ATMA: कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी है किसानों का सच्चा साथी, नई टेक्नोलॉजी से जोड़कर उनकी मेहनत को बदल रहा मुनाफे में

कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (Agricultural Technology Management Agency - ATMA) जो किसानों को नई टेक्नोलॉजी  (New technology) से जोड़कर उनकी मेहनत को मुनाफे में बदल रही है।

ATMA: कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी है किसानों का सच्चा साथी, नई टेक्नोलॉजी से जोड़कर उनकी मेहनत को बदल रहा मुनाफे में

क्या आप जानते हैं कि भारत के किसानों की आय बढ़ाने और आधुनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक अनोखी संस्था काम कर रही है? जी हां, हम बात कर रहे हैं कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (Agricultural Technology Management Agency – ATMA) की, जो किसानों को नई टेक्नोलॉजी  (New technology) से जोड़कर उनकी मेहनत को मुनाफे में बदल रही है।

ATMA  क्या है?

 ATMA भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक स्कीम  है, जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों (Modern Agricultural Techniques) से जोड़ना, उन्हें ट्रेनिंग देना और कृषि उत्पादकता बढ़ाना है। ये योजना 2005 में शुरू की गई थी और आज देश के लगभग सभी जिलों में चल रही है।

kisan of india youtube

ATMA का मिशन:

  • किसानों को नई कृषि तकनीकों (New Agricultural Techniques) से अवगत कराना।
  • खेती में वैज्ञानिक तरीकों को बढ़ावा देना।
  • किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रभावी रणनीतियां बनाना।
  • महिला किसानों और युवाओं को कृषि क्षेत्र में मज़बूत बनाना।

ATMA कैसे काम करती है?

ATMA एक जिला स्तरीय संस्था है, जो किसानों, वैज्ञानिकों, सरकारी विभागों और निजी संगठनों के बीच एक पुल  का काम करती है। इसके मुख्य काम है- 

1. किसान प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम

ATMA वक्त-वक्त पर किसान मेलों, प्रदर्शनियों और प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करती है, जहां किसानों को नई फसल तकनीक, जैविक खेती, ड्रिप सिंचाई और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में बताया जाता है।

2. किसान समूहों (Farmer Groups) को मज़बूत बनाना

ATMA छोटे किसानों को स्वयं सहायता समूह (SHG) और किसान क्लब बनाने के लिए प्रोत्साहित करती है, ताकि वे सामूहिक रूप से बेहतर मूल्य पा सकें।

3.  नई तकनीकों को बढ़ावा

पारंपरिक फसलों के साथ-साथ ATMA किसानों को ऑर्गेनिक फार्मिंग, हाइड्रोपोनिक्स और फ्लोरीकल्चर (Organic Farming, Hydroponics and Floriculture) जैसी आधुनिक तकनीकों से परिचित कराती है, जिससे उनकी आय में इज़ाफा होता है।

4. सरकारी स्कीम से जोड़ना

ATMA किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN), मृदा स्वास्थ्य कार्ड और कृषि यंत्रीकरण सब्सिडी जैसी योजनाओं से जोड़ने में मदद करती है।

ATMA से किसानों को क्या फायदा हुआ?

1. पंजाब और हरियाणा के किसानों ने ATMA  के ज़रीये से डायरेक्ट सीडिंग राइस (DSR) तकनीक अपनाई, जिससे पानी की बचत हुई और उत्पादन बढ़ा।

2. महाराष्ट्र के किसानों ने ड्रिप इरिगेशन (Drip Irrigation) अपनाकर पानी की खपत 50 फीसदी  तक कम कर दी।

3. केरल में ATMA ने महिला किसानों को मशरूम की खेती सिखाई, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी हुई।

ATMA से कैसे जुड़ें?

अगर आप एक किसान हैं और स्कीम सेवाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, तो:

1.अपने ज़िले के कृषि विभाग या कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) से कॉन्टेक्ट करें।

2.ATMA की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर जानकारी पा सकते हैं। 

3.अपने गांव में आयोजित किसान गोष्ठियों में हिस्सा लें।

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

इसे भी पढ़िए: White Revolution 2.0 : गोबर से लेकर मृत पशुओं तक, अब सहकारी समितियां बदलेंगी डेयरी क्षेत्र का गेम

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top