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अगर आपको लगता है कि पेट्रोल-डीज़ल के बिना गाड़ियां नहीं चल सकतीं, तो आप गलत हैं, भारत अब Green Energy की तरफ तेजी से बढ़ रहा है, और इसकी सबसे बड़ी झलक दिखेगी बायोफ्यूल एक्सपो 2025 (Biofuel Expo 2025) में। ये कोई साधारण प्रदर्शनी नहीं, बल्कि भारत के ऊर्जा भविष्य का नक्शा (Government Policies in Biodiesel) है, जहां किसानों का कचरा, गाड़ियों का ईंधन बनेगा।
क्या है बायोफ्यूल एक्सपो 2025? (What is Biofuel Expo 2025?)
Date: 4 से 6 जून 2025
Place : इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा
Entry: बिल्कुल फ्री (और हां, फ्री शटल सेवा भी)
ये एक्सपो बायोफ्यूल, ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी का संगम है। यहां आप देखेंगे कि कैसे:
1. पराली, गोबर और यूज़्ड कुकिंग ऑयल से बनता है बायोडीज़ल
2. किसानों की आय दोगुनी करने वाली तकनीकें
3. सस्ता और इको-फ्रेंडली ईंधन, जो पेट्रोल-डीज़ल को देगा टक्कर
भारत में बायोडीज़ल क्रांति (Biodiesel Revolution in India)
भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoP&NG) ने 1 जनवरी 2006 को बायोडीज़ल खरीद नीति की शुरुआत की, जिससे देश में पहली बार बायोडीज़ल को औपचारिक मान्यता मिली। इसके बाद, 10 अगस्त 2015 को सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए रेलवे और राज्य सड़क परिवहन निगमों जैसे बड़े उपभोक्ताओं को B100 (शुद्ध बायोडीजल) को डीजल में मिलाकर इस्तेमाल करने की अनुमति दी।
फिर 29 जून 2017 को ये अनुमति सभी उपभोक्ताओं के लिए बढ़ा दिया, जिससे आम लोग भी बायोडीज़ल को डीजल के साथ मिलाकर इस्तेमाल कर सकते थे। इसके बाद 30 अप्रैल 2019 को सरकार ने हाई स्पीड डीजल (High Speed Diesel) में बायोडीज़ल मिलाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए, जिसमें स्पष्ट किया गया कि केवल शुद्ध बायोडीज़ल (B100) ही बेचा जा सकता है, न कि कोई प्री-मिक्स्ड मिश्रण।
तेजी से बढ़ रहा है बायोडीज़ल का उत्पादन (Biodiesel Production Is Growing Rapidly)
इन नीतियों का पॉजिटिव असर देखने को मिला। 2015-16 में तेल विपणन कंपनियों (Oil marketing companies) की ओर से केवल 1.1 करोड़ लीटर बायोडीजल खरीदा गया, जो 2019-20 तक बढ़कर 10.56 करोड़ लीटर हो गया! यह वृद्धि दर्शाती है कि भारत बायोडीजल के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
बायोडीज़ल कैसे बनता है? (How Is Biodiesel Made?)
बायोडीजल का उत्पादन वनस्पति तेल, यूज़्ड कुकिंग ऑयल, पीला ग्रीस (यलो ग्रीस) या पशु वसा से किया जाता है। इसके लिए ट्रांसएस्टेरिफिकेशन नामक प्रक्रिया अपनाई जाती है, जिसमें:
- 100 पाउंड तेल + 10 पाउंड मेथनॉल (एल्कोहॉल) + कैटलिस्ट (NaOH/KOH) मिलाकर 100 पाउंड बायोडीजल + 10 पाउंड ग्लिसरीन बनता है।
- ग्लिसरीन का इस्तेमाल दवाइयों और कॉस्मेटिक्स (Cosmetics) में होता है, जिससे यह प्रक्रिया लाभदायक और अपशिष्ट-मुक्त (Waste-free) हो जाती है।
ध्यान रखें
- कच्चे वनस्पति तेल या Recycled Grease को सीधे ईंधन के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह इंजन को नुकसान पहुंचा सकता है।
- बायोडीजल को ट्रक, ट्रेन या बार्ज के जरिए वितरित किया जाता है, जबकि B5 (5% biodiesel blending) को पाइपलाइन से भी भेजा जा सकता है।
क्यों जाना चाहिए इस एक्सपो में? (Why Should Go To This Expo?)
1. किसानों के लिए सुनहरा मौका
क्या आप जानते हैं कि खेतों का कचरा (पराली, गन्ने की खोई) अब करोड़ों का व्यापार बन सकता है? बायोफ्यूल टेक्नोलॉजी की मदद से किसान अपने कचरे को बेचकर अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं। एक्सपो में किसानों के लिए विशेष सेशन होंगे, जहां उन्हें सिखाया जाएगा कि कैसे वे अपने गांव में ही बायोफ्यूल यूनिट लगा सकते हैं।
2. युवाओं और स्टार्टअप्स के लिए बड़ी संभावनाएं
अगर आप ग्रीन एनर्जी में करियर बनाना चाहते हैं या कोई इको-फ्रेंडली बिजनेस (Eco-friendly business) शुरू करना चाहते हैं, तो यह एक्सपो आपके लिए है! यहां आप:
- बायोफ्यूल बनाने की मशीनें देख सकते हैं।
- सरकारी सब्सिडी और लोन स्कीम्स के बारे में जान सकते हैं।
- इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स से सीधे जुड़ सकते हैं।
3. आम जनता के लिए फायदेमंद
अगर आप पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से परेशान हैं, तो बायोफ्यूल आपका सस्ता विकल्प हो सकता है! एक्सपो में आप जानेंगे:
- कैसे बायोडीजल (B100) आपकी गाड़ी में इस्तेमाल हो सकता है?
- क्या यह इंजन के लिए सुरक्षित है?
- कहां से खरीदें सस्ता बायोफ्यूल?
सरकार की बड़ी पहल: ‘वेस्ट टू वेल्थ’ मिशन (Government’s Big Initiative: ‘Waste to Wealth’ Mission)
भारत सरकार ने बायोफ्यूल को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं-
1.यूज़्ड कुकिंग ऑयल (UCO) से बायोडीजल बनाने पर सब्सिडी।
2.रेलवे और स्टेट बसों में बायोडीज़ल का इस्तेमाल।
3.2025 तक 20 फीसदी इथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य।
इस एक्सपो में सरकारी अधिकारी और नीति निर्माता भी शामिल होंगे, जो आपको सीधे सरकारी योजनाओं के बारे में बताएंगे।
एक्सपो में कैसे पहुंचें? बिल्कुल आसान (How To Reach The Expo? It’s Very Easy)
- निशुल्क प्रवेश: कोई टिकट नहीं, सीधे चले आइए।
- फ्री शटल सेवा: दिल्ली-एनसीआर से आने वालों के लिए मुफ्त बसें। (कॉन्टैक्ट: 8448193086, 9667202624)
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: QR कोड स्कैन करके सेकंडों में रजिस्टर करें।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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