवर लगा होता है। ये रिसीवर उन किरणों को ग्रहण करता है। इससे किसानों का खेत समतल होता है।
लेज़र लैंड लेवलर(Laser Land Leveler) के फ़ायदे
लेज़र लैंड लेवलर (Laser Land Leveler) जैसे आधुनिक कृषि यंत्र किसानों की कई मुश्किलों को हल करने में उपयोगी साबित हो रहे हैं। ये मशीन छोटे और बड़े सभी किसानों के लिए फ़ायदेमंद है। विशेष रूप से ऊबड़-खाबड़ खेत वाले क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल ज़्यादा प्रभावी होता है। जब खेत समतल नहीं होते, तो पानी और पोषक तत्व फसलों तक समान रूप से नहीं पहुंच पाते। इसका सीधा असर फसल के उत्पादन पर पड़ता है। लेज़र लैंड लेवलर सटीक रूप से खेत को समतल करता है और इन समस्याओं का समाधान करता है।
सभी पौधों को बराबर खाद
अगर खेत लेवल नहीं होता, यानी समतल नहीं होता, तो गहरे हिस्सों में डाली गई खाद बहुत नीचे चली जाती है। इससे आसपास के पौधों को ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते। लेकिन लेवलिंग करने से खाद सभी पौधों को बराबर मात्रा में मिलती है। इसके अलावा, समतल ज़मीन पर निराई-गुड़ाई, मशीन चलाना और फसल की कटाई जैसे कृषि कार्य भी आसान हो जाते हैं। समतल ज़मीन में बारिश का अतिरिक्त पानी खेत से बाहर निकल जाता है। इससे जलभराव नहीं होता और फसलों को नुकसान नहीं पहुंचता। साथ ही, पानी की खपत भी कम होती है।
हाइड्रोलिक सिस्टम से नियंत्रण
लेज़र लैंड लेवलर खेत को एक समान समतल करता है। इससे सिंचाई, खाद डालने और कटाई की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इससे कृषि की लागत में भी बचत होती है। ये यंत्र खेत में ऊंचे और नीचे के स्थानों की पहचान करता है। फिर हाइड्रोलिक सिस्टम के ज़रिए स्क्रैपर को नियंत्रित करता है। इससे खेत की ऊंची जगह की मिट्टी को काटकर गड्ढे वाली जगह में भरा जाता है। इस तरह पूरा खेत एक समान समतल हो जाता है।
कितनी है Laser Land Leveler मशीन की कीमत?
खेत में बार-बार जुताई और फसल कटाई करने से खेत उबड़-खाबड़ हो जाता है। इसलिए किसानों को हर 3 से 5 साल के अंतराल में एक बार लेज़र लैंड लेवलर (Laser Land Leveler) मशीन से अपने खेतों को समतल कराना चाहिए। बाज़ार में लेज़र लैंड लेवलर की कीमत मशीन की गुणवत्ता और कंपनी के अनुसार अलग-अलग होती है। ये मशीन लगभग 3 लाख से 6 लाख रुपए के बीच मिल सकती है। इसके लिए राज्य सरकारें समय-समय पर कृषि यंत्रों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अनुदान भी देती हैं, जो अलग-अलग राज्यों में भिन्न हो सकता है। किसान मशीन किराए पर लेकर भी खेत की लेवलिंग करा सकते हैं।
कैसे काम करता है लेज़र लैंड लेवलर(Laser Land Leveler)
जिस खेत को समतल करना होता है, उसमें एक लेज़र ट्रांसमीटर इंस्टाल किया जाता है। ये ट्रांसमीटर 360 डिग्री घूमती हुई लेज़र किरणें, ट्रैक्टर के साथ लगे स्क्रैपर या बकेट पर भेजता है। इससे मिले संकेत कंट्रोल बॉक्स तक जाते हैं। कंट्रोल बॉक्स ट्रैक्टर के हाइड्रोलिक सिस्टम को नियंत्रित करता है। ये स्क्रैपर की ऊंचाई और गहराई अपने आप सेट करता है। इससे मिट्टी ऊंचे स्थान से कटकर नीचले या गड्ढे वाले स्थान पर भर जाती है। इस तरह खेत समतल हो जाता है।
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