एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technology) जिसमें उपज सिर्फ़ पानी में उगती है। पानी के ज़रीये ही हर तरह की फसलों को उगाया जाता है। ये भोजन उगाने के सबसे टिकाऊ तरीकों में से एक है। तकनीक में पानी के साथ मछलियों का भी बड़ा रोल होता है, जो एक्वापोनिक्स (Aquaponics Technology) का मूल आधार भी हैं। मछली के निकले अपशिष्टों से ही भोजन का उत्पादन होता है वहीं पौधे मछली के लिए पानी साफ़ करते रहते हैं, ये एक चक्र बन जाता है।
5 ईसा पूर्व से पहले भी एक्वापोनिक्स का इस्तेमाल
यहां ये बात भी बता दें कि 5 ईसा पूर्व से पहले पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में धान की खेती की जाती रही है। धान के खेत में बड़ी संख्या में मछली पालन भी होता था, जो एक्वापोनिक्स तकनीक का ही एक रूप था। उनके हिसाब से मछलियों के अपशिष्ट को बैक्टीरिया उर्वरक में बदल देते हैं और उन उर्वरकों का इस्तेमाल पौधे की बढ़ोतरी के लिए होता है। ये एक प्राकृतिक चक्र बनता जाता है। ये तकनीक आज के वक्त में साइंस की मदद से और बेहतर ढंग से सामने आई और उन स्थानों के लिए वरदान की तरह बन गई जहां पर भूमि की कमी है।
एक्वापोनिक्स तकनीक की ख़ासियत
एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technology) की सबसे ख़ास बात ये है कि इसका सेटअप आप अपने घर में भी कर सकते हैं। वहीं एक प्रोफ़ेशनल तरीके से भी एक्वापोनिक्स तकनीक से खेती की जाती है। हम यहां इन दोनों ही तरीकों पर बात करते हैं, जिससे आपको ये समझने में आसानी होगी कि क्या आप एक्वापोनिक्स को बिज़नेस के रूप में शामिल कर सकते हैं और घर किस तरह से एक्वापोनिक्स टेक्निक (Aquaponics Technology) की मदद से फल और सब्जियां उगा सकते हैं।
एक्वापोनिक्स सिस्टम (Aquaponics System) कैसे काम करता है?
एक्वापोनिक्स सिस्टम (Aquaponics System) बड़े ही आराम से तैयार किया जा सकता है। इसके लिए आपको कुछ बेसिक नॉलेज की ज़रूरत पड़ेगी। जिसकी मदद से आप इसका सेटअप तैयार कर सकते हैं।
इसमें सफल होने के लिए बुनियादी बातों का ध्यान ज़रूरी
सिर्फ पानी के टैक में कुछ पत्ते वाली सब्जियां और मछलियां नहीं रख सकते हैं। इसके लिए आपको इसके सिस्टम को समझना होगा कि ये कैसे वर्क करता है। एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technology) सीखना कोई मुश्किल काम नहीं है, लेकिन हर तकनीक को अपनाने में कुछ चुनौतियां तो होती हैं, जिनका सामना करके आप अपने बिज़नेस को आगे ले जा सकते हैं।
एक्वापोनिक्स सिस्टम (Aquaponics System) के लिए ज़रूरी सामान
- एक्वापोनिक सिस्टम (Aquaponics System) बनाने के लिए आपको मछली के लिए एक टैंक जो कांच या फिर प्लास्टिक कंटेनर का हो सकता है, ज़रूरत होगी।
- मछलियों का खिलाने के लिए दाना, जो प्रति गैलन और टैंक में कितनी मछलियां हैं उसके हिसाब से खरीदना होता है।
- पानी के पंप की ज़रूरत होती है, पानी का पंप 3 से 4 वॉट का ज़रूर होना चाहिए। जो करीब 100 गैलन पानी को उठाने की क्षमता रखता हो।
- प्लास्टिक की ट्यूब की भी ज़रूरत पड़ती है।
- फिश टैंक में वॉटर गैलन के अनुसार एयर पंपों की भी ज़रूरत होती है जो लगभग 3 फीट के होने चाहिए।
- एयर स्टोन।
- ग्रो बेड जो फिश टैंक के सबसे ऊपर लगाया जाता है।
- ग्रो बेड को भरने के लिए पर्याप्त मात्रा में बजरी, पेर्लाइट, नारियल जटा, और विस्तारित मिट्टी के कंकड़ व काई होनी चाहिए।
- पीएच परीक्षण किट की भी आवाश्यकता होती है।
- सबसे अहम मछली और उगाने वाले फसलों के पौधे।
एक्वापोनिक्स सिस्टम (Aquaponics System) सेटअप में ध्यान देने वाली बातें
