दिल्ली मंडी भाव: जानिए क्या चल रहा है बैंगन, शिमला मिर्च, गाजर और आलू का Mandi Bhav
जानिए पिछले तीन लेटेस्ट मंडी भाव
अगर आपको दिल्ली की मंडियों के भाव जानने हैं तो आपको State (राज्य) सेक्शन में से NCT of Delhi का चुनाव करना होगा। इसके अंतर्गत ही आपको दिल्ली मंडी भाव (Delhi mandi Bhav) की पूरी जानकारी मिलेगी।
देश की अलग-अलग मंडियों में चल रहे विभिन्न फसलों के भाव की जानकारी अब आप किसान ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर पा सकते हैं। इस लेख में हम आपको दिल्ली की सब्जी मंडियों में आजकल नज़र आ रही सब्ज़ियों जैसे बैंगन, शिमला मिर्च, गाजर और आलू के मंडी भाव बताएंगे।
दिल्ली की प्रमुख मंडियों में बैंगन, शिमला मिर्च, गाजर और आलू के मंडी भाव में आए उतार-चढ़ाव आप यहाँ देख सकते हैं। https://www.kisanofindia.com/mandi-price-india पर क्लिक करके, सब्जी का चयन कर आप आसानी से दिल्ली के मंडी भाव जान सकते हैं। अगर आपको दिल्ली की मंडियों के भाव जानने हैं तो आपको State (राज्य) सेक्शन में से NCT of Delhi का चुनाव करना होगा। इसके अंतर्गत ही आपको दिल्ली मंडी भाव (Delhi mandi Bhav) की पूरी जानकारी मिलेगी।
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आपको बैंगन की फसल का मंडी भाव जानना है और आप दिल्ली के रहने वाले हैं। बैंगन का मंडी भाव जानने के लिए आप इस लिंक https://www.kisanofindia.com/mandi-price-india पर क्लिक करें। फिर Commodity (वस्तु/फसल) सेक्शन से बैंगन की फसल को चुन लें। इसके बाद State (राज्य) सेक्शन से NCT of Delhi को चुनकर बतौर District (ज़िले) दिल्ली को चुन लें। फिर आप आज़ादपुर या केशोपुर में से जिस किसी भी मंडी का बैंगन भाव जानना चाहते हों, उसको चुन लें। फिर Search (खोजें) बटन दबा दें। इसके बाद आपको बैंगन की फसल के मंडी भाव नज़र आएंगे।
आपके सामने चयनित की गई फसल के पिछले लेटेस्ट तीन मंडी भाव आ जाएंगे। इस तरह से आप मंडी भाव में हो रहे उतार चढ़ाव का अंदाज़ा भी ले सकेंगे। दिल्ली में 3 अगस्त के मंडी भाव जानने के लिए पढ़िए ये आर्टिकल।
जानिए दिल्ली की आज़ादपुर मंडी के भाव
आज़ादपुर मंडी भाव- बैंगन (प्रति क्विंटल)
तारीख | राज्य | ज़िला | अधिकतम मूल्य | न्यूनतम मूल्य | औसतन मूल्य |
02/08/2022 Updated at : 2022-08-02 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 3000 | 1000 | 2000 |
01/08/2022 Updated at : 2022-08-01 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 3000 | 1000 | 2000 |
30/07/2022 Updated at : 2022-07-31 00:00:23 | NCT of Delhi | दिल्ली | 3000 | 1000 | 2000 |
आज़ादपुर मंडी भाव- शिमला मिर्च (प्रति क्विंटल)
तारीख | राज्य | ज़िला | अधिकतम मूल्य | न्यूनतम मूल्य | औसतन मूल्य |
02/08/2022 Updated at : 2022-08-02 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 7000 | 3000 | 5000 |
01/08/2022 Updated at : 2022-08-01 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 7000 | 3000 | 5000 |
30/07/2022 Updated at : 2022-07-31 00:00:23 | NCT of Delhi | दिल्ली | 7500 | 3000 | 5250 |
आज़ादपुर मंडी भाव- गाजर (प्रति क्विंटल)
तारीख | राज्य | ज़िला | अधिकतम मूल्य | न्यूनतम मूल्य | औसतन मूल्य |
02/08/2022 Updated at : 2022-08-02 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 2800 | 500 | 1650 |
01/08/2022 Updated at : 2022-08-01 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 2500 | 500 | 1500 |
30/07/2022 Updated at : 2022-07-31 00:00:23 | NCT of Delhi | दिल्ली | 2500 | 500 | 1500 |
आज़ादपुर मंडी भाव- आलू (प्रति क्विंटल)
तारीख | राज्य | ज़िला | अधिकतम मूल्य | न्यूनतम मूल्य | औसतन मूल्य |
02/08/2022 Updated at : 2022-08-02 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 3000 | 600 | 1800 |
01/08/2022 Updated at : 2022-08-01 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 3000 | 600 | 1800 |
30/07/2022 Updated at : 2022-07-31 00:00:23 | NCT of Delhi | दिल्ली | 3000 | 600 | 1800 |
