Rani Durgavati FPO: खेल चंद ने लिखी मंडला में किसानों के सशक्तिकरण की कहानी, ग्रामीण विकास की नई शुरुआत

रानी दुर्गावती FPO अब एक सशक्त मिशन में बदल चुका है, जो गांवों को बदलाव ला रहा है किसानों को आत्मनिर्भर बना रही है। सरकार उनको पूरा समर्थन दे रही है। इसकी मदद से छोटे पैमाने के उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर प्रदान करता है।

Rani Durgavati FPO: खेल चंद ने लिखी मंडला में किसानों के सशक्तिकरण की कहानी, ग्रामीण विकास की नई शुरुआत

मंडला, मध्य प्रदेश (Mandla, Madhya Pradesh) की हरी-भरी धरती पर एक शांत लेकिन प्रभावशाली क्रांति आकार ले रही है। ये केवल खेती की कहानी नहीं है, बल्कि समुदायों को सशक्त बनाने, रोजगार के अवसर पैदा करने और प्रेरणा देने की एक यात्रा है। यह कहानी है 300 से ज़्यादा किसानों की, जिन्होंने एक साथ मिलकर अपने भविष्य को फिर से लिखा।

इस क्रांति के केंद्र में हैं खेल चंद जी (Khel Chand ), जो मंडला में अपना रानी दुर्गावती FPO (Rani Durgavati FPO) चला रहे हैं। उनकी मेहनत और जज़्बे ने दूसरे किसानों को एक साथ जोड़ा और सरकारी योजनाओं के सहारे एक सफल और आत्मनिर्भर इकोसिस्टम खड़ा किया। खेल चंद जी से किसान ऑफ इंडिया (Kisan Of India) के अक्षय दुबे ने उनके इस सफ़र को लेकर बातचीत की। 

शुरुआत: छोटे कदम, बड़े सपने

रानी दुर्गावती FPO अब एक सशक्त मिशन में बदल चुका है, जो गांवों को बदलाव ला रहा है किसानों को आत्मनिर्भर बना रही है। सरकार उनको पूरा समर्थन दे रही है। इसकी मदद से छोटे पैमाने के उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर प्रदान करता है।

हम किसानों को कैसे सशक्त बनाते हैं: खेल चंद

  1.प्रशिक्षण कार्यक्रम: किसानों को आधुनिक खेती तकनीकों, टिकाऊ प्रथाओं और उद्यमशीलता में प्रशिक्षित किया जाता है।

 2.वित्तीय सहायता: ऋण और सरकारी सब्सिडी की सुविधा, जिससे किसान बिना किसी वित्तीय बाधा के आगे बढ़ सकें।

  3.उत्पाद की गारंटीड खरीद: हर फसल की कीमत मिलती है, जिससे किसानों की मेहनत का पूरा मोल मिलता है।

  4.लघु उद्योग: फूड प्रोसेसिंग (Food Processing) यूनिट से लेकर पारंपरिक हस्तशिल्प तक, किसान उच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट बनाते हैं।

हमारे प्रमुख उत्पाद खेत से बाज़ार तक 

खेल चंद बताते हैं कि हमारे किसान और कारीगरों की मेहनत और कला से बने उत्पाद मंडला की विरासत को दर्शाते हैं-

 स्वास्थ्यवर्धक मिलेट कुकीज़: रागी, बाजरा, ज्वार, कोदो और कुटकी से बनी ये कुकीज़ स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए आदर्श हैं।

  पारंपरिक अचार: ताजगी और स्वाद से भरपूर, हमारे अचार भारतीय गांवों का असली स्वाद देते हैं।

  देसी घी लड्डू: प्यार से बने ये लड्डू पोषण से भरपूर और बेहद टेस्टी होते हैं।

महिलाओं का सशक्तिकरण, जीवन में बदलाव

खेल चंद जी के इस सफ़र में 120 से ज़्यादा आदिवासी महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ये महिलाएं कुकीज़, अचार और हाथों से बने उत्पाद बनाकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं और अपने समुदायों को आगे बढ़ा रही हैं।

किसान हमारे मिशन से कैसे जुड़ सकते हैं

घूघरी ब्लॉक के 90 गांवों के किसान खेल चंद की पहल में आसानी से शामिल हो सकते हैं:

लोकल कॉन्टेक्ट: हर गांव समूह के लिए एक समर्पित डायरेक्टर (DBO) नियुक्त किया गया है, जो जानकारी प्रदान करता है और किसानों को जोड़ता है।

आसान रजिस्ट्रेशन: किसान अपने स्थानीय प्रतिनिधि के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।

  क्वालिटी चेक : हमारी टीम नियमित निरीक्षण करती है और किसानों को उनकी उपज सुधारने में मदद करती है।

डिजिटल दुनिया से जुड़े: मंडला से सीधे आपके घर तक

अब दूरी कोई रूकावट नहीं है। दिल्ली हो या फिर मुंबई भारत के किसी भी हिस्से से उनके प्रोडक्ट्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म माय स्टोर से  मंगवाए जा सकते हैं।

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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