Analog Cheese का धोखा: दूध की जगह प्लांट-बेस्ड मिलावट! FSSAI ने कसी नकेल, जानिए कैसे करें नकली पनीर की पहचान?

असली पनीर 100 फीसदी दूध से बनता है, जबकि एनालॉग पनीर (Analog cheese) में दूध की जगह सोया प्रोटीन, वनस्पति तेल, टैपिओका स्टार्च, नारियल तेल और केमिकल्स मिलाए जाते हैं। ये पनीर दिखने में तो असली जैसा लगता है, लेकिन स्वाद और पोषण में बिल्कुल फर्क होता है।

Analog Cheese का धोखा: दूध की जगह प्लांट-बेस्ड मिलावट! FSSAI ने कसी नकेल, जानिए कैसे करें नकली पनीर की पहचान?

क्या आप जानते हैं कि आपके पसंदीदा पनीर टिक्का या पनीर भुर्जी में असली पनीर नहीं, बल्कि ‘एनालॉग पनीर’ (Analog cheese) हो सकता है? जी हां, बाजार में दूध से बने पनीर की आड़ में सस्ता और नकली पनीर बेचा जा रहा है, जिसमें दूध की जगह वनस्पति तेल, सोया और केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। ये नकली पनीर न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि ग्राहकों को मूर्ख बनाकर असली दूध उत्पादों की कीमत वसूली जा रही है।

अब FSSAI (Food Safety Authority) ने इस धोखाधड़ी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए नए नियम लागू किए हैं। आइए जानते हैं कि कैसे पहचानें असली और नकली पनीर और क्या हैं नए नियम?

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 क्या है एनालॉग पनीर? दूध वाला नहीं, केमिकल वाला 

असली पनीर 100 फीसदी दूध से बनता है, जबकि एनालॉग पनीर (Analog cheese) में दूध की जगह सोया प्रोटीन, वनस्पति तेल, टैपिओका स्टार्च, नारियल तेल और केमिकल्स मिलाए जाते हैं। ये पनीर दिखने में तो असली जैसा लगता है, लेकिन स्वाद और पोषण में बिल्कुल फर्क होता है।

कैसे पहचानें नकली पनीर?

-: टेक्सचर (बनावट): असली पनीर मुलायम होता है और मुंह में घुल जाता है, जबकि एनालॉग पनीर चबाने में रबड़ जैसा लगता है।

-: पकाने पर बर्तन चिपकना: असली पनीर पकाने पर हल्का पीला हो जाता है, जबकि नकली पनीर चिपकता है और ज्यादा सख्त बन जाता है।

-: कीमत: असली पनीर 400-450 रुपये/किलो के आसपास मिलता है, जबकि नकली पनीर 200-250 रुपये/किलो में बिकता है।

Analog Cheese का धोखा: दूध की जगह प्लांट-बेस्ड मिलावट! FSSAI ने कसी नकेल, जानिए कैसे करें नकली पनीर की पहचान?

 FSSAI ने क्या नियम बनाए? अब धोखा नहीं चलेगा!

FSSAI ने हाल ही में सख्त निर्देश जारी करके कहा है कि:

  • हर एनालॉग डेयरी प्रोडक्ट (पनीर, चीज़, मक्खन) पर साफ लिखा होना चाहिए कि ये ‘एनालॉग’ (Analog cheese) है।
  • पैकिंग पर ‘डेयरी-फ्री’ या ‘प्लांट-बेस्ड’ लिखना अनिवार्य होगा।
  • अगर कोई दुकानदार खुले में पनीर बेच रहा है, तो उसे साफ बताना होगा कि ये दूध से नहीं बना है।
  • रेस्तरां और होटल्स को भी मेनू में ये जानकारी देनी होगी कि वे एनालॉग पनीर (Analog cheese) इस्तेमाल कर रहे हैं।
  • गलत लेबलिंग या धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

क्यों खतरनाक है एनालॉग पनीर?

डेयरी एक्सपर्ट के मुताबिक, एनालॉग पनीर में हाई लेवल प्रोसेस्ड ऑयल, प्रिजर्वेटिव्स और आर्टिफिशियल फ्लेवर होते हैं, जो:

  • पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • हृदय रोग और कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का ख़तरा हो सकता है।
  • लैक्टोज इनटॉलरेंट लोगों को भरोसा होता है कि वे डेयरी-फ्री प्रोडक्ट खा रहे हैं, लेकिन कई बार इसमें मिल्क पाउडर मिला होता है, जिससे एलर्जी हो सकती है।

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 क्या करें? असली पनीर की पहचान कैसे करें?

  1. घर पर टेस्ट:
    • एक गिलास गर्म पानी में पनीर का टुकड़ा डालें। अगर पनीर पिघल जाए या घुल जाए, तो वह असली है। नकली पनीर नहीं घुलता।
    • आयोडीन टेस्ट: अगर पनीर पर आयोडीन ड्रॉप डालने से रंग नीला/काला हो जाए, तो इसमें स्टार्च मिला हुआ है (यानी नकली)।
  2. भरोसेमंद ब्रांड या लोकल डेयरी से ही खरीदें।
  3. कीमत पर न जाएं: सस्ता पनीर आपकी सेहत महंगी कर सकता है।

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