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अगर आपके फोन में ‘PM Kisan Yojana’ नाम का कोई ऐप आया है, तो तुरंत डिलीट कर दें। ये कोई सरकारी योजना नहीं, बल्कि एक खतरनाक हैकिंग टूल है जो आपके मोबाइल का पूरा कंट्रोल हैकर्स के हाथ में दे सकता है। नागालैंड पुलिस ने इस फर्जी ऐप के बारे में चेतावनी जारी की है, जो किसानों और आम लोगों को ठगने के लिए बनाया गया है।
क्या है ये फर्जी ऐप?
नागालैंड पुलिस के अनुसार, कुछ धोखेबाज़ों ने ‘PM Kisan Yojana’ नाम से एक मैलिशियस APK फाइल (एंड्रॉयड ऐप इंस्टॉलेशन फाइल) बनाई है, जिसे ज़िला और ब्लॉक स्तर पर WhatsApp और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किया जा रहा है। ये ऐप दिखने में बिल्कुल असली लगता है, लेकिन जैसे ही आप इसे इंस्टॉल करते हैं, आपका फोन हैकर्स के कंट्रोल में चला जाता है।
कैसे काम करता है ये ऐप?
- जैसे ही आप इस APK फाइल को इंस्टॉल करते हैं, यह आपके मोबाइल पर पूरी तरह कब्ज़ा कर लेता है।
- ये आपके WhatsApp को हैक कर लेता है और आपके सभी कॉन्टैक्ट्स और ग्रुप्स में खुद-ब-खुद यही वायरस फैलाने लगता है।
- हैकर्स आपके बैंक डिटेल्स, पर्सनल फोटोज, और अन्य प्राइवेट डेटा तक पहुंच बना सकते हैं।
- एक बार फोन हैक होने के बाद, आपका डेटा, पैसे और पहचान सब ख़तरे में पड़ सकते हैं।
‘PM किसान योजना’ असली है या नकली?
ध्यान रहे:
- केंद्र सरकार की असली ‘PM किसान योजना’ ऐप को APK फाइल के ज़रिए नहीं भेजा जाता है।
- सरकारी योजनाओं की जानकारी केवल आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in या सरकारी विभागों से ही मिलती है।
- अगर कोई आपको WhatsApp या SMS पर ‘PM Kisan App’ डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजता है, तो उस पर क्लिक न करें।
कैसे पहचानें फर्जी ऐप?
- अनऑफिशियल सोर्स: अगर कोई ऐप Google Play Store के बजाय किसी लिंक या APK फाइल के जरिए आ रहा है, तो ये स्कैम हो सकता है।
- अजीब परमिशन्स: फर्जी ऐप आपसे WhatsApp, कॉन्टैक्ट्स, स्टोरेज और अन्य निजी डेटा तक पहुंच मांगता है।
- गलत स्पेलिंग: कई बार फर्जी ऐप्स के नाम में PM Kisan, Kisan Samman, Kisan Yojana जैसे शब्द होते हैं, लेकिन वे असली नहीं होते।
अगर गलती से इंस्टॉल कर लिया तो क्या करें?
- तुरंत ऐप को अनइंस्टॉल करें।
- अपने फोन का एंटीवायरस स्कैन चलाएं।
- अपने WhatsApp और बैंक अकाउंट्स का पासवर्ड बदलें।
- अगर आपका फोन हैक हो गया है, तो तुरंत साइबर क्राइम विभाग (cybercrime.gov.in) में शिकायत दर्ज कराएं।
कैसे बचें इस साइबर ठगी से?
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- केवल Google Play Store या ऑफिशियल वेबसाइट से ही ऐप्स डाउनलोड करें।
- APK फाइल्स को इंस्टॉल करने से पहले सोचें, ये सबसे ज्यादा खतरनाक होती हैं।
- अपने दोस्तों और परिवार को इस स्कैम के बारे में बताएं ताकि वे भी सतर्क रहें।
जागरूकता ही बचाव है
नागालैंड पुलिस ने जो चेतावनी जारी की है, वो सिर्फ एक राज्य तक सीमित नहीं है। ये फर्जी ऐप पूरे भारत में फैल सकता है। किसानों को विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि धोखेबाज उन्हीं को निशाना बना रहे हैं। सरकारी योजनाओं की जानकारी केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही लें और किसी भी अनजान ऐप को इंस्टॉल करने से बचें।
अगर आपको ये जानकारी यूज़फुल लगी, तो इसे शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस साइबर ठगी से बच सकें।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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