अब जानिए केशोपुर मंडी के भाव:
केशोपुर मंडी भाव- बैंगन (प्रति क्विंटल)
तारीख | राज्य | ज़िला | अधिकतम मूल्य | न्यूनतम मूल्य | औसतन मूल्य |
30/07/2022 Updated at : 2022-07-30 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 5000 | 2000 | 3500 |
28/07/2022 Updated at : 2022-07-28 18:00:12 | NCT of Delhi | दिल्ली | 4600 | 3000 | 3800 |
26/07/2022 Updated at : 2022-07-26 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 3000 | 2000 | 2500 |
केशोपुर मंडी भाव- शिमला मिर्च (प्रति क्विंटल)
तारीख | राज्य | ज़िला | अधिकतम मूल्य | न्यूनतम मूल्य | औसतन मूल्य |
30/07/2022 Updated at : 2022-07-30 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 8000 | 4000 | 6000 |
28/07/2022 Updated at : 2022-07-28 18:00:12 | NCT of Delhi | दिल्ली | 6600 | 4000 | 5300 |
26/07/2022 Updated at : 2022-07-26 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 6000 | 4000 | 5000 |
केशोपुर मंडी भाव- आलू (प्रति क्विंटल)
तारीख | राज्य | ज़िला | अधिकतम मूल्य | न्यूनतम मूल्य | औसतन मूल्य |
30/07/2022 Updated at : 2022-07-30 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 2300 | 1500 | 1900 |
28/07/2022 Updated at : 2022-07-28 18:00:12 | NCT of Delhi | दिल्ली | 2400 | 1600 | 2000 |
26/07/2022 Updated at : 2022-07-26 18:00:11 | NCT of Delhi | दिल्ली | 2400 | 1400 | 1900 |
कैसे देखें मंडी भाव? इसकी जानकारी यहाँ पढ़ें- क्लिक करें
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या kisanofindia.mail@gmail.com पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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- बेमौसम बारिश और बदलते मौसम से फसलों पर पड़ता असर, ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचने की खबरेंमध्य प्रदेश अपने समृद्ध कृषि उद्योग के लिए जाना जाता है। हालांकि, हाल के वर्षों में बार-बार होने वाली ओलावृष्टि से किसानों की फसलों पर असर पड़ा है।
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- World Forest Day: विश्व वन दिवस पर जानिए कैसे वन संपदा से समृद्ध हो रहा है जीवनइस बार विश्व वन दिवस 2023 की थीम ‘वन और स्वास्थ्य’ (Forests and Health) रखी गई है। भारत में वन सर्वेक्षण रिपोर्ट 2021 के मुताबिक, कुल 80.9 मिलियन हेक्टेयर भूमि वन और वृक्षों से भरा है। ये देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 24.62 फीसदी है। साल 2019 से लेकर 2021 के बीच के 2 वर्षों में भारतीय वन क्षेत्र में 2261 वर्ग किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है।
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- Bio-pesticides: खेती को बर्बादी से बचाना है तो जैविक कीटनाशकों का कोई विकल्प नहींजैविक कीटनाशकों में ‘एक साधे सब सधे’ वाली ख़ूबियाँ होती हैं। इसका मनुष्य, मिट्टी, पैदावार और पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और फ़सल के दुश्मन कीटों तथा बीमारियों से भी क़ारगर रोकथाम हो जाती है। इसीलिए, जब भी कीटनाशकों की ज़रूरत हो तो सबसे पहले जैविक कीटनाशकों को ही इस्तेमाल करना चाहिए।
- Hydroponic Farming: जानिए हाइड्रोपोनिक उपज से कैसे होती है ‘जैविक खेती’ जैसी कमाई?बड़े शहरों में मौजूद सुपर मार्केट्स के अलावा ऑनलाइन मार्केटिंग के मामले में भी हाइड्रोपोनिक विधि से तैयार कृषि उत्पादों की बिक्री तेज़ी बढ़ रही है। अब नामी-गिरमी होटलों, रेस्त्राँ, क्लाउड किचन, कॉरपोरेट कैंटीन आदि में रोज़ाना बड़ी मात्रा में हाइड्रोपोनिक खेती के उत्पाद खरीदे जा रहे हैं।
- बकरी पालन में कैसे करें उन्नत नस्ल का चुनाव? जानिए Goat Farming व्यवसाय से जुड़ी अहम बातेंबकरी पालन किसानों की अतिरक्त आमदनी का बेहतरीन ज़रिया है। इसके दूध और मांस को बेचकर किसान अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हैं, बशर्ते उन्हें इसकी नस्ल की सही जानकारी हो।
