Mushroom Processing: कैसे होती है मशरूम की व्यावसायिक… मशरूम उत्पादक किसान यदि ख़ुद अपनी मशरूम का सेवन करना चाहें तो वो क्या करें? इन किसानों के लिए शहरों से प्रोसेस्ड…
जानिए, क्यों अनुपम है बायोचार (Biochar) यानी मिट्टी को उपजाऊ… बायोचार के इस्तेमाल से मिट्टी के गुणों में सुधार का सीधा असर फसल और उपज में नज़र आता है। इससे किसानों की रासायनिक…
चौलाई की खेती (Amaranth Cultivation): छोटी जोत वाले किसानों… चौलाई से मिलने वाले साग (सब्ज़ी) और दाना (अनाज) दोनों ही नकदी फसलें हैं। चौलाई के खेती में ज़्यादा पानी की ज़रूरत…
प्लास्टिक मल्चिंग तकनीक फल-सब्ज़ी की खेती में लागत घटाने का… प्लास्टिक मल्चिंग तकनीक की वजह से एक बार सिंचाई करने के बाद खेतों में ज़्यादा वक़्त तक नमी बनी रहती है। इस तकनीक…
Millets Farming: मोटे अनाज की खेती के ज़रिये करें जलवायु… हरित क्रान्ति के तहत जैसे-जैसे गेहूँ और धान की पैदावार बढ़ी वैसे-वैसे भारतीय थालियों से पौष्टिक मोटे अनाजों से बने…
Nairobi fly: फ़सल की दोस्त तो है ‘नैरोबी मक्खी’ लेकिन इससे… ‘नैरोबी मक्खी’ ना तो इन्सान को काटती है और ना ही कोई डंक मारती है, लेकिन शरीर पर ये जहाँ भी बैठती है वहाँ ‘पेडेरिन’…
Sprinkler and Drip Irrigation: पानी बचाकर खेती की कमाई… राजस्थान, महाराष्ट्र, आन्ध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, हरियाणा, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ में अब तक 93…
Animal Husbandry: सस्ता, सुलभ और पौष्टिक पशु आहार (Animal… पशुओं को ऐसा आहार खिलाने से बचना चाहिए जो हम खाते हैं। कभी-कभार रसोई में बची हुई रोटी या हरी सब्जी के छिलके वग़ैरह…
गन्ने के साथ इंटर क्रॉपिंग (Intercropping with Sugarcane):… यदि गन्ना किसान गन्ने के साथ कुछ दूसरी फसलें लगाएँ तो उन्हें अच्छी कमाई हो जाती है। पपीते की फसल जल्दी तैयार हो…
गर्मी से पशुओं को बचाने के लिए अपनायें ऐसे 10 घरेलू नुस्ख़े… H3: गम्भीर ताप तनाव (heat stress) की वजह से पशुओं के शरीर का तापमान, दिल की धड़कनें, रक्त चाप (ब्लड प्रेशर) बढ़…
Bio priming: जैविक बीज टीकाकरण विधि खेती की लागत घटाने और… बीज टीकाकरण की बदौलत जहाँ क़रीब 30 प्रतिशत ज़्यादा पैदावार मिलती हैं, वहीं उत्पादन लागत घटने की वजह से भी खेती का…
धनिये की खेती (Coriander Farming): जानिए कम लागत वाली नकदी… धनिये की खेती सस्ती है। इसकी प्रति हेक्टेयर लागत क़रीब 15 हज़ार रुपये बैठती है और लागत निकालने के बाद किसान प्रति…
Multi layer farming: बहुपरत या बहुफ़सली या बहुस्तरीय खेती के… मल्टीलेयर फ़ार्मिंग से कम लागत में ज़मीन की प्रति इकाई से ज़्यादा उत्पादकता और उच्च आर्थिक लाभ प्राप्त होता है। ऐसी…
नील हरित शैवाल (Blue-Green Algae): जैविक खाद के उत्पादकों के… नील हरित शैवाल से नाइट्रोजन चक्र का स्थिरीकरण (stabilization) होता है। इसके इस्तेमाल से न सिर्फ़ धान की पैदावार…
मिट्टी की सेहत (Soil Health): दुनिया भर में ‘बंजर होती धरती’… अब तक हम भारत की 29 प्रतिशत ज़मीन को अनुपादक बना चुके हैं या उसकी उत्पादन क्षमता नष्ट कर चुके हैं। देश के कुल…
Rooftop Organic Farming: छतों पर सब्जियों की जैविक खेती करने… Rooftop organic farming (छत पर जैविक खेती): किचन गार्डेन की तरह घर की छत पर सब्जियाँ उगाकर पैसे की बचत के अलावा…
जूट की खेती (Jute Farming): क्यों है भारत सबसे बड़ा जूट… जूट, खरीफ़ की फसल है। इसे गरम और नम जलवायु चाहिए। इसके लिए 21 से 38 डिग्री सेल्सियस और 90% सापेक्षिक नमी वाली…
