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भारत में रहने वाले लोगों के लिए ज़मीन खरीदना How to Buy Agricultural Land in India by NRI) एक आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप NRI (Non-Resident Indian) हैं, तो आपके लिए भारत में कृषि भूमि खरीदने के नियम अलग हैं? जी हां, NRI होने के नाते आपको कृषि भूमि, बागान या फार्म हाउस (Agricultural land, plantation or farm house) खरीदने में कई पाबंदियों का सामना करना पड़ सकता है।
लेकिन चिंता न करें, आज हम आपको सरल भाषा में बताएंगे कि NRI के लिए भारत में कृषि भूमि खरीदने के क्या नियम हैं और किन परिस्थितियों में आप इसे खरीद या बेच सकते हैं।
NRI के लिए कृषि भूमि खरीदने पर प्रतिबंध (Restrictions On Purchase Of Agricultural Land For NRIs)
भारतीय कानून के अनुसार, NRI (Non-Resident Indian) और PIO (Person of Indian Origin) को सीधे तौर पर भारत में कृषि भूमि खरीदने की अनुमति नहीं है। यह नियम FEMA (Foreign Exchange Management Act) और RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा तय किए गए हैं। इसमें निम्न प्रकार की ज़मीन शामिल है:
1.कृषि योग्य भूमि
2.बागान (जैसे चाय, कॉफी, रबर के बागान)
3.फार्महाउस
क्या कोई रास्ता है? (Is There Any Way?)
अगर कोई NRI कृषि भूमि खरीदना चाहता है, तो उसे RBI से विशेष अनुमति लेनी होगी, जो कि बहुत मुश्किल है। लेकिन एक रास्ता ऐसा भी है जहां NRI कृषि भूमि के मालिक बन सकते हैं।
विरासत में मिली कृषि भूमि पर NRI का अधिकार (Rights Of NRI On Inherited Agricultural Land)
हालांकि NRI सीधे कृषि भूमि नहीं खरीद सकते, लेकिन अगर उन्हें विरासत में ऐसी ज़मीन मिलती है, तो वे उसके मालिक बन सकते हैं। यानी अगर आपके माता-पिता या दादा-दादी के पास कोई कृषि भूमि है और वे आपको उसे गिफ्ट में देते हैं या उनकी मृत्यु के बाद वह ज़मीन आपके नाम हो जाती है, तो आप उसके कानूनी मालिक बन जाते हैं।
लेकिन ध्यान रखें
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आप इस ज़मीन को केवल एक भारतीय नागरिक को ही बेच सकते हैं।
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अगर आप इसे किसी दूसरे NRI या विदेशी को बेचना चाहते हैं, तो आपको RBI से अनुमति लेनी होगी।
NRI कौन-सी संपत्तियां खरीद सकते हैं? (What Properties Can NRIs Buy?)
अगर आप NRI हैं और भारत में प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं, तो आप रिहायशी (Residential) और commercial property खरीद सकते हैं। इसमें:
- फ्लैट
- प्लॉट (बशर्ते वह कृषि योग्य न हो)
- दुकानें
- ऑफिस स्पेस
ध्यान रखें:
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आपको भारतीय रुपये (INR) में भुगतान करना होगा, जो आपके NRI बैंक अकाउंट से आना चाहिए।
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विदेशी मुद्रा (डॉलर, पाउंड आदि) में भुगतान करने की अनुमति नहीं है।
ज़मीन खरीदते समय इन दस्तावेज़ों का रखें ध्यान (Keep These Documents In Mind While Buying Land)
अगर आप भारत में कोई संपत्ति खरीद रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
a. टाइटल की जांच ज़रूर करें
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ज़मीन का मालिकाना हक (Title) साफ़ होना चाहिए।
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कोई लोन या कर्ज़ा तो नहीं है?
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क्या ज़मीन पर किसी और का दावा तो नहीं?
b. सभी कानूनी दस्तावेज़ पूरे करें
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सेल डीड (बिक्री पत्र)
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रजिस्ट्रेशन दस्तावेज़
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पट्टा (अगर लीज पर ली गई हो)
c. टैक्स का ध्यान रखें
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अगर आप संपत्ति किराए पर देते हैं या बेचते हैं, तो TDS (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) कटेगा।
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आपको भारत में इनकम टैक्स रिटर्न भरना पड़ सकता है।
राज्यों के अलग-अलग नियम (Different Rules For Different States)
भारत में हर राज्य के अपने ज़मीन संबंधी नियम होते हैं। कुछ राज्यों में NRI के लिए और भी पाबंदियाँ हो सकती हैं।
उदाहरण:
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गुजरात: यहां केवल किसान ही कृषि भूमि खरीद सकते हैं।
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हिमाचल प्रदेश: यहां बाहरी लोगों (NRI सहित) को ज़मीन खरीदने के लिए सरकारी अनुमति चाहिए।
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केरल: यहां भी NRI को कृषि भूमि खरीदने पर रोक है।
इसलिए, अगर आप NRI हैं और भारत में ज़मीन खरीदना चाहते हैं, तो पहले उस राज्य के नियमों की जाँच कर लें।
क्या करें NRI? (What Should NRIs Do?)
अगर आप NRI हैं और भारत में कृषि भूमि खरीदने की सोच रहे हैं, तो याद रखें:
1. सीधे तौर पर कृषि भूमि नहीं खरीद सकते।
2. विरासत में मिली ज़मीन पर आपका अधिकार हो सकता है।
3. आवासीय और कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं।
4. हमेशा दस्तावेज़ों की जांच करें और टैक्स नियमों का पालन करें।
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