- कृषि व्यवसाय (Agri Business) में इन बातों का ध्यान रखकर तेलंगाना की महिला किसान लक्ष्मी ने पाई सफलतालक्ष्मी ने कृषि व्यवसाय के ज़रिए अपने परिवार को आर्थिक रूप से संपन्न बनाया और अब दूसरों के लिए रोल मॉडल बन गई हैं। खेती के कौन से तरीकों को उन्होंने अपनाया है, जानिए इस लेख में।
- जंगली गेंदे की खेती है बेजोड़, प्रति हेक्टेयर 35 हज़ार लागत और 75 हज़ार रुपये मुनाफ़ादक्षिण अफ्रीका के बाद भारत, जंगली गेंदे के तेल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। देश में फ़िलहाल, जंगली गेंदे के तेल का कुल सालाना उत्पादन क़रीब 5 टन है। बीते दशकों में उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों जैसे हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर तथा उत्तर प्रदेश के तराई के इलाकों में जंगली गेंदे की व्यावसायिक खेती की लोकप्रियता बढ़ी है।
- वैज्ञानिक तरीके से करें बकरी पालन तो लागत से 3 से 4 गुना होगी कमाई, इन बातों का रखें ध्यानवैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन करके पशुपालक किसान अपनी कमाई को दोगुनी से तिगुनी तक बढ़ा सकते हैं। इसके लिए बकरी की उन्नत नस्ल का चयन करना, उन्हें सही समय पर गर्भित कराना और स्टॉल फीडिंग विधि को अपनाकर चारे-पानी का इन्तज़ाम करना बेहद फ़ायदेमन्द साबित होता है।
- बैकयार्ड मुर्गी पालन (Poultry Farming): कभी खेतिहर मज़दूरी किया करती थी पुष्पा, मुर्गी की ये उन्नत नस्ल बनी कमाई का ज़रियाबैकयार्ड मुर्गी पालन के लिए सही नस्ल की जानकारी होना बहुत ज़रूरी है। क्या वो मुर्गी उस क्षेत्र के हिसाब से ठीक है या नहीं, इसके बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। जानिए कैसे तेलंगाना की रहने वाली पुष्पा ने मुर्गी की उन्नत नस्ल से अपने आप को आत्मनिर्भर बनाया।
- Climate change: जलवायु परिवर्तन क्यों है खेती की सबसे विकट समस्या और क्या है इससे उबरने के उपाय?जलवायु परिवर्तन (Climate change) की वजह से जैविक और अजैविक तत्वों के बीच प्राकृतिक आदान-प्रदान से जुड़ा ‘इकोलॉजिकल सिस्टम’ भी प्रभावित हुआ है। इससे मिट्टी के उपजाऊपन में ख़ासी कमी आयी है। सिंचाई की चुनौतियाँ बढ़ी हैं। इसीलिए किसानों को जल्दी से जल्दी पर्यावरण अनुकूल खेती को अपनाना चाहिए।
- Lemongrass Farming: लेमनग्रास की खेती से इन ग्रामीण महिलाओं की आमदनी में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा, एक बार लगाएं और 5 साल तक आरामलेमनग्रास भले ही ग्रामीण क्षेत्रों में लोकप्रिय न हो, मगर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त करने का यह अच्छा ज़रिया है। लेमनग्रास की खेती बंजर भूमि में भी आसानी से की जा सकती है।
- बकरी के साथ मुर्गी पालन करने से किसान राजेश कुमार की आमदनी तीन गुना बढ़ी, जानिए क्या है इसके फ़ायदेएकीकृत पोल्ट्री और बकरी पालन से सीमित संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करके किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। बकरी के साथ मुर्गी पालन करने के कई फ़ायदे हैं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले के रहने वाले राजेश कुमार इस एकीकृत प्रणाली का लाभ उठा रहे हैं।
- जैविक खेती के साथ ही वर्मीकंपोस्ट (Vermicompost) बन रहा है महिलाओं की अतिरिक्त कमाई का जरियाऑर्गेनिक फूड प्रॉडक्ट्स की मांग बढ़ने के साथ ही इसके लिए ज़रूरी वर्मीकंपोस्ट (Vermicompost) की मांग भी बढ़ गई है। महिला किसानों और स्वयं सहायता समूहों (Self-Help Groups) के साथ ATMA ग्रुप पंचकव्य, अमृता करैसल और पांच पत्ती के अर्क के उत्पादन में भी महिलाओं की ज़्यादा भागीदारी को बढ़ावा दे रहा है।
- वाराणसी के मशरूम उत्पादक महिला समूह को FPO आधारित एक्सटेंशन डिलीवरी मॉडल से मिली सफलताकिसानों के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले फसल के उत्पादन से ज़्यादा चुनौतीपूर्ण काम है अपनी फसल की उचित कीमत पाना। इसकी वजह होते हैं बिचौलिए, जो किसानों के मुनाफ़े में हिस्सेदार बन जाते हैं। ऐसे में FPO आधारित एक्सटेंशन डिलीवरी मॉडल किसानों के लिए फायदेमंद है।