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खेती का काम आसान बनाने के लिए हर दिन वैज्ञानिक नए उपकरण बनाते रहते हैं, ऐसा ही एक उपकरण है कंबाइन हार्वेस्टर (Combine Harvester), जो फसल की कटाई से लेकर थ्रेशिंग और सफ़ाई का काम भी आसानी से कर सकता है। पहले खेती के काम में जितनी मेहनत और समय लगता था, अब वो नए-नए कृषि उपकरणों की बदौलत कम हो गया है। कंबाइन हार्वेस्टर फसल की कटाई, थ्रेशिंग, इकट्ठा करने और सफ़ाई का काम बहुत कम समय में कर सकता है। इस उपकरण को अगर किसानों का सच्चा साथी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। क्या है इस मशीन की ख़ासियत, किन फसलों की कटाई इससे की जा सकती है और किसानों के लिए ये क्यों फ़ायदेमंद है? इस बारे में किसान ऑफ़ इंडिया के संवाददाता सर्वेश बुंदेली ने चर्चा की इकबाल से।
कंबाइन हार्वेस्टर क्या है? (What Is Combine Harvester?)
इकबाल बताते हैं कि आजकल मौसम 5 मिनट में खराब हो जाता है, साथ ही मज़दूरों की कमी एक अलग समस्या है। ऐसे में ये मशीन बहुत फ़ायदेमंद है। ये 20-25 मिनट में एक एकड़ फसल की कटाई, थ्रेशिंग और सफ़ाई कर देती है। कई बार ऐसा होता है कि फसल कटाई के लिए तैयार रहती है, लेकिन कटाई के लिए मज़दूर नहीं मिलते और अचानक से बरसात हो जाती है तो सारी फसल खराब हो जाती है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है, जबकि कंबाइन हार्वेस्टर मशीन (Combine Harvester Machine) रखने पर ये समस्या नहीं आएगी, क्योंकि ये बहुत जल्दी काम करती है।
किन-किन फसलों की कटाई की जाती है? (Crops Harvested By Combine Harvesters)
कंबाइन हार्वेस्टर किसानों के लिए एक बहुउपयोगी मशीन है। इकबाल कहते हैं कि इससे गेहूं, धान, चना, सरसों, धनिया, जीरा, मूंग, उड़द, सोयाबीन और सूरजमुखी जैसी फसलों की कटाई की जाती है। यही नहीं कटाई के बाद मशीन पूरा दाना निकालेगी और सफाई भी करेगी। इसमें कई जाली लगी होती हैं, जिससे फसल पूरी तरह साफ़ हो जाती है, यानि मशीन में फसल आने के बाद किसानों को बिल्कुल तैयार फसल मिलती है जिसे वो सीधा बेच या स्टॉक कर सकता है।
डीज़ल की खपत (Combine Harvester Fuel Efficiency)
इकबाल बताते हैं कि अगर आप सुबह 8 से रात 8 बजे तक कंबाइन हार्वेस्टर चलाते हैं तो करीब 120-125 लीटर तक डीज़ल खर्च होता है। जहां तक फसल कटाई की मात्रा का सवाल है तो कितनी कटाई होती है, ये ज़मीन और फसल पर निर्भर करती है। जैसे रेत वाली मिट्टी पर हार्वेस्टर दबकर चलता है, काली मिट्टी या समतल मिट्टी पर आसानी से चलता है और खड़ी फसल पर हार्वेस्टर तेज़ी से चलता है।
कैसे काम करता है कंबाइन हार्वेस्टर? (How Combine Harvesters Work)
कंबाइन हार्वेस्टर मशीन में एक रील खड़ी होती है जिस पर किसान फसल रखते हैं। ये फसल को काटने वाली यूनिट तक पहुंचाता है जिसके अंदर बड़े-बड़े चाकू जैसे बहुत ही तेज़ धार वाले ब्लेड होते हैं। इन ब्लेड्स की मदद से कटर फसल को काटती है। कन्वेयर बेल्ट के ज़रिए कटी हुई फसल रेसिंग यूनिट में जाती है। रेसिंग यूनिट में फसल के दाने ड्रेसिंग ड्रम और कंक्रीट क्लीयरेंस की मदद से अलग हो जाते हैं। कंबाइन हार्वेस्टर में बड़े-बड़े क्लीनिंग सिस्टम और ब्लोअर होते हैं, जिनकी मदद से फसलों से भूसे को अलग किया जाता है। साफ़ हुआ अनाज स्टोरेज सिस्टम में इकट्ठा हो जाता है।
