High-Resolution Global Forecast Model: मौसम की सटीक जानकारी देने के लिए लॉन्च हुआ विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल (BFS)

विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल (High-Resolution Global Forecast Model) से किसानों को मिलेगी तेज और सटीक Weather Update अब खेती होगी और सुरक्षित।

High-Resolution Global Forecast Model विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल

उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम तेजी से बदल रहा है। 26 मई से 1 जून 2025 के बीच हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में बारिश, आंधी और तापमान में उतार-चढ़ाव का अनुमान है। ऐसे में किसानों के लिए मौसम की सटीक जानकारी बेहद ज़रूरी है ताकि वे अपनी फ़सलों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अब एक नया और उन्नत मौसम पूर्वानुमान तंत्र – विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल (High-Resolution Global Forecast Model) – लॉन्च किया है।

विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल: अब मौसम की जानकारी होगी और सटीक

देश में मौसम की स्थिति का अधिक सटीक अनुमान लगाने के लिए अब हमारे पास अपना खुद का विकसित किया गया सिस्टम है – विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल (High-Resolution Global Forecast Model) इसे पुणे स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी (IITM) ने विकसित किया है। इस सिस्टम की खासियत है कि यह 6 किलोमीटर के हाई-रिजोल्यूशन पर मौसम की भविष्यवाणी करता है, जिससे भारी बारिश, तूफान और गर्म हवाओं जैसी घटनाओं की बेहतर जानकारी पहले से दी जा सकती है।

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह इस सिस्टम का उद्घाटन किया। अब Weather Update न केवल तेज होगी, बल्कि ज़्यादा भरोसेमंद भी होगी, जिससे किसानों को बड़ा फ़ायदा मिलेगा।

हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश, ठंडक और ओलावृष्टि की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, 26 मई से 1 जून के बीच हिमाचल और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। 28 से 30 मई को उत्तराखंड और 30 मई से 1 जून को हिमाचल में भारी बारिश का अनुमान है। इन राज्यों में इस दौरान तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। इसके साथ ही, 27 और 28 मई को ओलावृष्टि की भी चेतावनी है, जो किसानों की फ़सलों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। ऐसे में Weather Update के माध्यम से समय रहते जानकारी मिलने से किसान अपनी फ़सलों की रक्षा के उपाय पहले से कर सकते हैं।

मैदानी राज्यों में तेज हवाएं और आंधी का अलर्ट

हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी 26 मई से 1 जून के बीच तेज आंधी, बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। कुछ स्थानों पर हवाएं 50 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इन इलाकों में तापमान 30 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, बारिश के बाद कुछ क्षेत्रों में हल्की ठंडक मिल सकती है, जबकि अन्य स्थानों पर तापमान में 3-4 डिग्री की बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

राजस्थान में लू और धूल भरी आंधी से किसानों को खतरा

राजस्थान के किसान इस समय सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। 26 मई को पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी और तेज गर्म हवाओं का खतरा है। इसके साथ ही 27 मई को पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में भी लू की स्थिति बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। Weather Update के अनुसार, 26 मई को कुछ क्षेत्रों में गर्म रातें भी हो सकती हैं, जहां न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री अधिक रहेगा। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे गर्म हवाओं से फ़सल को बचाने के उपाय करें और खेतों में कार्य करते समय पर्याप्त पानी और सुरक्षा का ध्यान रखें।

कृषि क्षेत्र में विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल से आएगा बड़ा बदलाव

विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल (High-Resolution Global Forecast Model) केवल एक टेक्नोलॉजी नहीं, बल्कि यह किसानों के लिए एक नया भरोसा है। इसकी मदद से अब मौसम की जानकारी पहले से और अधिक स्पष्ट और क्षेत्र विशेष के अनुसार मिलेगी। इससे किसानों को फ़सल बोने, सिंचाई करने और कटाई जैसे महत्वपूर्ण कार्यों की सही योजना बनाने में मदद मिलेगी। पहले जहां मौसम की चेतावनी कई बार व्यापक और अस्पष्ट होती थी, वहीं अब (HGFM) की सहायता से Weather Update गांव-गांव तक अधिक सटीकता के साथ पहुंच सकेगी।

किसानों के लिए सलाह

  • भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी को देखते हुए फ़सलों की सुरक्षा के लिए ढांपने या कटाई में तेजी लाने जैसे कदम उठाएं।
  • राजस्थान और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में लू से बचाव के लिए खेतों में काम करने का समय सुबह या शाम रखें।
  • पशुधन को भी गर्मी और तेज हवाओं से बचाने की व्यवस्था करें।
  • सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल (High-Resolution Global Forecast Model) और कृषि मौसम केंद्रों से जुड़ी जानकारी को नियमित रूप से सुनें।

निष्कर्ष

विकसित हाई-रिजोल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल (High-Resolution Global Forecast Model) मौसम अब और भी तेज़ और सटीक तरीके से बताएगा। जो किसानों के लिए यह एक बड़ा सहारा बन सकता है, जिससे वे अपनी मेहनत और फ़सल दोनों को सुरक्षित रख सकते हैं। अगर आप एक किसान हैं तो अब हर Weather Update को गंभीरता से लें, क्योंकि मौसम की समझ ही खेती की सफलता की पहली सीढ़ी है।

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सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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