Food Processing और APEDA के माध्यम से भारतीय फल और सब्ज़ी निर्यात में वृद्धि

भारत में Food Processing और APEDA की योजनाओं से कृषि उत्पादों के निर्यात में 47.3% की वृद्धि हुई है, जो निर्यातकों को बुनियादी ढांचा, गुणवत्ता और बाज़ार विकास में मदद कर रही हैं।

Food Processing and APEDA

भारत में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए Food Processing और एपीडा (APEDA) की वित्तीय सहायता योजनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। एपीडा की मदद से भारतीय फल और सब्जियों का निर्यात पिछले कुछ वर्षों में 47.3% बढ़ा है। इसके साथ ही, एपीडा ने कई नई योजनाओं के जरिए बुनियादी ढांचे, गुणवत्ता, और बाज़ार को तैयार करने में निर्यातकों को समर्थन प्रदान किया है।

एपीडा की योजनाओं से निर्यातकों को मिला समर्थन

भारत में Food Processing और APEDA के जरिए कई योजनाओं की शुरुआत की गई है जो निर्यातकों को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य फल और सब्जियों सहित अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना है। एपीडा द्वारा प्रदान की गई मदद में मुख्य रूप से तीन क्षेत्र शामिल हैं:

  1. बुनियादी ढांचे का विकास: इसमें पैकिंग और ग्रेडिंग लाइनों के साथ पैकहाउस सुविधाएं, कोल्ड स्टोरेज, रेफ्रिजरेटेड परिवहन, प्री-कूलिंग यूनिट्स, और शिपमेंट पूर्व आवश्यक सुविधाओं का निर्माण किया गया है।
  2. गुणवत्ता विकास: इसके तहत प्रयोगशाला परीक्षण उपकरणों की खरीद, गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली की स्थापना और कीटनाशकों की ट्रेसेबिलिटी के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
  3. बाज़ार संवर्धन: इस योजना के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेलों में निर्यातकों की भागीदारी, क्रेता-विक्रेता बैठकों का आयोजन और पैकेजिंग मानकों को विकसित किया जाता है।

इन योजनाओं के परिणामस्वरूप, भारत में फल और सब्जियों के निर्यात में 47.3% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले पांच वर्षों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

भारत का फल और सब्ज़ी निर्यात

भारत का फल और सब्ज़ी निर्यात दुनिया भर के 123 देशों तक पहुंच चुका है। 2019-20 से 2023-24 के बीच, भारतीय ताजे फल और सब्जियों का निर्यात 17 नए देशों में हुआ। इनमें प्रमुख देशों में ब्राजील, जॉर्जिया, युगांडा, पापुआ न्यू गिनी, चेक गणराज्य, घाना आदि शामिल हैं। यह सब Food Processing और APEDA की निरंतर प्रयासों का नतीजा है, जो निर्यातकों के लिए नए बाज़ारों में प्रवेश को सुनिश्चित कर रहे हैं।

एपीडा द्वारा बाज़ार पहुंच में वृद्धि

एपीडा के प्रयासों के कारण, पिछले तीन वर्षों में कई नए बाज़ारों में भारतीय उत्पादों की पहुंच बनी है। उदाहरण के लिए, सर्बिया में आलू और प्याज, कनाडा में बेबी कॉर्न और ताजा केला, और ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, सर्बिया, और न्यूजीलैंड में अनार के उत्पादों का निर्यात बढ़ा है।

इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य भारतीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में स्थान दिलाना और Food Processing उद्योग को बढ़ावा देना है। APEDA द्वारा निर्यातकों को दी गई सहायता और सुविधाओं ने भारतीय कृषि उत्पादों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद की है।

निर्यात में आ रही चुनौतियां और समाधान

हालाँकि, नए बाज़ारों तक पहुंचने में कई चुनौतियां आ रही हैं, जैसे:

  1. लॉजिस्टिक्स लागत: भारत से दूर देशों में निर्यात के लिए लॉजिस्टिक्स लागत बढ़ रही है।
  2. फाइटो-सैनिटरी आवश्यकताएँ: कुछ देशों में निर्यात के लिए फाइटो-सैनिटरी आवश्यकताएँ बहुत सख्त हैं।
  3. पंजीकरण में देरी: कुछ देशों में उद्यमों के पंजीकरण में देरी हो रही है।

इन समस्याओं का समाधान करने के लिए, एपीडा और Food Processing मंत्रालय के सहयोग से कई कदम उठाए जा रहे हैं। इन कदमों में शामिल हैं:

  1. बाज़ार पहुंच वार्ता: भारतीय कृषि उत्पादों को प्राथमिकता देने के लिए कृषि मंत्रालय के साथ समन्वय किया जा रहा है।
  2. समुद्री प्रोटोकॉल: बागवानी उत्पादों के निर्यात के लिए समुद्री प्रोटोकॉल को लागू किया जा रहा है, जिससे लॉजिस्टिक्स खर्चों को कम किया जा सके।
  3. ट्रेसेबिलिटी सिस्टम: फाइटो-सैनिटरी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ट्रेसेबिलिटी सिस्टम की स्थापना की जा रही है।

भारत में Food Processing और APEDA की भूमिका

एपीडा का उद्देश्य न केवल भारतीय कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना है, बल्कि यह Food Processing उद्योग को भी सशक्त बनाना है। एपीडा द्वारा निर्यातकों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता, बुनियादी ढांचे के विकास, गुणवत्ता सुधार और बाज़ार विस्तार योजनाओं से भारत के कृषि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, और उनका निर्यात बढ़ा है।

सरकार और एपीडा के प्रयासों से, भारत Food Processing क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण शक्ति बनकर उभरा है। इससे देश के कृषि उत्पादकों को लाभ हो रहा है, और साथ ही यह भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान कर रहा है।

निर्यात के आँकड़े और उपलब्धियां

भारत के फल और सब्ज़ी निर्यात के आँकड़े भी इस विकास की कहानी को स्पष्ट करते हैं। पिछले पांच वर्षों में निर्यात में मात्रा के संदर्भ में 47.3% और मूल्य के संदर्भ में 41.5% की वृद्धि हुई है। यह बढ़ोतरी APEDA और Food Processing योजनाओं की सफलता को दर्शाती है।

कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए राज्यों के आंकड़े भी उपलब्ध हैं, और प्रमुख फल और सब्ज़ी उत्पादक राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, और गुजरात निर्यात में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।

भविष्य के अवसर

भारत में Food Processing और APEDA के सहयोग से, निर्यातक और किसान दोनों को कई नए अवसर मिल रहे हैं। एपीडा की योजनाओं के माध्यम से, निर्यातकों को नए बाज़ारों तक पहुंचने का मौका मिल रहा है, जिससे उनकी व्यापारिक क्षमता बढ़ रही है। इसके अलावा, Food Processing उद्योग में नवाचार और तकनीकी विकास भी भारतीय उत्पादों को प्रतिस्पर्धी बना रहे हैं।

निष्कर्ष

APEDA और Food Processing के माध्यम से भारतीय कृषि उत्पादों के निर्यात में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है। एपीडा द्वारा दी जा रही वित्तीय सहायता, बुनियादी ढांचे का विकास और बाज़ार संवर्धन योजनाओं ने भारतीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है। इस बढ़ोतरी के साथ, भारतीय किसान और निर्यातक अधिक मुनाफ़ा कमा रहे हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रहे हैं।

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