PMFBY : पांच साल में किसानों को मिले फसल नुकसान के 90 हजार करोड़ रुपये

प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर आग्रह किया कि किसान योजना का भरपूर लाभ उठाएं ताकि आत्मनिर्भर हो सकें।

PMFBY : पांच साल में किसानों को मिले फसल नुकसान के 90 हजार करोड़ रुपये

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) को शुरू हुए बुधवार को 5 साल पूरे हो गए हैं। इसके अंतर्गत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान से पूरे फसल चक्र को बीमा सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाती है। इन पांच वर्षों में करीब 29 करोड़ किसान अपनी फसल का बीमा करा चुके हैं। अब तक 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किसानों को दावे के रूप में किया जा चुका है।

 

कोरोना के दौरान लॉकडाउन के तीन माह में ही सिर्फ करीब 70 लाख किसानों को 8741 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया गया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर किसानों को बधाई दी और आग्रह किया कि वे योजना का भरपूर लाभ उठाएं ताकि आत्मनिर्भर हो सकें।

इस योजना को 13 जनवरी 2016 को लागू किया गया था। इसके तहत किसानों को सबसे कम प्रीमियम पर एक व्यापक फसल जोखिम बीमा समाधान मिलता है। इसमें किसानों के खरीफ फसलों के लिए केवल 2 प्रतिशत और सभी रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत का एक समान प्रीमियम जमा कराना होता है।

शेष राशि का भुगतान केंद्र और राज्य सरकार 50: 50 के अनुपात में करती है। सिर्फ पूर्वोत्तर राज्यों में केंद्र सरकार 90 प्रतिशत प्रीमियम की सहायता खुद करती है।

PMFBY के तहत औसत बीमित राशि पहले प्रति हेक्टेयर 15,100 रुपये थी, जिसे बढ़ाकर 40,700 रुपये कर दिया गया है। योजना में बुवाई से पूर्व से लेकर कटाई के बाद तक फसल के पूरे चक्र शामिल हैं। इसमें रोकी गई बुवाई और फसल लगने के बाद होने वाला नुकसान भी शामिल है।

नमो ऐप पर सारी जानकारी

 

योजना ने कैसे किसानों को अधिक से अधिक लाभ सुनिश्चित किया है और दावों के निस्तारण में कैसे पारदर्शिता बरती गई है जैसी संबंधित जानकारियां नमो ऐप (NaMo App) के योर वॉइस सेक्शन में उपलब्ध है।

 

भारत सरकार ने हाल ही में बेहतर प्रशासन, समन्वय, जानकारी के समुचित प्रचार-प्रसार और पारदर्शिता के लिए एक बीमा पोर्टल (Insurance Portal) शुरू किया है। साथ ही एंड्रॉयड आधारित फसल बीमा ऐप भी शुरू किया गया है, जो फसल बीमा, कृषि सहयोग और किसान कल्याण विभाग (डीएसी एवं परिवार कल्याण) की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।

 

 

 

 

 

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