Poplar Tree Farming: पोपलर के पेड़ लगाकर पाएँ शानदार और… पोपलर, सीधा तथा तेज़ी से बढ़ने वाला वृक्ष है। सर्दियों में इसकी पत्तियों के झड़ जाने से रबी की फ़सलों को मिलने वाली…
Barley Farming: अनाज, चारा और बढ़िया कमाई एक साथ पाने के लिए… जौ की ज़्यादा पैदावार लेने के लिए जौ की नयी और उन्नत किस्में अपनायी जाएँ। इसका चयन क्षेत्रीय उपयोग और संसाधनों की…
Soil properties: अच्छी होगी मिट्टी की सेहत तो फसल उत्पादन… प्रकाश संश्लेषण के तहत धूप, हवा, पानी और मिट्टी से प्राप्त पोषक तत्वों के बीच रासायनिक क्रियाएँ करके पौधे अपना भोजन…
Bio-pesticides: खेती को बर्बादी से बचाना है तो जैविक… जैविक कीटनाशकों में ‘एक साधे सब सधे’ वाली ख़ूबियाँ होती हैं। इसका मनुष्य, मिट्टी, पैदावार और पर्यावरण पर कोई…
Hydroponic Farming: जानिए हाइड्रोपोनिक उपज से कैसे होती है… बड़े शहरों में मौजूद सुपर मार्केट्स के अलावा ऑनलाइन मार्केटिंग के मामले में भी हाइड्रोपोनिक विधि से तैयार कृषि…
जंगली गेंदे की खेती है बेजोड़, प्रति हेक्टेयर 35 हज़ार लागत… दक्षिण अफ्रीका के बाद भारत, जंगली गेंदे के तेल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। देश में फ़िलहाल, जंगली गेंदे के तेल…
वैज्ञानिक तरीके से करें बकरी पालन तो लागत से 3 से 4 गुना… वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन करके पशुपालक किसान अपनी कमाई को दोगुनी से तिगुनी तक बढ़ा सकते हैं। इसके लिए बकरी की…
Climate change: जलवायु परिवर्तन क्यों है खेती की सबसे विकट… जलवायु परिवर्तन (Climate change) की वजह से जैविक और अजैविक तत्वों के बीच प्राकृतिक आदान-प्रदान से जुड़ा ‘इकोलॉजिकल…
Ganoderma Cultivation Part 3: गैनोडर्मा मशरूम की एक बीजाई से… गैनोडर्मा मशरूम का उत्पादन निजर्मीकृत (sterilized) माध्यम पर कार्बनिक या जैविक विधि से किया जाता है। इससे फ़सल को…
Chickpea Farming: करोड़ों किसान क्यों पाते हैं चने की क्षमता… भारत में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक, प्रमुख चना-उत्पादक राज्य हैं। लेकिन पैदावार में 14.56…
चिया की खेती (Chia farming): लागत से दोगुनी कमाई चाहिए तो… चिया के किसानों को खेती में नुकसान होने की कोई चिन्ता नहीं सताती। चिया को मध्यम दर्ज़े वाली उपजाऊ और अच्छी जल…
Ganoderma Cultivation Part 2: क्या है अद्भुत गैनोडर्मा मशरूम… गैनोडर्मा मशरूम के पनपने के लिए देवदार और चीड़ जैसे उन पेड़ों की लट्ठे या बुरादा उपयुक्त नहीं होते जिनमें तैलीय…
Ganoderma: गैनोडर्मा मशरूम की खेती से करें ज़बरदस्त कमाई,… औषधीय गुणों वाले मशरूमों में से गैनोडर्मा की विश्व व्यापार में हिस्सेदारी क़रीब 70 फ़ीसदी की है और ये राशि क़रीब 3…
अनुपजाऊ ज़मीन पर करें मुंजा घास या सरकंडे की व्यावसायिक खेती… बारानी या सूखाग्रस्त इलाकों के लिए मुंजा घास की खेती काफ़ी उपयोगी साबित हो सकती है। इसकी वैज्ञानिक और व्यावसायिक…
रागी की खेती (मंडुआ) (Ragi Cultivation): बारानी और सूखा… प्रतिकूल परिस्थितियों में और कम देखभाल होने पर भी अच्छी पैदावार देने वाली फसलों में रागी की ख़ास पहचान है। धान की…
Sweet Potato Farming: शकरकन्द की उन्नत खेती करके बढ़ाएँ… शकरकन्द उत्पादक देशों की सूची में भारत का छठा स्थान है। लेकिन भारत में शकरकन्द की उत्पादकता दर ख़ासी कम है। इसीलिए…
