क्या आपने कभी ‘Finding Nemo’ Movie देखी है? अगर हां, तो आपको निमो नाम की उस छोटी-सी, नारंगी-सफेद धारियों वाली मछली की याद ज़रूर होगी। जी हां, हम बात कर रहे हैं क्लाउनफिश (Clownfish) की, जिसे हिंदी में ‘मसख़रा मछली’ भी कहा जाता है। ये मछली न सिर्फ़ अपने चटकीले रंगों के लिए मशहूर है, बल्कि इसका लाइफ स्टाइल भी बेहद दिलचस्प है।
भारत के केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान (Central Marine Fisheries Research Institute) यानि CMFRI ने हाल ही में क्लाउनफिश (Clownfish) के बंदी प्रजनन (Captive breeding) में सफलता हासिल की है। इससे न सिर्फ़ समुद्री सजावटी मछलियों (marine ornamental fishes) के व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव भी कम होगा। तो चलिए, जानते हैं इस नन्ही-सी मछली के बारे में कुछ रोचक तथ्य-
क्लाउनफिश क्या है? (What Is A Clownfish?)
क्लाउनफिश एक छोटी, रंग-बिरंगी समुद्री मछली है, जो समुद्री फूल (Anemone) के साथ मिलकर रहती है। ये मछली एम्फीप्रियन (Amphiprion) प्रजाति से ताल्लुक रखती है और दुनिया भर के गर्म पानी वाले समुद्री इलाकों, जैसे प्रशांत महासागर, लाल सागर और हिंद महासागर में पाई जाती है।
क्लाउनफिश के रंग और आकार (Colors And Sizes Of Clownfish)
- ये मछली नारंगी, पीले, लाल और काले रंग में पाई जाती है।
- इसके शरीर पर सफेद या नीली धारियां होती हैं।
- सबसे छोटी क्लाउनफिश 7-8 सेमी और सबसे बड़ी 17 सेमी तक की हो सकती है।
क्लाउनफिश और एनीमोन: एक शानदार दोस्ती (Clownfish And Anemones: A Fantastic Friendship)
क्लाउनफिश और एनीमोन के बीच सहजीवी संबंध (Symbiotic Relationship) होता है, यानी दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते।
कैसे फायदा होता है? (How Does It Benefit?)
1. एनीमोन क्लाउनफिश की रक्षा करता है:
एनीमोन के ज़हरीले टेंटेकल्स (स्पर्शक) दूसरी मछलियों को जला देते हैं, लेकिन क्लाउनफिश पर इनका कोई असर नहीं होता। इस तरह, क्लाउनफिश शिकारियों से बची रहती है।
2. क्लाउनफिश एनीमोन की मदद करती है:
-: क्लाउनफिश अपने चमकीले रंगों से दूसरी मछलियों को आकर्षित करती है, जो एनीमोन का शिकार बन जाती हैं।
-: ये मछली एनीमोन के आसपास मल त्याग करती है, जिससे एनीमोन को पोषण मिलता है।
3. रहस्य-: वैज्ञानिकों को अभी तक पता नहीं चल पाया है कि क्लाउनफिश (Clownfish) एनीमोन के ज़हर से कैसे बच जाती है!
क्लाउनफिश का प्रजनन: नर से मादा बनने तक का सफर (Breeding Clownfish)
क्लाउनफिश का प्रजनन तंत्र बेहद अनोखा है। CMFRI ने इनके कैप्टिव प्रजनन में सफलता पाई है, जिससे अब इन्हें पालना आसान हो गया है।
कुछ हैरान कर देने वाले फैक्ट्स (Some Surprising Facts:)
1.सभी क्लाउनफिश (Clownfish) पैदा होते हैं नर
हां, आपने सही पढ़ा.. हर क्लाउनफिश जन्म से नर होती है, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर ये मादा में बदल सकती है। एक बार मादा बनने के बाद, ये फिर से नर नहीं बन सकती।
2. अंडों की देखभाल नर करता है
जब क्लाउनफिश (Clownfish) अंडे देती है, तो नर मछली उनकी रखवाली करता है और पंखों से हवा देकर ऑक्सीजन पहुंचाता है। मादा मछली कभी-कभार ही मदद करती है।
3. साल भर अंडे दे सकती हैं
क्लाउनफिश (Clownfish) किसी भी मौसम में अंडे दे सकती है, बशर्ते उन्हें सही वातावरण मिले।
क्लाउनफिश का व्यापार और संरक्षण (Trade And Conservation Of Clownfish)
समुद्री सजावटी मछलियों का ग्लोबल बिज़नेस 300 मिलियन डॉलर से अधिक का है, और क्लाउनफिश (Clownfish) इसकी एक प्रमुख प्रजाति है। लेकिन, प्रदूषण और कोरल रीफ के नष्ट होने से इनकी संख्या घट रही है।
CMFRI की भूमिका (Role Of CMFRI)
भारत के केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान (CMFRI) ने क्लाउनफिश, सीहॉर्स, डैमसेल और अन्य सजावटी मछलियों के कैप्टिव प्रजनन में सफलता हासिल की है। इससे:
1.जंगली मछलियों पर निर्भरता कम होगी।
2.समुद्री जैव विविधता को बचाने में मदद मिलेगी।
3.मछली पालन करने वाले किसानों को नया रोज़गार मिलेगा।
क्या आप जानते हैं? (Do You Know?)
- क्लाउनफिश पॉपिंग और क्लिकिंग आवाज़ें निकालकर संवाद करती हैं।
- ये मछलियां छोटे कीट, शैवाल और एनीमोन के बचे हुए भोजन पर जीवित रहती हैं।
- ‘फाइंडिंग नीमो’ फिल्म के बाद क्लाउनफिश की मांग इतनी बढ़ गई कि इसकी आबादी को ख़तरा पैदा हो गया।
इन्हें बचाने की ज़रूरत (They Need To Be Saved)
क्लाउनफिश (Clownfish) न सिर्फ़ समुद्री पर्यटन और एक्वेरियम व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि ये समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र (Marine ecosystem) का भी अहम हिस्सा है। CMFRI जैसे संस्थानों के प्रयासों से अब इन्हें पाला जा सकता है, जिससे प्रकृति में इनकी संख्या सुरक्षित रहेगी।
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