Ayurveda Diet: भारत की पुरातन खाद्य संस्कृति को मिली नई पहचान, आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद आहार की लिस्ट जारी की

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण  यानि Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI) ने आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) के साथ मिलकर आयुर्वेद आहार (Ayurveda Diet) की एक लिस्ट जारी की है। ये कदम 2022 में लागू हुए 'फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स (आयुर्वेद आहार) रेगुलेशन्स' (Food Safety and Standards (Ayurveda Diet) Regulations) का हिस्सा है

Ayurveda Diet: भारत की पुरातन खाद्य संस्कृति को मिली नई पहचान, आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद आहार की लिस्ट जारी की

भारत की सदियों पुरानी आयुर्वेदिक खाद्य परंपराओं (Ayurvedic food traditions) को अब आधिकारिक मान्यता मिल गई है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण  यानि Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI) ने आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) के साथ मिलकर आयुर्वेद आहार (Ayurveda Diet) की एक लिस्ट जारी की है। ये कदम 2022 में लागू हुए ‘फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स (आयुर्वेद आहार) रेगुलेशन्स’ (Food Safety and Standards (Ayurveda Diet) Regulations) का हिस्सा है, जिसके तहत आयुर्वेदिक ग्रंथों में बताए खानों, सामग्रियों और प्रक्रियाओं को मान्यता दी गई है।

आयुर्वेद आहार क्या है?

आयुर्वेद आहार, प्रकृति और शरीर के संतुलन पर आधारित पौष्टिक खाद्य पदार्थों की एक यूनीक कैटेगरी है। ये न सिर्फ पेट भरता है, बल्कि शरीर को ऊर्जा देता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और पाचन को दुरुस्त रखता है। इनमें च्यवनप्राश, हल्दी दूध, गिलोय का रस, मोरंगा पाउडर, आंवला मुरब्बा जैसे पारंपरिक उत्पाद शामिल हैं, जो सदियों से भारतीय घरों में स्वास्थ्यवर्धक आहार के रूप में इस्तेमाल  किए जाते रहे हैं।

क्यों अहम है ये लिस्ट?

  1.  अब लोगों को पता चलेगा कि कौन से प्रोडक्ट सही में आयुर्वेदिक सिद्धांतों पर आधारित हैं और कौन से नकली।
  2.  FBO (फूड बिजनेस ऑपरेटर्स) अब आयुर्वेदिक ग्रंथों में दिए गए नुस्खों के अनुसार उत्पाद बना सकेंगे।
  3.  अगर कोई कंपनी किसी नए आयुर्वेदिक आहार को सूची में जोड़ना चाहती है, तो वो FSSAI को अप्लाई  कर सकती है।

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प्रधानमंत्री मोदी और आयुष मंत्रालय का संदेश

नवंबर 2023 में वर्ल्ड फूड इंडिया के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था – ‘भारत की सतत खाद्य संस्कृति हजारों साल के अनुभव का परिणाम है। हमारे पूर्वजों ने आयुर्वेद को आम लोगों के भोजन से जोड़ दिया था। जिस तरह योग दिवस ने योग को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाया, उसी तरह अब मिलेट्स (मोटे अनाज) और आयुर्वेद आहार भी पूरी दुनिया में फैलेंगे।’

वहीं, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने डेली रूटीन  में आयुर्वेद आहार को शामिल करें। उन्होंने कहा- आयुर्वेद आहार सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि शरीर को संतुलित और निरोगी बनाने के लिए है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में यह एक सार्थक कदम है।’

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

डॉ. राजेश कोटेचा, सचिव, आयुष मंत्रालय के अनुसार- ये सूची भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा को आधुनिक नियमों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण कदम है।  

प्रो. संजीव शर्मा, कुलपति, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान ने बताया कि इस सूची को तैयार करने के लिए आयुर्वेदिक ग्रंथों का पर रीसर्च किया गया है, ताकि हर प्रोडक्ट वैज्ञानिक और पारंपरिक मानकों पर खरा उतरे।

कैसे फायदेमंद है आयुर्वेद आहार?

  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
  • पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
  • शरीर में विषैले तत्वों (टॉक्सिन्स) को कम करता है।
  • प्राकृतिक और संतुलित पोषण प्रदान करता है।

आयुर्वेद आहार की पूरी सूची यहाँ देखें: FSSAI Official Link   

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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