थनैला (Mastitis): दुधारू पशुओं का ख़तरनाक रोग, इलाज़ में… थनैला किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन प्रसव के बाद इसके लक्षण उग्र हो जाते हैं। थनैला से संक्रमित गाय का दूध…
कलौंजी की खेती (Black Cumin Cultivation): इस नकदी फसल की हैं… किसानों को बाज़ार में कलौंजी (Nigella Sativa) का सामान्य दाम करीब 20 हज़ार रुपये प्रति क्विंटल तक मिल जाता है।…
Dragon Fruit Farming: ड्रैगन फ्रूट की खेती से कैसे कमायें… ड्रैगन फ्रूट की खेती में बढ़िया मुनाफ़ा होता है। फिर भी बहुत कम किसान ही ड्रैगन फ्रूट की पैदावार करते हैं। ड्रैगन…
Millets Farming: ‘पौष्टिक अनाज वर्ष 2023’ के ज़रिये भोजन में… हरित क्रान्ति से पहले देश के ग्रामीण परिवारों के दैनिक आहार में मोटे अनाजों से तैयार पारम्परिक व्यंजन ख़ूब प्रचलित…
गन्ने की खेती में करें प्राकृतिक हार्मोन्स का इस्तेमाल, पाएँ… इथ्रेल और जिबरैलिक एसिड जैसे पादप वृद्धि हार्मोन्स के इस्तेमाल से सिंचाई और अन्य पोषक तत्वों की ज़रूरत भी कम पड़ती…
Frost Management: फ़सलों पर पाला क्यों है बेहद घातक? जानिए… फ़सलों पर पाला पड़ना बेहद घातक होता है। पाले से फ़सल को बचाने के लिए किसी भी तरह से वायुमंडल के तापमान को ज़ीरो…
एलोवेरा की खेती (Aloe Vera Farming): बेकार पड़ी ज़मीन पर… बेकार ज़मीन के लिए भी एलोवेरा की खेती वरदान बन सकती है। एलोवेरा की व्यावसायिक खेती में प्रति एकड़ 10-11 हज़ार पौधे…
KVK: आख़िर कैसे किसानों के बेहतरीन दोस्त बनते चले गये कृषि… देश के 742 ज़िलों में से अब तक 731 कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापित हो चुके हैं। सरकारों ने KVK में अनेक बुनियादी…
Trichoderma: जानिए पौधों के सुरक्षा-कवच ‘ट्राइकोडर्मा’ के… ट्राइकोडर्मा ऐसे सूक्ष्मजीव आमतौर पर कार्बनिक अवशेषों पर स्वछन्द रूप से भी पाये जाते हैं। ये ऐसे मित्र फफूँद हैं जो…
करेले की खेती (Bitter Gourd Farming): साल भर करें करेले की… करेला की ऐसी किस्में मौजूद हैं जिन्हें कहीं भी और किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है। करेले की खेती में लागत के…
Gliricidia: हरी पत्तियों की खाद ‘ग्लिरिसिडिया’ से बढ़ाएँ… ग्लिरिसिडिया को छोटे और सीमान्त किसानों के लिए सबसे अच्छी खाद बताया गया है। हरी पत्तियों की खाद ‘ग्लिरिसिडिया’…
नीम का पेड़ क्यों है सर्वश्रेष्ठ जैविक कीटनाशक (Organic… जैविक या प्राकृतिक में रासायनिक खाद और कीटनाशकों का प्रयोग वर्जित है। इसीलिए वैज्ञानिकों ने जैविक खेती में इस्तेमाल…
कुट्टू की उन्नत खेती (Kuttu Farming): पहाड़ी इलाकों के लिए… धान, गेहूँ और अन्य मोटे अनाजों की तुलना में कुट्टू में पोषक तत्वों की मात्रा ख़ासी ज़्यादा होती है। लेकिन कुट्टू की…
बहुस्तरीय खेती (Multilayer Farming): जानिए कैसे छोटे किसानों… मल्टी लेयर फार्मिंग से सभी मौसम में अनेक फ़सलों की पैदावार, आमदनी और रोज़गार सुनिश्चित होता है। ये सीमित ज़मीन पर…
क्यों ज़रूरी है फसल में सूक्ष्म पोषक तत्वों (micro… संकर और ज़्यादा उपज देने वाली किस्मों के चयन से मिट्टी में पाये जाने वाले सूक्ष्म पोषक तत्वों का ज़्यादा दोहन होता…
सरसों की खेती (Mustard Farming): उचित पैदावार के लिए सरसों… सरसों की खेती की उन्नत तकनीकें अपनायी जाएँ तो किसान अच्छी आमदनी अर्जित कर सकते हैं। कीटों और बीमारियों से रबी की…
बकरी पालन (Goat Farming): अगर बकरियाँ जानलेवा ‘CCPP’ या… अगर आप बकरी पालन से जुड़े हैं तो आपको कई सावधानियाँ बरतना भी ज़रूरी है। बकरियों का निमोनिया कहे जाने वाली CCPP रोग…