कंबाइन हार्वेस्टर मशीन के फ़ायदे (Benefits Of Combine Harvester)
इकबाल बताते हैं कि कंबाइन हार्वेस्टर से एक तो एक साथ ही कटाई और उसके बाद की प्रक्रिया हो जाती है जिससे फसल का नुकसान नहीं होता। किसानों को कटाई के लिए मज़दूर और थ्रेशर वाले को ढूंढ़ने की ज़रूरत नहीं पड़ती। जिस दिन फसल तैयार होती है, उसी दिन उसे काटा जा सकता है।
कंबाइन हार्वेस्टर का इस्तेमाल करने वाले किसान विजय कहते हैं कि हार्वेस्टर की बदौलत फसल काटकर सीधे मंडी में पहुंचाई जा सकती है। इससे समय और श्रम दोनों की बचत होती है। कंबाइन हार्वेस्टर की मदद से बड़े खेत में भी जल्दी कटाई की जा सकती है। कंबाइन हार्वेस्टर मशीन एक साथ कई काम करती है। इसका इस्तेमाल करने से कई फ़ायदे होते हैं-
- अधिक दक्षता- कंबाइन हार्वेस्टर एक ही मशीन होती है जो कई काम एक साथ करती है, इसके लिए मशीन में अलग-अलग ब्लेड, कटर, छन्नी जैसे उपकरण लगे होते हैं, जिससे कटाई की प्रक्रिया सही तरीके से होती है। ये कटाई, छंटाई, भण्डारण के साथ ही और भी कई काम एक साथ कर सकती है।
- समय की बचत- पारंपरिक तरीकों या दूसरी मशीनों की तुलना में कंबाइन हार्वेस्टर से कटाई बहुत तेज़ी से होती है। इससे किसानों के समय की बचत होती है।
- कृषि की लागत में कमी- एक कंबाइन हार्वेस्टर कईं मशीनो का काम करता है। इसलिए, किसानो को अलग-अलग मशीनें खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ती है।
- फसलों का नुकसान नहीं होता- कंबाइन हार्वेस्टर को इस तरह डिज़ाइन किया गया है जिससे फसलों की कटाई सावधानी से होती है।
कंबाइन हार्वेस्टर के प्रकार (Types Of Combine Harvesters)
कंबाइन हार्वेस्टर आमतौर पर दो तरह के होते हैं-
स्वचालित कंबाइन हार्वेस्टर: इस तरह के कंबाइन हार्वेस्टर में पूरी मशीनरी फ़िटरहती है। ये मशीनरी अपनी ताकत से इंजन और दूसरे हिस्सों को संचालित करती है। इससे फसल की कटाई, कुटाई (दौनी) और दानों की सफाई का काम आसानी से होता है।
ट्रैक्टर चालित कंबाइन हार्वेस्टर: इस तरह की हार्वेस्टर मशीन को ट्रैक्टर के साथ जोडक़र चलाया जाता है। ये मशीन ट्रैक्टर के पीटीओ से चलती है। ट्रैक्टर से कंबाइन को चलाकर फसल की कटाई की जाती है।
कौन सा कंबाइन हार्वेस्टर खरीदना चाहिए? (How To Choose A Combine Harvester?)
छोटे किसान जो सिर्फ़ अपने घर की खेती के लिए हार्वेस्टर खरीदना चाहते हैं, तो उन्हें मिनी कंबाइन हार्वेस्टर या ट्रैक्टर से चलने वाला कंबाइन हार्वेस्टर खरीदना चाहिए। उनके लिए यही उपयुक्त होता है और इसकी कीमत भी कम होती है। अगर कोई किसान व्यवसायिक खेती करता है या कंबाइन हार्वेस्टर से पैसे भी कमाना चाहता है, तो फिर उसके लिए हैवी कंबाइन हार्वेस्टर अच्छा होगा या फिर वो स्वचालित कंबाइन हार्वेस्टर भी खरीद सकता है।
कंबाइन हार्वेस्टर की कीमत (Combine Harvester Price)
कंबाइन हार्वेस्टर की कीमत कटर बार पर निर्भर करती है। इस समय देश में करीब 20 से ज़्यादा प्रसिद्ध कंपनियां कंबाइन हार्वेस्टर बना रही हैं। इसकी कीमत मशीन के फ़ीचर्स और स्पेसिफिकेशन्स के मुताबिक 10 लाख से लेकर 50 लाख रुपये के बीच होती है। मगर छोटे किसान मिनी कंबाइन हार्वेस्टर खरीद सकते हैं जिसकी कीमत 5 लाख रुपये से शुरू होती है।