Large Cardamom Cultivation: जानिए कैसे बड़ी इलायची की खेती बन रही है किसानों की आमदनी का नया जरिया

बड़ी इलायची की खेती (Large cardamom cultivation) कम लागत में अधिक मुनाफ़ा देने वाली औषधीय फ़सल है जो पहाड़ी और आर्द्र जलवायु वाले क्षेत्रों के किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन चुकी है।

Large cardamom cultivation बड़ी इलायची की खेती

खेती में अब किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ ऐसी फ़सलों की ओर भी ध्यान देने लगे हैं, जो कम लागत में अधिक मुनाफ़ा देने वाली हों। बड़ी इलायची की खेती (Large cardamom cultivation) इसी श्रेणी में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। यह एक औषधीय और नकदी फ़सल है, जिसकी मांग घरेलू बाज़ार से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक बनी रहती है। ख़ासतौर पर पहाड़ी और नमी वाली जलवायु में इसकी खेती बेहद सफल मानी जाती है।

उत्तराखंड, सिक्किम और उत्तर-पूर्वी राज्यों के किसान पहले से ही इस फ़सल से अच्छी आमदनी कमा रहे हैं। अब अन्य राज्यों के पहाड़ी क्षेत्रों में भी किसान इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं। कम देखरेख, लंबी उम्र और बेहतर बाज़ार मूल्य के कारण बड़ी इलायची की खेती (Large cardamom cultivation), छोटे और मध्यम किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प के रूप में उभर रही है।

क्या है बड़ी इलायची? (What is Large cardamom?) 

बड़ी इलायची एक सुगंधित और औषधीय पौधा है, जिसकी फली मसाले के रूप में उपयोग होती है। इसका इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने से लेकर दवाइयों और तेलों तक में किया जाता है। इसके बीजों में औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो पाचन, खांसी, जुकाम, और सांस संबंधी समस्याओं में कारगर होते हैं।

बड़ी इलायची की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी (Suitable climate and soil for large cardamom cultivation) 

बड़ी इलायची की खेती (Large cardamom cultivation) के लिए ठंडी और नम जलवायु उपयुक्त मानी जाती है। सामान्यतः यह खेती 2000 से 2500 मीटर की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सफल होती है। यह फ़सल छायादार और आर्द्र वातावरण में अच्छी तरह से बढ़ती है। मिट्टी की बात करें तो इसके लिए दोमट या बलुई दोमट मिट्टी जिसमें अच्छी जल निकासी हो, सर्वोत्तम मानी जाती है।

खेत की तैयारी (Preparation of field) 

  • खेत को पहले गहराई से जोता जाता है।
  • बड़ी इलायची की खेती (Large cardamom cultivation) के लिए क्यारियों को 40×40 सेंटीमीटर के हिसाब से तैयार किया जाता है।
  • एक हेक्टेयर भूमि में लगभग 10,000 पौधे लगाए जा सकते हैं।
  • पौधों के बीच 1 मीटर की दूरी रखना आवश्यक होता है।

पौधों की रोपाई और देखभाल (Planting and care of plants) 

  • रोपण का सही समय जून से जुलाई तक का माना जाता है।
  • पौधों को अधिक धूप से बचाने के लिए छायादार पेड़ जैसे कि अलनूस या बांज लगाए जाते हैं।
  • पहली सिंचाई रोपण के तुरंत बाद करनी चाहिए। इसके बाद हर तीन से चार सप्ताह में हल्की सिंचाई ज़रूरी होती है।
  • खरपतवार नियंत्रण के लिए समय-समय पर निराई-गुड़ाई करनी चाहिए।

कीट और रोग प्रबंधन (Pest and Disease Management) 

बड़ी इलायची की खेती (Large cardamom cultivation) में फफूंदी और कीटों का विशेष ध्यान रखना होता है। इसके लिए:

  • समय-समय पर जैविक फंगीसाइड का प्रयोग करना चाहिए।
  • फफूंद और सूखे तनों को खेत से हटाना चाहिए।
  • कीटों से बचाव के लिए नीम आधारित जैविक कीटनाशकों का इस्तेमाल फ़ायदेमंद होता है।

कटाई और प्रोसेसिंग (Harvesting and processing)

  • बड़ी इलायची के फल तीसरे वर्ष में आना शुरू हो जाते हैं और एक बार फल आने के बाद 7 साल तक लगातार उत्पादन होता है।
  • कटाई के बाद फलों को साफ करके छाया में सुखाना चाहिए।
  • बेहतर गुणवत्ता के लिए फलों को ‘पाइप ड्रायर भट्टी’ में 45 से 50 डिग्री तापमान पर सुखाया जाता है।
  • सुखाई के बाद दानों को अलग करके अच्छे से पैक किया जाता है।

उत्पादन और आमदनी (Production and revenue) 

  • एक पौधे से लगभग 250 ग्राम इलायची का उत्पादन होता है।
  • एक हेक्टेयर भूमि से पहले साल में 600 से 800 किलो तक उत्पादन लिया जा सकता है।
  • उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ता है और चौथे-पांचवे साल में यह अपने उच्च स्तर पर पहुंचता है।

बड़ी इलायची की खेती से होने वाली कमाई (Income from large cardamom cultivation) 

बड़ी इलायची की खेती (Large cardamom cultivation) से किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं। वर्तमान में बाज़ार में इसकी क़ीमत 600 से 800 रुपये प्रति किलो है। एक अनुमान के अनुसार, एक हेक्टेयर भूमि से ₹1,20,000 से ₹1,60,000 तक की शुद्ध कमाई की जा सकती है। यदि प्रोसेसिंग और ब्रांडिंग की सुविधा हो तो यह कमाई और बढ़ सकती है।

बड़ी इलायची की खेती के फ़ायदे (Benefits of large cardamom cultivation)

  • कम लागत में ज़्यादा मुनाफ़ा
  • लंबे समय तक उत्पादन
  • औषधीय और मसाले के रूप में उच्च मांग
  • जैविक खेती के लिए उपयुक्त

सरकारी सहायता और संपर्क (Government Support and Contacts) 

बड़ी इलायची की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग द्वारा किसानों को प्रशिक्षण, पौध उपलब्धता और तकनीकी मदद दी जाती है। अगर आप भी इस फ़सल को अपनाना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या आयुर्वेदिक औषधीय फ़सलों से जुड़ी संस्थाओं से संपर्क कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion) 

बड़ी इलायची की खेती आज के समय में किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन सकती है। यदि इसकी खेती वैज्ञानिक तरीके से की जाए और उचित देखभाल हो, तो यह लंबे समय तक आय का मजबूत स्रोत बन सकती है।

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सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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