आज के समय में स्मार्टफोन और इंटरनेट की उपलब्धता गांव-गांव तक हो गई है। खेती-किसानी के लिए मौसम से जुड़ी जानकारियाँ बहुत अहमियत रखती हैं। अगर किसानों को मौसम की जानकारी समय पर मिले तो न सिर्फ उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि नुकसान की संभावनाएं काफी कम हो जायेंगी। हम आपको ऐसे ही कुछ ऐप्स के बारे में जानकारी देंगे जिनसे किसान लाभ उठा सकते हैं।
मेघदूत एप (Meghdoot App)
मेघदूत मोबाइल ऐप को भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) , भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IIMD) और इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (ICAR) ने मिलकर लॉन्च किया। ये ऐप 13 भाषाओं में मौजूद है। इस ऐप के जरिए किसानों को मौसम के पूर्वानुमान से जुड़ी जानकारी भी मिलती है। साथ ही, किसानों को फसल और पशुधन पर कृषि सलाह भी मिलती है। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) से डाउनलोड कर सकते हैं।

कैसे ले सकते हैं इस ऐप से मौसम और अन्य ज़रूरी बातों की जानकारी?
- ऐप पर सबसे पहले आपको नाम, मोबाइल नंबर और मौजूदा 13 भाषाओं में से एक भाषा सेलेक्ट करनी है। इसके बाद अपना राज्य और जिला चुनकर रजिस्टर करना है।
तस्वीर साभार: Meghdoot App - इसके बाद आप अपनी लोकेशन ऑन करके अपने क्षेत्र का मौजूदा मौसम का हाल जान सकते हैं जिसमें तापमान, बारिश, हवा गति, हवा दिशा और आर्द्रता (Humidity) की जानकारी मौजूद है।
तस्वीर साभार: Meghdoot App - इसमें मौसम के पूर्वानुमान की भी जानकारी मौजूद है, और आप आगे चार दिन तक का मौसम का हाल जान सकते हैं। इसके साथ ही, पिछले 10 दिनों के मौसम की जानकारी जानने का ऑप्शन है।
- अगर दूसरे क्षेत्र के मौसम की भी जानकारी चाहते हैं, तो राज्य और ज़िले का नाम जोड़कर पा सकते हैं।
तस्वीर साभार: Meghdoot App - ऐप पर सप्ताह में दो दिन, यानी मंगलवार और शुक्रवार को फ़सल और पशुपालन से जुड़ी सलाह अपडेट की जाती है।
- हर क्षेत्र के मुताबिक फसलों के लिए मौसम का पूर्वानुमान और उससे जुड़ी सलाह पा सकते हैं। इसके साथ ही पशुपालन के लिए भी मौसम की जानकारी और उससे जुडी सलाह भी मौजूद है।
ये भी पढ़ें: किसान साथियों, क्या आप AgriCentral App के बारे में जानते हैं?
ई-मौसम एचएयू कृषि मौसम सेवा एप – emausamhau Krishi Mausam Seva App
इस ऐप को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCSHAU) ने बनाया है। इस ऐप के जरिए हरियाणा के किसानों को मौसम का मौजूदा हाल और अगले एक हफ्ते के पूर्वानुमान की जानकारी मिलती है। ये ऐप हिन्दी भाषा में मौजूद है। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) से डाउनलोड कर सकते हैं। इस ऐप से करीब चार लाख किसान लाभ उठा रहे हैं।

कैसे ले सकते हैं इस ऐप से मौसम और अन्य चीजों की जानकारी?
- ऐप में जाकर आप हरियाणा के जिस भी ज़िले की जानकारी चाहते हैं, उसके आज के मौसम और 7 दिन का पूर्वानुमान आपको मिल जाएगा। इसमें तापमान मौसम का हाल जैसे बारिश, धुंध जैसी जानकारियां आप पा सकते हैं।
तस्वीर साभार: emausamhau Krishi Mausam Seva App - सूचना पर जाकर मौसम संबंधित पूर्वानुमान पा सकते हैं।
- रबी और खरीफ फसलों के प्रबंधन में जलवायु, किस्में, बुवाई, खाद, खरपतवार और कीट एवं रोग से जुड़ी सारी जानकारी मिलती है।
तस्वीर साभार: emausamhau Krishi Mausam Seva App - इसके साथ ही सब्जियों,फूलों और बागवानी के प्रबंधन में कई बातों जैसे किस्में, बुवाई, खाद, सिंचाई, तुड़ाई से जुड़ी सारी जानकारियां भी मिल जाती हैं।
- ऐप में कृषि सलाह का भी ऑप्शन है, जहाँ मौसम से लेकर फसलों और सब्जियों की साप्ताहिक सलाह भी मिलती हैं।
तस्वीर साभार: emausamhau Krishi Mausam Seva App - कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क करने के लिए आखिर में लिस्ट भी दी गई है।
ये भी पढ़ें: FarmTree App: ऐसा Agri App जो उन्नत पेड़ प्रजातियों की खेती कर रहे किसानों की हर मुश्किल करता है आसान
स्काईमेट वेदर ऐप (Skymet Weather App)
इस एप को स्काईमेट वेदर सर्विसेज़ ने बनाया है। इससे किसानों को अपनी जगह की मौसम की जानकारी मिलेगी। ये ऐप अंग्रेजी और हिन्दी भाषा में उपलब्ध है। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) से डाउनलोड कर सकते हैं। अभी तक इसके 5 लाख से भी ज़्यादा डाउनलोड हैं।

कैसे ले सकते हैं इस ऐप से मौसम की जानकारी?
