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सरकार का ऐतिहासिक कदम में, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री, पीयूष गोयल ने FCI ग्रीवेंस रेड्रेसल सिस्टम (FCI Grievance Redressal System) मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया है। ये इनोवेशन सरकार के डिजिटल प्रयासों का एक हिस्सा है जो शासन में पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही लाने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहा है। ये एप्लिकेशन ना केवल चावल मिल मालिकों बल्कि आपूर्तिकर्ता, ख़रीददार, गोदाम, साइलो मालिक और ठेकेदार (Rice mill owners, suppliers, buyers, warehouse, silo owners and contractors) भी अपनी शिकायत बड़े आराम से दर्ज कर सकता है। एक टूल नहीं है, बल्कि FCI का भरोसा है।
एक जटिल प्रक्रिया का आसान समाधान
पारंपरिक रूप से, FCI के साथ काम करने वाले चावल मिल मालिकों से को भुगतान, गुणवत्ता जांच, फसल ख़रीद प्रक्रिया से जुड़ी किसी भी समस्या का सामना करना पड़ता था। इन शिकायतों को दर्ज कराने और उनके निवारण का रास्ता अक्सर लंबा, और अनक्लियर था। FCI GRS ऐप इसे डिजिटल तरीके से पेश करता है। अब ये सुविधा आपूर्तिकर्ता, ख़रीददार, गोदाम, साइलो मालिक और ठेकेदार को भी इसी एप्लिकेशन की मदद से मिल रही है।
ऐप की प्रमुख ख़ासियतें
यूज़र फ्रेंडली शिकायत दर्ज करना (User-Friendly Grievance Submission)
इस ऐप की सबसे बड़ी खूबी है इसका आसान होना। एक बार रजिस्ट्रेशन करने के बाद, अपने मोबाइल डिवाइस के ज़रीये से किसी भी समय और कहीं से भी आसानी से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। हर शिकायत को एक यूनीक शिकायत आईडी (Unique Grievance ID) दी जाती जाती है, जो भविष्य के सभी संदर्भों के लिए एक ट्रैकिंग नंबर का काम करती है।
रीयल टाइम ट्रैकिंग (Real-Time Tracking)
अबे लंबे वक्त तक अनिश्चितता में इंतजार करने की ज़रूरत नहीं है। अपनी शिकायत की स्थिति – चाहे वो पूरी हुई है, विचाराधीन है, या निपटा दी गई है – की रीयल टाइम पर निगरानी कर सकते हैं। ये पारदर्शिता भरोसे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
आटोमेटिक असाइनमेंट और फास्ट निपटान (Automatic Assignment & Fast Resolution)
ऐप FCI के आंतरिक कामकाज में भी दक्षता लाता है। शिकायत मिलते ही, इसे आटोमेटिक रूप से संबंधित नोडल अधिकारी (Nodal Officer) को रजिस्टर कर दिया जाता है। नोडल अधिकारी के पास ये ऑप्शन होता है कि वो Quick Response Team – QRT को जांच के लिए भेजे या संबंधित डिवीजन से रिव्यू ले। इस आटोमेटिक असानमेंट से देरी की संभावना कम हो जाती है।
क्यूआरटी के लिए जियो-फेंसिंग (Geo-Fencing for QRTs)
इसकी सबसे उन्नत और भरोसेमंद ख़ासियत है। अगर किसी शिकायत के निवारण के लिए QRT की साइट पर फिजिकल जाना ज़रूरी है, तो ऐप जियो-फेंसिंग टूल के ज़रीये से टीम मेंबर्स की वास्तविक यात्रा का रिकॉर्ड कैप्चर करेगा। इससे ये भरोसा होता है कि शिकायत की वास्तविक ज़मीनी जांच हुई है, जिससे जवाबदेही बढ़ेगी।
डिजिटल इंडिया की एक और सार्थक पहल
FCI Grievance Redressal System ऐप ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के विजन को साकार करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। ये सरकार की उस सोच को दर्शाता है जहां टेक्नोलॉजी का यूज Citizen-centric services देने के लिए किया जा रहा है। इससे ना केवल एक सुविधाजनक मंच मिला है, बल्कि यह FCI की जवाबदेही और Working style में भी सुधार लाएगा।
वेबसाइट क्लिक करके पूरी जानकारी पा सकते हैं- FCI Grievance Redressal System