1. स्थान का चयन
बेहतर रिजल्ट के लिए के आपको एक्वापोनिक्स सिस्टम के लिए सही जगह को चुनना होगा। ये काफी अहम है, क्योंकि सही जगह से अच्छे परिणाम सामने आएंगे। इसलिए मछली और सब्जी और फलों को उगाने के लिए सही जगह का चुनाव करें। आपको सही जगह इनडोर और आउटडोर दोनों की तरह से देखनी होगी, जिससे आपकी पहुंच आसान हो सके और जगह की कमी की वजह से आपके सिस्टम पर पानी ना फिरे।
2. लाइट और तापमान की व्यवस्था
अगर आप एक्वापोनिक्स सिस्टम को इनडोर लगा रहे हैं तो तापमान और लाइट की सही व्यवस्था हो, आपको तापमान हीटर या फिर कूलर के द्वारा कंट्रोल किया जा सकता है। वहीं अगर आप आउटडोर एक्वापोनिक्स सिस्टम लगाते हैं तो सूर्य की रोशनी के साथ ही कृत्रिम प्रकाश का भी इस्तेमाल करें। साथ ही मौसम को भी ध्यान में रखकर तामपान और लाइट की व्यवस्था बान कर रखें।
3. एक्वापोनिक्स सिस्टम (Aquaponics System) के प्रकार
एक्वापोनिक्स सिस्टम के अलग-अलग प्रकार भी होते हैं। इसमें जो सबसे कॉमन है वो है मीडिया-आधारित एक्वापोनिक्स सिस्टम । इसके बाद पोषक तत्व फिल्म तकनीक, राफ्ट सिस्टम, बैरलपोनिक्स व टोटेपोनिक्स सिस्टम भी इस्तेमाल में लाया जाता है।
4. वॉटर सोर्स
आपको ये जानना होगा कि आपका वॉटर सोर्स क्या है, क्योंकि आपके सिस्टम में नियमित पानी की ज़रूरत होती है, इसमें पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही एक्वापोनिक्स में पानी की गुणवत्ता भी अहम होती है। गंदा पानी, कठोर पानी, रसायन मिले हुए पानी से आपके सिस्टम में मछलिया मर सकती हैं, इसलिए हमेशा साफ-स्वच्छ या डी-क्लोरीनयुक्त पानी स्रोत होना चाहिए।
5. फिशटैंक में मछलियों का चयन
अपने फिशटैंक में मछली का चयन सावधानी से करें। इसके लिए आप गोल्डफिश, गप्पी, एंजेलफिश व कॉमन किस्म की मछलियों को चुन सकते हैं। मछलियों के लिए पर्याप्त पानी का तापमान और चारा उपलब्ध कराना भी ज़रूरी है।
एक्वापोनिक सिस्टम (Aquaponics System) में पौधे
एक्वापोनिक सिस्टम में पौधे उगाने के लिए आपको ये सोंचना होगा कि आप इसमें कौन सी फसल को उगाना चाहते है। आप सब्जियों के साथ ही पत्तेदार सब्जियां, फल और जड़ी-बूटियों की अलग-अलग किस्मों को उगा सकते हैं।
आपको अपने पौधों के लिए एक ग्रो क्यूब में बीज से शुरुआत करनी होगी या फिर आप अपने ग्रोइंग बेड पर पौधे लगा सकते हैं। बेहतर रिजल्ट के लिए आप हाइड्रोपोनिक सिस्टम से पौधे ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
पत्तेदार पौधे एक्वापोनिक्स सिस्टम (Aquaponics System) में आप बड़े आराम से लगा सकते हैं।
- तुलसी
- गोभी
- लेटस
- पुदीना
- जलकुंभी
वहीं आप फलियां, पत्ता गोभी, फूलगोभी, खीरे, स्क्वाश, टमाटर, मटर, काली मिर्च, स्ट्रॉबेरीज के पौधे लगा कर अच्छी शुरूआत कर सकते हैं।
बैक्टीरिया का इस्तेमाल
नाइट्रीकरण के लिए, आपको दो तरह के बैक्टीरिया की ज़रूरत होगी। एक नाइट्रोसोमोनस, जो अमोनिया को नाइट्राइट में बदलते हैं, और दूसरा नाइट्रोबैक्टर जो नाइट्राइट को नाइट्रेट में बदल देते हैं।
एक्वापोनिक्स सिस्टम (Aquaponics System)
आपको टैंक की मछलियों का ध्यान रखना होगा, उनके भोजन की व्यवस्था, उनको किसी तरह की कोई बीमारी ना लगने देना। इसके लिए टैंक की नियमित सफाई बहुत ज़रूरी है। आप मछलियों को सिर्फ उतना ही खिलाएं जितना वे खा सकें।
वहीं आपको पीएच मान देखते रहना होगा साथ ही अमोनिया, नाइट्राइट और नाइट्रेट के स्तर की जांच भी करती रहनी होगी। आपको अपने पौधों का देखभाल वैसे ही करनी है जैसे आप भूमि पर उगने वाली फसलों की करती हैं।