- आप अपनी लोकेशन ऑन करके अपनी जगह का मौजूदा मौसम का हाल जान सकते हैं। इसमें तापमान, बारिश, हवा गति, हवा दिशा और आर्द्रता (Humidity) की जानकारी मौजूद है।
तस्वीर साभार: skymet weather app - इस ऐप से आप हर घंटे से लेकर 15 दिन तक का मौसम का अनुमान देख सकते हैं।
तस्वीर साभार: skymet weather app - इसमें लाइव मैप का भी ऑप्शन है जिससे आपको देश में कहाँ बिजली, बारिश, तूफ़ान चल रहा है, ये पता चल जायेगा ।
- आप मौसम से जुड़ी नई और काम की खबरें भी पढ़ सकते हैं।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

ये भी पढ़ें:
- Mission Mausam: भारत को मिलेगा Weather Update का सटीक अनुमान, देश अब मौसम की मार से बचने को तैयार!देश के कई हिस्सों में आए भीषण मौसम के बीच उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मिशन मौसम’ (MISSION MAUSAM) के तहत भारत का पूर्वानुमान तंत्र अब दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सिस्टम्स की कतार में शामिल हो रहा है।
- What is Precision Farming: स्मार्ट तकनीक से Agriculture Revolution! क्यों ये है भविष्य की खेती? पढ़ें डीटेल मेंप्रिसिजन फार्मिंग (Precision Farming) एक ऐसी आधुनिक तकनीक जो GPS, सेंसर, ड्रोन और AI का इस्तेमाल करके खेती को ‘इंच-इंच सटीक’ बना देती है।
- गुरेज़ घाटी में खेती और बागवानी को मिली नई पहचान, MIDP और HADP Schemes से आई हरियाली की बहारगुरेज़ घाटी में MIDP और HADP Schemes से खेती में आई क्रांति, किसान अब उगा रहे हैं सेब, चेरी और सर्दियों की सब्ज़ियां।
- 10 Years Of Digital India : e-NAM के ज़रीये किसानों की बदल रही जिंदगी, नई टेक्नोलॉजी से आई डिजिटल क्रांतिडिजिटल क्रांति (10 Years Of Digital India) ने किसानों की जिंदगी को कैसे बदला है? ई-नाम (e-NAM) एक ऐसी ही क्रांतिकारी पहल है, जिसने कृषि व्यापार (Agricultural Business) को बिचौलियों के चंगुल से मुक्त करके किसानों को सीधा बाजार से जोड़ दिया है।
- ‘Ek Bagiya Maa Ke Naam’ Project: मध्य प्रदेश सरकार की मदद से महिलाओं को मिलेगी आर्थिक आज़ादी‘एक बगिया मां के नाम’ (‘Ek Bagiya Maa Ke Naam’ Project) नाम की इस योजना के तहत मध्य प्रदेश की हज़ारों महिलाओं को अपनी ज़मीन पर फलदार पौधे लगाने का मौका मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और प्रदेश हरा-भरा बनेगा।
- VIV ASIA Poultry Expo 2026: भारत में पहली बार होने जा रहा है लाइव स्टॉक एक्सपो का महाकुंभ!दुनिया के सबसे बड़े लाइव स्टॉक और पोल्ट्री एक्सपो (The world’s largest livestock and poultry expo) में से एक, VIV ASIA, (VIV ASIA Poultry Expo 2026) अब भारत में होने जा रहा है। ये पहली बार है जब ये प्रतिष्ठित एक्सपो थाईलैंड और यूरोप से निकलकर भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
- हेम्प वेस्ट से बन रही बायो-प्लास्टिक, पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रहा नया सहाराहेम्प वेस्ट से बन रही बायो-प्लास्टिक (Bio-plastic being made from hemp waste) दे रही पर्यावरण को राहत और गांवों को रोज़गार, संभल में शुरू हुआ हरित नवाचार।
- 200 Years of Assam Tea: स्वाद, विरासत और इनोवेशन संग न्यूयॉर्क में जश्न, धूमधाम से मना असम चाय का द्विशताब्दी समारोहन्यूयॉर्क में समर फैंसी फूड शो 2025 (Summer Fancy Food Show 2025) में असम चाय के 200 साल पूरे (200 Years of Assam Tea) होने का भव्य उत्सव मनाया।
- National Turmeric Board Inaugurated: किसानों को मिली बिचौलियों से मुक्ति, अब दुनियाभर में धाक जमाएगी ‘निज़ामाबाद की हल्दी’केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह (Union Cooperation Minister Amit Shah) ने ‘राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड’ (National Turmeric Board) का उद्घाटन किया। ये कदम दशकों से हल्दी किसानों की मांग को पूरा करने वाला साबित होगा।
- गुना का गुलाब अब महकेगा पेरिस और लंदन तक – गुलाब की खेती से किसानों को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय बाज़ारगुलाब की खेती से गुना के किसान अब पेरिस और लंदन में गुलाब भेजने को तैयार हैं। गुना का गुलाब देगा अंतरराष्ट्रीय पहचान।
