काजू की खेती (Cashew Farming): कैश्यू एप्पल पाउडर (Cashew Apple Powder) से डबल होगा फ़ायदा, जानिए क्या है तकनीक
काजू की खेती कर रहे किसानों को काजू के फल का पाउडर बनाने पर फायदा तो होगा ही, इससे ग्रामीण इलाके में रोज़गार भी बढ़ेगा।
अपने खेतों में स्वाद से भरपूर फल, फूल और सब्जियों की खेती करने के लिए विशेषज्ञ सुझाव और तकनीकें।
काजू की खेती कर रहे किसानों को काजू के फल का पाउडर बनाने पर फायदा तो होगा ही, इससे ग्रामीण इलाके में रोज़गार भी बढ़ेगा।
घर पर टेरेस गार्डन या गमले में भिंडी उगाना कोई मुश्किल काम नहीं है, बस इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। भिंडी गर्म मौसम में अच्छी तरह विकसित होती है।
टमाटर की खेती (Tomato Farming) कर रहे किसानों के लिए देश के कृषि वैज्ञानिकों ने कई किस्में विकसित की हैं। आइए जानते हैं उन किस्मों के बारे में।
एलिफेंट एप्पल (Elephant Apple) के फल के साथ-साथ इसकी पत्तियां और डाल को भी इस्तेमाल में लाया जाता है। इस लेख के ज़रिये जानिए क्या है इसका इस्तेमाल और मुख्य रूप से इस फल की खेती कहां-कहां होती है?
बागवानी में फलों के फटने या गिरने की समस्या के कई कारण हैं। ये कारण कौन से हैं? कैसे आप इस बड़ी समस्या से निजात पा सकते हैं, इसको लेकर किसान ऑफ इंडिया की उत्तर प्रदेश स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच के प्रमुख और सब्जी और बागवानी विशेषज्ञ डॉ. बी.पी. शाही से ख़ास बातचीत।
केला पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है और भारत में इसकी खेती भी खूब होती है। केले की ढेरों किस्में हैं और एक ही किस्म को अलग-अलग क्षेत्रों मे कई नामों से जाना जाता है। केले की उन्नत किस्में कौन सी हैं, जो केले की खेती कर रहे किसानों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती हैं? जानिए इस लेख में।
काली मिर्च अन्य मसालों से महंगी मिलती है और इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में काली मिर्च की खेती करके किसान बहुत मुनाफा कमा सकते हैं। आइए, जानते हैं इसकी खेती से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें।
इन 10 घर पर लगाने वाले पौधे से ताज़ी सब्जियां तो मिलेगी ही, साथ ही ये पौधे एक तरह से Air Purifier का काम भी करते हैं क्योंकि ये वातावरण को साफ़ रखते हैं।
केले की फसल लगने के दौरान या कटाई के समय इसमें से एग्रीकल्चर वेस्ट (Agriculture Waste) के रूप में पत्तियां, फूल, डंठल निकलते हैं।लेकिन क्या आपको पता है कि केले के फूल से आप उत्पाद भी बना सकते हैं? क्या है वो उत्पाद? जानिए इस लेख में।
लैवेंडर की खेती सिंचाई पर निर्भर नहीं है। सिंचित क्षेत्र हो या असिंचित, ज़्यादा ऊंचाई वाला इलाका हो या कम, इसकी खेती हर क्षेत्र में संभव है। लैवेंडर की खेती का एक फ़ायदा ये भी है कि पूरी तरह से जैविक है।
आम का स्वाद तो हर किसी को भाता है, लेकिन कार्बाइड से पके आम सेहत के लिए अच्छे नहीं होते। ऐसे में आम की खेती कर रहे कर्नाटक के किसान रेवन्नासिद्दैया आम को कुदरती तरीके से पकाकर बेच रहे हैं। इससे उनके आम न सिर्फ़ हाथों हाथ बिक जाते हैं, बल्कि ग्राहक हर साल उनसे आम की डिमांड करते हैं।
भारत को मशरुम उत्पादन में नंबर 1 देखना चाहती हैं हिरेशा वर्मा
शरीफे में मौजूद विटामिन सी, विटामिन ए, पोटेशियम, मैगनीशियम, तांबा और फाइबर स्वास्थ्य के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद माने जाते हैं। इसके इन्हीं औषधीय गुणों को देखते हुए देश के कई किसान शरीफे की खेती भी कर रहे हैं।
शकरकंद की खेती किसानों के लिए एक अच्छा मुनाफ़ा देने वाली सब्जी है। अपने पोषक तत्व और स्वाद की वजह से लोगों के बीच बहुत ज़्यादा प्रचलित है।
भारत में हर साल लगभग 7.53 लाख टन काजू ( Cashew ) का उत्पादन होता है। कई किसान अपनी आजीविका के लिए इस पर निर्भर हैं। कीटों के प्रकोप के अलावा, भारत के समुद्र तटीय राज्यों में काजू की खेती लगातार तीव्र चक्रवातों से भी प्रभावित होती है। इससे काजू उत्पादक किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है।
जैविक खेती करने वाले किसान योगेश जैन कहते हैं कि वो खेती-किसानी को घाटे का सौदा नहीं मानते। किसानों को नये प्रयोग और मेहनत करने की ज़रूरत होती है।
अरुण कुमार कहते हैं वो 20 साल से कॉन्ट्रैक्ट फ़ार्मिंग कर रहे हैं और इस बीच किसी तरह का कोई बुरा अनुभव नहीं रहा। कॉन्ट्रैक्ट फ़ार्मिंग ने उनके गाँव के साथ-साथ कई गाँवों की तस्वीर बदली है।
मशरूम की खेती को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहीं कल्पना बिष्ट ने किसान ऑफ़ इंडिया को बताईं अपनी जैसी महिला किसानों की दिक्कतें
पारंपरिक तरीके से पपीते की खेती में जहां सिर्फ़ 50 से 60 प्रतिशत पौधे ही फल दे पाते थे, उन्नत खेती के ज़रिए 90 प्रतिशत तक पौधे फल देने लगे हैं।
पोटैटो डिगर के इस्तेमाल से आलू आसानी से जमीन से निकाला जा सकता है। इसके उपयोग से कम समय में अधिक से अधिक जमीन में आलू की खुदाई की जा सकती है।