Kisan Andolan : सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर पुलिस की घेरेबंदी, सड़क पर बिछाई कीलें

Kisan Andolan : कृषि बिलों पर विरोध को लेकर 26 जनवरी को निकाई गई ट्रैक्टर रैली में भड़की हिंसा के […]

Police force at kisan andolan

Kisan Andolan : कृषि बिलों पर विरोध को लेकर 26 जनवरी को निकाई गई ट्रैक्टर रैली में भड़की हिंसा के बाद अब पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है कि आगे इस तरह की कोई भी अन्य घटना न हो। उल्लेखनीय है कि राकेश टिकैत की भावनात्मक अपील के बाद से उत्तरप्रदेश, राजस्थान व अन्य राज्यों के काफी किसान प्रदर्शनस्थलों पर पहुंच रहे हैं। प्रदर्शनकारी 26 नवंबर से ही यहां सड़क रोक कर बैठे हुए हैं।

ये भी देखें : Kisan Andolan : देशभर में किसानों का 6 फरवरी को चक्का चाम

ये भी देखें : Budget 2021 : कृषि क्षेत्र में काम आने वाली मशीनें हुईं सस्ती, जानिए क्या हुआ सस्ता और क्या हुआ महंगा

दूसरे किसानों को प्रदर्शनस्थल तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों को किले में तब्दील कर दिया है। वहां पर फोर्स की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ा दी गई है औऱ बैरीकेड लगा दिए गए हैं।

ये भी देखें : Budget 2021 : ‘आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना’ की होगी शुरुआत, 70000 गांवों को होगा फायदा

ये भी देखें : Budget 2021 : साल 2021 किसानों की आय दोगुना करने का रखा गया लक्ष्य

प्रदर्शनकारियों की आवाजाही को सीमित करने के लिए पुलिसकर्मियों ने दो बैरियर के बीच आयरल रॉड भी लगाई है ताकि उन्हें रोका जा सके। इसके अलावा दिल्ली-हरियाणा कीमा पर सीमेंट की अस्थायी दीवार ही खड़ी कर दी गई है। लोगों को पैदल चलने से रोकने के लिए कंटीले तार भी लगाए गए हैं।

इसके अलावा स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है और आने जाने वाले सभी वाहनों की जांच की जा रही है। हाल ही हरियाणा, यूपी के मुख्यमंत्रियों द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद पुलिस पूरी तरह से चुस्त हो गई है और किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी हुई है।

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
मंडी भाव की जानकारी

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top