- Obesity in India: पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में की ‘कम तेल,अच्छी सेहत’ की अपील, FSSAI ने दिये मोटापा कम करने के ज़बरदस्त टिप्स!मोटापे की बढ़ती समस्या (Obesity in India) पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी मुहिम शुरू करने का आग्रह किया है। यह सिर्फ एक सुझाव नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय मिशन है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है। साथ ही, FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) और AIIMS की विशेषज्ञ डॉ. स्वप्ना चतुर्वेदी ने स्वस्थ खानपान के ऐसे ऑप्शन सुझाए हैं, जो न सिर्फ आसान हैं बल्कि सेहत के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं।
- डोंडुबाई हन्नू चव्हाण जिन्होंने अपनाई एकीकृत कृषि प्रणाली और बदल दी ज़िंदगीएकीकृत कृषि प्रणाली अपनाकर डोंडुबाई चव्हाण ने खेती की तस्वीर बदली, कम ज़मीन में हासिल की लाखों की कमाई और सम्मान।
- Agri Infra Fund (AIF): किसानों और उद्यमियों के सपनों को कृषि इंफ्रा फंड दे रहा नई उड़ान, जानिए कैसे करें अप्लाईकृषि अवसंचना कोष (Agri Infra Fund – AIF) के जरिए सरकार किसानों, एग्री-उद्यमियों, FPOs (किसान उत्पादक संगठनों) और कृषि व्यवसायियों को वित्तीय सहायता देकर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में मदद कर रही है।
- DialogueNEXT 2025: विश्व खाद्य पुरस्कार फाउंडेशन, CIMMYT और बोरलॉग संस्थान के साथ किसानों से होगा संवाद, बढ़ेगी विज्ञान की रफ्तार!DialogueNEXT 2025 का आयोजन ICAR, विश्व खाद्य पुरस्कार फाउंडेशन (World Food Prize Foundation), CIMMYT और बोरलॉग इंस्टीट्यूट (Borlaug Institute) के साथ मिलकर 8-9 सितंबर 2025 में किया जा रहा है।
- Agri Stack: ‘किसान पहचान पत्र’ से लेकर किसानों का नया डिजिटल साथी Multilingual AI Chatbot के बारें में अहम बातेंएग्री स्टैक (Agri Stack) भारत सरकार की एक डिजिटल पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को तकनीक के जरिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। भारत सरकार की ‘एग्री स्टैक’ (‘Agri Stack’) पहल के तहत एक मल्टीलिंगुअल AI चैटबॉट लॉन्च (Multilingual AI chatbot) किया गया है, जो किसानों को उनकी भाषा में सलाह देता है।
- प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना सप्ताह 1 जुलाई से आरंभ, इस ख़रीफ़ सीजन में अपनाएं PMFBY का सुरक्षा कवचख़रीफ़ 2025 के लिए फ़सल बीमा पंजीकरण शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना से फ़सल और किसान दोनों होंगे सुरक्षित।
- बुरहानपुर में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के तहत कृषि सखियां बनीं गांव की नई कृषि मार्गदर्शकराष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन से जुड़कर कृषि सखियां गांवों में प्राकृतिक खेती का ज्ञान फैला रही हैं और महिला किसानों को सशक्त बना रही हैं।
- Cloud Farming: क्लाउड फ़ार्मिंग आसमान से फ़सलों को पानी देने का एक नया तरीकाक्लाउड फ़ार्मिंग (Cloud Farming) एक तकनीक है जिससे कोहरे, धुंध और ओस जैसे अदृश्य जल स्रोतों को इकट्ठा कर सूखे क्षेत्रों में पानी जुटाया जाता है।
- Red Flour Beetle: अनाज का दुश्मन नंबर-1 ‘लाल आटा बीटल’ से बचाव के लिए IARI ने टेस्ट डेवलप किया‘लाल आटा बीटल’ (Red Flour Beetle) भंडारित अनाज को अंदर से खोखला कर देते हैं। ये कीट न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में किसानों और अनाज भंडारकर्ताओं (grain storekeepers) के लिए एक बड़ी समस्या बने हुए हैं।
- Improved Varieties Of Soybean: जीनोम एडिटिंग से तैयार की जाएंगी सोयाबीन की उन्नत किस्में, कृषि मंत्री का ऐलानभारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान (Indian Soybean Research Institute) में आयोजित बैठक की। अब जीनोम एडिटिंग (Genome Editing) के ज़रीये से सोयाबीन की उन्नत किस्मों (Improved Varieties of Soybean) को उगाया जाएगा।